उदयपुर 4 जनवरी 2021। वैश्विक महामारी कोरोना से दो चार हो रहे भारत समेत समूचे विश्व में अभी कोरोना वैक्सीन को लेकर कौतुहल मचा हुआ है। हर एक शख्स के ज़हन में कई तरह के सवाल उभर रहे है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया की वैक्सीन को लेकर भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है। जिसमे आपके मस्तिष्क में उठ रहे कई सवालों का जवाब मिल जायेगा। आइये जानते है कौनसे वो सवाल है क्या कहती है गाइडलाइन।
1. क्या कोरोना की वैक्सीन सभी को एक साथ दी जाएगी ?
नहीं ! कोरोना की वैक्सीन सभी को एक साथ नहीं दी जाएगी। सरकार ने उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता पर वेक्सिनेशन के लिए चिन्हित किया है। पहले समूह में हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर शामिल। दुसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति तथा वे लोग जो पहले ही किसी रोग से ग्रसित है। इसके बाद तीसरे समूह में वैक्सीन को अन्य सभी ज़रूरतमंदो को उपलब्ध करवाया जाएगा।
2. क्या यह वैक्सीन सुरक्षित होगी ?
सभी लोगो के ज़हन में यह सवाल कौंध रहा है क्या यह वैक्सीन सुरक्षित होगी ? क्योंकि बहुत कम समय में इस वैक्सीन को बनाया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सुरक्षा और प्रभाव के डेटा की जांच के आधार पर मंजूरी के बाद ही नियामक निकायों द्वारा वैक्सीन लगाईं जाएगी।
3. क्या वैक्सीन लेना अनिवार्य है ?
कोरोना के लिए वैक्सीन स्वेच्छिक है। हालाँकि स्वयं की सुरक्षा और बीमारी के प्रसार को सीमित करने के लिए कोरोना वैक्सीन की पूरी खुराक आवशयक है।
4. क्या कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति को भी वैक्सीन लेना आवश्यक है ?
पहले से संक्रमित होने के बावजूद वैक्सीन की पूरी खुराक लेना आवश्यक है क्योंकि यह एक मज़बूत प्रतिक्रिया तंत्र विकसित (इम्युनिटी डेवलपमेंट) करने में मदद करेगा।
5. क्या कोरोना संक्रमित (पुष्टि होने के बाद अथवा संदिग्ध) व्यक्ति को भी वैक्सीन लगाया जा सकता है ?
संक्रमित व्यक्तियों को लक्षण ख़त्म होने के 14 दिन बाद तक वैक्सीनेशन स्थगित करना चाहिए। क्योंकि वह वैक्सीनेशन स्थल पर दूसरो में वायरस फ़ैलाने जोखिम बढ़ा सकते है।
6. उपलब्ध कई वैक्सीन में से प्रशासन के लिए एक या एक से अधिक वैक्सीन कैसे चुने ?
लाइसेंस देने से पहले ड्रग नियामक द्वारा वैक्सीन उम्मीदवारों के नैदानिक परीक्षणों से सुरक्षा और प्रभावकारिता डेटा की जाँच की जाती है। इसलिए सभी लाइसेंस प्राप्त कोरोना वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावकारी होंगे।
7. क्या भारत में कोरोना वैक्सीन को +2 से +8 डिग्री C पर स्टोर करने और उन्हें आवश्यक तापमान पर परिवहन करने की क्षमता है ?
भारत दुनिया के सबसे बड़े प्रतिरक्षीकरण कार्यक्रमों में से एक चलाता है, जो 2.6 करोड़ से अधिक नवजात शिशुओं और 1 करोड़ से अधिक महिलाओ के वैक्सीनेशन की ज़रूरतों को पूरा करता है। देश की बड़ी और विविध आबादी को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए कार्यक्रम तंत्र को मज़बूत किया जा रहा है।
8. क्या भारत में इस्तेमाल किया जाने वाला वैक्सीन उतना ही प्रभावी होगा जितना दुसरे देशो में शुरू किया गया ?
हां ! भारत में शुरू की गयी कोरोना वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी जितनी अन्य देशो द्वारा विकसित वैक्सीन परीक्षणों के विभिन्न चरणों में इसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए की जाती है।
9. अगर मैं वैक्सीनेशन के लिए योग्य हूँ तो मुझे कैसे पता चलेगा?
पात्र लाभार्थियों को उनके पंजीकृत मोबाईल नंबर के माध्यम से वैक्सीनेशन और उसके निर्धारित समय के बारे में स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा सूचित किया जाएगा।
10. पात्र लाभार्थियों के पंजीकरण के लिए कौन से दस्तावेज़ आवश्यक है ?
पंजीकरण के समय फोटो के साथ आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज़, स्वास्थय मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी कार्ड (मनरेगा), सांसदों/विधायकों/एमएलसी को जारी किये गए आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक या पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक, केंद्र/राज्य/पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड में से कुछ भी दिखाया जा सकता है।
11. क्या कोई व्यक्ति बिना पंजीकरण के कोरोना वैक्सीन प्राप्त कर सकता है।
नहीं ! कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। पंजीकरण के बाद ही सत्र स्थल और समय की जानकारी साझा की जाएगी।
12. यदि कोई व्यक्ति स्थल पर फोटो आईडी दिखाने में असमर्थ है तो क्या उसे वैक्सीन लगाया जाएगा ?
फोटो आईडी पंजीकरण स्थल पर पंजीकरण और सत्यापन दोनों के लिए ज़रूरी है। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की इच्छित व्यक्ति को वैक्सीन लगाया गया है।
13. वैक्सीनेशन की नियत तारीख के बारे में लाभार्थी को जानकारी कैसे मिलेगी ?
ऑनलाइन पंजीकरण के बाद लाभार्थी को वैक्सीनेशन की नियत तिथि, स्थान और समय के बारे में अपने मोबाईल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा।
14. क्या लाभार्थियों को वैक्सीनेशन पूर्ण होने के बाद उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होगी ?
हाँ ! कोरोना वैक्सीन की उचित खुराक मिलने पर, लाभार्थी को अपने मोबाईल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा। वैक्सीन की सभी खुराक देने के बाद एक क्यूआर कोड आधारित प्रमाण पत्र भी उनके मोबाईल नंबर पर भेजा जाएगा।
15. क्या कोई निवारक उपाय और सावधानियां है जिसे स्थल पर पालन करने की आवश्यकता होगी ?
कोरोना वैक्सीन लेने के बाद आपको कम से कम आधे घंटे तक वैक्सीनेशन केंद्र में आराम करना चाहिए। यदि आपको बाद में कोई असुविधा या बेचैनी महसूस होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियो/एएनएम/आशा को सूचित करे। साथ ही कोरोना अनुरूप पालन याद रखे, जैसी की मास्क पहनना, हाथ की सफाई और शारीरिक दूरी को बनाए रखना (6 फिट या दो गज)।
16. कोरोना वैक्सीन से संभावित दुष्प्रभावों के बारे में क्या ?
सुरक्षा सिद्ध होने पर ही कोरोना वैक्सीन का उपयोग किया जाएगा। जैसा की अन्य वैक्सीन के साथ होता है कुछ व्यक्तियों में सामान्य दुष्प्रभाव, हल्का बुखार, दर्द आदि हो सकता है। राज्यों को कोरोना वैक्सीन से सम्बंधित किसी भी दुष्प्रभावों से निपटने के लिए व्यवस्था शुरू करने के लिए कहा गया है।
17. यदि कोई कैंसर, डायबिटीज़, हाई बीपी की दवाईंया लेने वाला कोरोना वैक्सीन ले सकता है ?
हाँ ! इनमे से एक या एक से अधिक स्वास्थ्य परिस्थितियों वाले व्यक्तियो को एक उच्च जोखिम वाली श्रेणी माना जाता है। उन्हें कोरोना वैक्सीनेशन कराने की आवशयकता है।
18. क्या हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स और फ्रंट लाइन वर्करों के परिवार को भी वैक्सीन दिया जाएगा ?
प्रारम्भिक चरण में सीमित वैक्सीन की आपूर्ति के कारण, इसे पहले प्राथमिकता वाले समूहों में लोगो को प्रदान किया जाएगा। बाद के चरणों में, वैक्सीन अन्य सभी को उपलब्ध कराया जाएगा।
19. वैक्सीन की कितनी खुराक किस अंतराल पर लेनी होगी ?
वैक्सीनेशन पूरा करने के लिए 28 दिन के अंदर एक व्यक्ति द्वारा वैक्सीन की 2 खुराक ली जानी चाहिए।
20. खुराक लेने के बाद एंटीबॉडी कब विकसित होगी ?
कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त करने के दो सप्ताह बाद आमतौर पर एंटीबॉडी का सुरक्षात्मक स्तर विकसित होता है।
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