उदयपुर,18 नवंबर 2023। राजकीय सेवा से रिटायरमेंट के बाद जहां स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ जाती है, ऐसे में पेशनर्स को बेहतर मेडिकल सुविधाएं मिले उस को लेकर कलक्ट्रेट परिसर स्थित पेंशनर समाज कार्यालय में जुटे पेंशनर्स ने विचार साझा किए। साथ ही वे अपने सुझाव साझा करते हुए शहर की सुविधाओं की बात करते रहे हैं। उम्र के इस पड़ाव में वे स्वास्थ्य को लेकर बेहतर व्यवस्थाओं की मांग करते रहे हैं, लेकिन कई तरह की कमियां उन्हें आहत करती है। पेंशनर्स को बेहतर मेडिकल सुविधाएं मिलने की उम्मीद हमेशा रही है।
पेंशनर्स ने निम्न मुद्दों पर अपनर विचार साझा किए
- ओल्ड पेंशन स्कीम: पेंशनर्स ने कहा कि ओपीएस हर कर्मचारी का अधिकार है। इससे कर्मचारी के परिवार का जीवन जुड़ा हुआ है, यह लागू रहनी चाहिए।
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- रेल टिकट कंसेशन: वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे कन्सेशन देने की सुविधा पूर्व की भांति पुनः देने की जरुरत है, जो कोरोना काल में बंद कर दी थी।
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- शहर का दर्जा: पेंशनर्स ने कहा कि उदयपुर शहर को बी-2 का दर्जा दिलाने की मांग लम्बे समय से की जा रही है, लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई।
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- शहर की सड़कें बार-बार खराब स्थिति में पहुंच जाती है, कई जगहों पर बने स्पीड ब्रेकर मानक के अनुरूप नहीं है, जो हादसों का कारण बनते हैं।
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- गार्डनः शहर के जितने भी पार्क है, उनका रखरखाव अच्छी तरह से नहीं किया जा रहा है। राजीव गांधी पार्क, गुलाब बाग आदि की सार संभाल की जरुरत है।
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- डे केयर: उदयपुर में 50 फीसदी बुजुर्ग अकेले रहते हैं, जिनकी देखभाल नहीं हो पाती। उसके लिए डे केयर सेंटर सरकार के स्तर पर बनाने की जरुरत है।
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- पेयजल की कमी: झीलों का शहर होते हुए भी यहां पेयजल संकट की स्थिति है। कई क्षेत्रों में होने वाली जलापूर्ति पर्याप्त रूप से नहीं होती ।
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- स्मार्ट सिटी: इसके तहत काम हुए, लेकिन पार्किंग पर्याप्त नहीं है। काम अधूरे पड़े हैं और कई जगह निर्माण सामग्री के ढेर पड़े हुए हैं।
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- यातायातः ट्रांसपोर्टेशन सही नहीं है। जाम से आमजन परेशान है। एलिवेटेड रोड और ओवरब्रिज बनाए जाने की जरुरत है।
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