18वीं लोकसभा के अंतर्गत राजनीतिक दलों का चुनाव पǐरणाम कैसा रहेगा? यह सवाल हर भारतीय के मन में है है। हालाँकि परिणाम 4 जून को आ जाएगा। लेकिन मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के लेखा एवं व्यावसायिक विभाग ने सांख्यिकी तकनीक का प्रयोग कर इसका पूर्वानुमान लगाने का प्रयास किया है।
इसके लिए विभागाध्यक्ष प्रो. शूरवीर एस भाणावत के मार्गदर्शन में विभाग के रिसर्च स्कॉलर्स सीएस अणिमा चोरडिया, दीपक सुथार, अशोक कुमार शर्मा ने 1991 से 2019 तक के चुनावी परिणामो के समंको का विश्लेषण (Analysis of election results data from 1991 to 2019) कर दो प्रमुख राजनैतिक दल के लिए 2024 चुनावी परिणामो का पूर्वानुमान लगाया है।
इस विश्लेषणों का निष्कर्ष इस प्रकार है
1. वर्तमान 17वीं लोकसभा में BJP के पास 37.36% वोट शेयरिंग के साथ 303 सीटे है वहीँ Congress के पास 19.49% वोट शेयरिंग के साथ 52 सीटे है। कई चुनावी विश्लेषक अनुमान लगा रहे है की BJP का वोट शेयरिंग प्रतिशत 6 % गिरावट की संभावना है। विश्लेषण यह बताता है कि यदि BJP का वोट शेयरिंग प्रतिशत 6% गिरकर 31.36% पर आ जाता है तो BJP को 255 सीटे मिलने की संभावना है। यदि यह गिरावट 2009 के पहले के चुनावो के बराबर हो जाती है और वोट शेयरिंग 22% हो जाती है तो BJP को 158 सीट मिलने की संभावना है। 22% इसलिए माना क्योंकि 1991 से लेकर के 2009 तक BJP का वोट अंशदान प्रतिशत 18.8 से 25.59 के मध्य रहा था जिसका ओसत 22% आता है। BJP का वोट शेयरिंग प्रतिशत 2014 में बढ़कर 31% हुआ और 2019 में जा कर के अपने जीवनकाल का सर्वाधिक 37.36% हो गया था।
2. यदी BJP 2019 का वोट प्रतिशत (37.36%) कायम रखने में कामयाब हो जाए तो 318 सीटे मिलने की संभावना है।
3. यदि यह अनुमान लगाया जाए कि BJP का वोट शेयरिंग में 6% की गिरावट आती है और इसका फायदा कांग्रेस को होता है अर्थात कांग्रेस का वोट शेयरिंग प्रतिशत 19.49% से बढ़कर 25.49% हो जाती है तो कांग्रेस को 124 सीटे मिलने की संभावना है। यदि हम यह मान ले कांग्रेस का वोट शेयरिंग प्रतिशत 2009 तथा इसके पूर्व के चुनावी परिणामो के बराबर हो जाए यानि कि 28.55% हो तो कांग्रेस को 160 सीटे मिलने की संभावना है। कांग्रेस के पास केवल 1991 में 36.64% वोट शेयरिंग थी इसके बाद सात बार चुनाव हुऐ किन्तु कभी भी कांग्रेस का हिस्सा 28.8% से ज़्यादा नहीं रहा।
4. यदि इतिहास दोहराता है और पुरानी वोट शेयरिंग रहती अर्थात 1991 से 2009 के मध्य के किसी भी वर्ष का वोट प्रतिशत रिपीट हो तो बीजेपी और कांग्रेस को संभावित सीट कितनी मिल सकती है सकती है? इसका पूर्वानुमान प्रतिगमन सांख्यिकी तकनीक का प्रयोग कर लियागया। इसकी एक झलक नीचे टेबल में दी गयी है। प्रथम दो प्रतिशत मान्यता के अधीन है जबकि अन्य 1991 से 2009 तक के वास्तविक वोट शेयरिंग प्रतिशत है।
Disclaimer: उपरोक्त विश्लेषण Udaipur Times द्वारा नहीं किया गया है और न ही यह कोई एग्जिट पोल है। यह रिपोर्ट Udaipur Times को भेजी गयी रिपोर्ट "मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के लेखा एवं व्यावसायिक विभाग ने सांख्यिकी तकनीक का प्रयोग कर 2024 के चुनावी परिणामो का लगाया पूर्वानुमान" पर आधारित है। आपको एक बार फिर बता दे चुनाव के वास्तविक नतीजे 4 जून 2024 को मतगणना के बाद ही आएँगे।
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