पिछले साल इसी महीने कोविड-19 वैक्सीनेशन शुरू होने पर ऐसी संभावनाएं जताई जा रही थी कि दोनों डोज़ लगने के बाद कोरोना का खतरा टल जाएगा। संभावनाएं बिल्कुल परे नज़र आ रही है और तीसरी लहर के साथ तीसरी (बूस्टर) डोज़ कि ज़रूरत सामने आ खड़ी है। सभी जगह आज से फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु वालों को बूस्टर डोज़ देना शुरु कर दिया है। इस महीने कि शुरुआत में 15-18 वर्ष के बच्चों को भी वैक्सीन लगनी शुरू हो गयी है।
उदयपुर टाइम्स ने उदयपुर में वैक्सीन प्रक्रिया के विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक आदित्य (RCMHO) से उन सवालों के जवाब लिए जो कि 60 साल कि आयु वालों को लगने वाली बूस्टर (प्रीकॉशनरी) डोज़ को ले कर उठ रहे हैं:
बूस्टर डोज़ उसी वैक्सीन की लेना है जिसकी आपने पहले दो डोज़ लिए थे। यदि आपने पहले दो डोज़ COVISHIELD के लिए हैं तो आप बूस्टर (प्रीकॉशन) COVAXIN का नहीं ले सकते, उसी तरह अगर आपने पहले दो डोज़ COVAXIN के लिए हैं तो आप बूस्टर (प्रीकॉशन) COVISHIELD का नहीं ले सकते।
यह सुविधा उपलब्ध है। RCMHO विभाग से दी गई जानकारी के अनुसार ऐसे व्यक्ति जो शारीरिक (चलने फिरने में असमर्थ है) अथवा मानसिक रूप से असमर्थ हैं, या उनकी उम्र 75 वर्ष या उससे अधिक है, वह सुबह 10 से शाम 4 बजे के बीच 8829008830 या 8829008831 पर कॉल कर सकते हैं। फ़ोन करने के बाद वैक्सीनैशन टीम द्वारा समय बता दिया जाएगा। उस नियत समय पर मोबाइल टीम द्वारा घर आ कर वैक्सीनेशन कर दी जाएगी।
फिलहाल नहीं, क्योंकि अभी भारत सरकार के स्वास्थय मंत्रालय की ओर से इस बात को लेकर कोई भी जानकारी नहीं मिली है।
नहीं, क्योंकि यह प्रीकॉशन डोज़ है। यह केवल एक बार ही लगाई जाएगी। आगे कि प्रक्रिया का केंद्रीय स्वास्थय विभाग के अनुसार पालना होगी।
भारत सरकार के स्वस्थ्य विभाग के अनुसार 60+ आयु वालों को बूस्टर डोज़ लगवाते वक़्त डॉक्टर के सर्टिफिकेट कि ज़रूरत नहीं होगी। फिर भी उन्हें अपने डॉक्टर से एक बार राय ले लेनी चाहिए।
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