Rajsamand-14 नवंबर 2024 की प्रमुख खबरे


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News-स्कॉलरशिप और पालनहार के स्वीकृति प्रमाण पत्र पाकर खिले नन्हें बच्चों के चेहरे

राजसमंद 14 नवंबर। गुरुवार को जिला प्रशासन के तीन प्रोजेक्ट जिले में एक साथ साकार होते दिखे। राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी के मुख्य आतिथ्य में पीएमश्री जेएनवी परिसर में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में जहां एक ओर जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के नवाचार 'प्रोजेक्ट श्रम सम्बल' और 'पालनहार विशेष अभियान' के तहत पात्र बच्चों को लाभान्वित किया गया, तो वहीं 'क्षमता संवर्धन कार्यक्रम' का भी शुभारंभ हुआ। एसपी मनीष त्रिपाठी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम एक साथ बड़ी संख्या में बच्चों को 'निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना' में स्कॉलरशिप और पालनहार योजना में आर्थिक सहायता के प्रमाण पत्र सौंप कर लाभान्वित किया गया जिसके बाद बच्चों के चेहरे भी खिल उठे। साथ ही क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत सामान्य ज्ञान पर आधारित पुस्तिका का विमोचन-वितरण हुआ और विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा और एसपी मनीष त्रिपाठी ने बच्चों से करियर और जीवन के विभिन्न पहलुओं पर संवाद किया।

प्रोजेक्ट श्रम संबल के तहत निर्माण श्रमिकों के बच्चे लाभान्वित

जिला कलक्टर के निर्देशन में शुरू किए गए ‘प्रोजेक्ट श्रम संबल’ के तहत मिशन मोड पर ‘निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना’ से श्रमिकों के बच्चों को जोड़ने का कार्य किया। इस अभियान की सफलता में शिक्षा, ग्रामीण विकास और श्रम विभाग के अधिकारियों ने 24 घंटे तन्मयता से जुट कर अधिकाधिक प्रगति सुनिश्चित की। यह अभियान प्राथमिक तौर पर ग्राम एमड़ी, भाणा से शुरू किया था, फिर इसे जिले के अंतिम छोर तक ले जाया जाए।

जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 31 मार्च 2024 तक योजना के अंतर्गत सिर्फ 570 बच्चों के आवेदन स्वीकृत कर 52 लाख की छात्रवृति स्वीकृत की गई थी। लेकिन प्रोजेक्ट श्रम संबल के तहत इस वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल 2024 से गुरुवार तक 4112 आवेदन स्वीकृत कर 3.80 करोड़ रुपए छात्रवृति की स्वीकृत जारी की जा चुकी है। यह आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है।जिला स्तरीय कार्यक्रम में कई बच्चों निर्मला, खुशबू, रेखा, चेतना, कुलदीप, राहुल, तरुणा, हंसिका, हर्षित और रेशमा सहित जिले के अलग-अलग हिस्सों से आए अन्य बच्चों को योजना के तहत पंजीकृत होने का प्रमाण पत्र सौंप कर लाभान्वित किया गया। 

दरअसल भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण मण्डल राजस्थान द्वारा निर्माण श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा सहायता प्रदान करने हेतु “निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना” संचालित की जाती है। इस योजना के तहत पंजीकृत निर्माण श्रमिक के अधिकतम दो बच्चों को पात्रता अनुसार कक्षा छह उत्तीर्ण करने के पश्चात स्नातकोत्तर तक छात्रवृति की राशि प्रदान की जाती है। योजना प्रारूप के अनुसार पात्र बच्चे 6वीं कक्षा से लेकर उच्च कक्षा (आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक, स्नातकोत्तर) तक की पढ़ाई करने वाले बच्चे छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करके योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना में वार्षिक प्रति पात्र बच्चे को वर्गीकरण अनुसार 8000 हजार से लेकर 17000 रुपए तक की स्कॉलरशिप का प्रावधान है।

अभियान में निर्माण श्रमिक शिक्षा एवं कौशल विकास योजना से वंचित श्रमिकों के बच्चों को जोड़ने को लेकर मिशन मोड पर निरंतर कार्य किया गया। शिक्षा विभाग की ओर से सर्वे कर वंचित एवं पात्र श्रमिकों के बच्चों के आवेदन फ़ॉर्म भरवाए गए, ग्रामीण विकास एवं पंचायातीराज विभाग के माध्यम से श्रमिक का नियोजक प्रमाण पत्र जारी किया गया, नरेगा हाजरी तैयार करवा कर ई मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करवाए गए और श्रम विभाग द्वारा इन्हें स्वीकृत किया गया, जो निरंतर जारी है।

पालनहार विशेष अभियान में अनाथ और पात्र बच्चों को मिला सहारा

जिला कलक्टर के निर्देशन में ‘पालनहार विशेष अभियान’ भी शुरू किया जो जरूरमंद, अनाथ और बेसहारा बच्चों के प्रति एक विशेष उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। जिले में पालनहार योजना को पूरी मजबूती के साथ लागू किया जा रहा है, ताकि समाज के इन वंचित वर्गों तक सरकार की हर संभव सहायता पहुंच सके। ताकि इन बच्चों को न केवल आर्थिक सहायता मिले बल्कि उन्हें उचित देखभाल और संरक्षण भी प्राप्त हो, जिससे वे एक सुरक्षित और उज्जवल भविष्य की ओर कदम बढ़ा सकें।कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के रमेश, निर्मला, मोनिका, पुष्पा, नारायण, उदयलाल, मनीषा कुँवर, प्रिया कुँवर, सुगना, चेतना, पूनम, सोनाक्षी आदि को अतिथियों ने पालनहार योजना में पंजीकृत होने के प्रमाण पत्र सौंपे। 

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग उप निदेशक जय प्रकाश चारण ने बताया कि 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक के बीच 301 पालनहार स्वीकृत कर कुल 538 बच्चों को लाभान्वित किया गया था। जबकि इस अभियान के अंतर्गत प्रशासन ने केवल डेढ़ माह, यानि 1 अक्टूबर से 13 नवंबर शाम तक, 381 से अधिक नए पालनहार स्वीकृत किए गए हैं, जिससे 656 अतिरिक्त बच्चों को योजना का लाभ मिला है, इस आँकड़े को निरंतर आगे बढ़ाने को लेकर प्रशासन प्रतिबद्ध हैं ताकि एक भी पात्र बच्चा योजना से वंचित न रहे।

पालनहार योजना के तहत अनाथ बच्‍चों के पालन-पोषण, शिक्षा आदि की व्यवस्था संस्‍थागत नहीं की जाकर समाज के भीतर ही बालक-बालिकाओं के निकटतम रिश्तेदार या परिचित व्यक्ति के परिवार में करने के लिए इच्‍छुक व्‍यक्ति को पालनहार बनाकर राज्य की ओर से पारिवारिक माहौल में शिक्षा, भोजन, वस्त्र एवं अन्‍य आवश्‍यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है।

योजना के तहत अनाथ बच्चे, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड, आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता की संतान, निराश्रित पेंशन की पात्र विधवा माता की अधिकतम तीन संताने, नाता जाने वाली माता की अधिकतम तीन संताने, पुनर्विवाहित विधवा माता की संतान, एड्स पीड़ित माता-पिता की संतान, कुष्ठ रोग से पीडित माताध्यिता की संतान, विकलांग माता-पिता की संतान, तलाकशुदा या परित्यक्ता महिला के बच्चे, सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की संतान पात्र हैं।

अनाथ बच्चों की श्रेणी में 6 वर्ष तक के बच्चों को 1500 रुपए प्रतिमाह, 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों को 2500 रुपए प्रतिमाह लाभ लाभ मिल रहा है। ऐसे ही अन्य श्रेणी के बच्चों को 6 वर्ष तक 750 रुपए, 6 से 18 वर्ष तक के बच्चों को 1500 रुपए प्रतिमाह लाभ का लाभ दिया जाता है।

क्षमता संवर्धन कार्यक्रम के तहत किया बच्चों से संवाद

क्षमता संवर्धन कार्यक्रम शुभारंभ करते हुए राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा और एसपी मनीष त्रिपाठी ने यहाँ विभिन्न विद्यालयों के आए ग्रामीण अंचल के बच्चों से उनके करियर को लेकर संवाद किया। कुछ बच्चों ने आईएएस तो कुछ ने आईपीएस, तो कुछ ने डॉक्टर और इंजीनियर बनने की इच्छा जाहिर की। इस पर विधायक, कलक्टर और एसपी ने उन्हें गाइडेंस दिया और भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त किया।

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने बच्चों से संवाद करते हुए अपने जीवन और करियर के कई अनुभव साझा किए। उन्होंने प्रथम बार विधायक बनने से लेकर अब तक के सफर और इस बीच अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि जीवन में कोई भी काम मुश्किल नहीं है। उन्होंने मंच पर बोलने से घबराने वाले बच्चों का भी डर दूर किया और करियर को लेकर गाइडेंस दिया। इसी तरह जिला कलक्टर असावा और एसपी त्रिपाठी ने भी बच्चों से संवाद कर प्रेरित किया।

जिला कलक्टर ने राउमावि धोइन्दा की कक्षा 11 वीं की छात्रा नीलू कुमावत, 12वीं के देवेन्द्र सिंह, 10वीं की नीतू कुमावत, नवोदय 11वीं की भाविका बैरागी ने संवाद करते हुए करियर पर गाइडेंस लिया। एसपी ने बच्चों को डिजिटल वर्ल्ड के अपराध, साइबर अपराध, साइबर बुलिंग, साइबर अरेस्ट आदि की जानकारी देते हुए सावधानी बरतने और कोई भी अपराध होने पर पुलिस को सूचित करने की बात कही। उन्होंने शिक्षकों से भी उच्च स्तर के शब्द, भाषा, आचरण को उपयोग में लाने की अपील की। अंत में बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी संबंधी पुस्तिका का विमोचन कर सभी में वितरण किया गया। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशासन वंचित वर्गों के सर्वांगीण कल्याण हेतु निरंतर प्रतिबद्धता से कार्य करता रहेगा।

पदभार संभालते ही असावा ने नवाचारों को किया लागू

आईएएस बालमुकुंद असावा ने 25 सितंबर को राजसमंद जिला कलक्टर का पदभार ग्रहण किया था और पहले दिन से ही समाज के हर तबके को सरकारी योजनाओं में शत प्रतिशत लाभान्वित करने की अपनी प्रतिबद्धता पर काम किया। एक ओर जहां विशाल स्वच्छता अभियान, प्रोजेक्ट सक्षम सखी का आयोजन किया तो वहीं श्रमिकों के बच्चों हेतु प्रोजेक्ट श्रम संबल, अनाथ बच्चों के लिए पालनहार विशेष अभियान और अब बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए क्षमता संवर्धन कार्यक्रम शुरू किया। कुछ ही दिनों में जिले में इन प्रयासों से सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

News-उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनान्तर्गत आवेदन करने की अंतिम तिथि होगी 31 जनवरी 2025

राजसमन्द 14 नवम्बर। शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिये सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की विभिन्न छात्रवृति योजनाओं में यथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक पिछड़ा वर्ग, विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु समुदाय,  मिरासी एवं भिश्ती समुदाय तथा मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजनाओं में राज्य की राजकीय,  निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं एवं राज्य के बाहर की राजकीय, राष्ट्रीय स्तर एवं मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमों में प्रवेश, अध्ययनरत (कक्षा 11 व 12 के अतिरिक्त) विद्यार्थियों से छात्रवृति आवेदन आमंत्रित किये जाने है। विद्यार्थियों से आवेदन आमंत्रित करने के लिये छात्रवृति पोर्टल प्रारम्भ किया गया है। आवेदन विभागीय वेबसाइट अथवा एसएसओ पोर्टल पर स्कॉलरशिप एसजेई एप अथवा मोबाइल ऐप एसजेईडी एप्लीकेशन के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किये जाऐगे।

आवेदन पत्र ऑनलाईन पंजीकरण करने, आवेदन पत्र भरने के लिए उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु विद्यार्थियों के द्वारा पेपरलेस ऑफलाइन आवेदन पत्र पंजीकरण कर ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने के लिये पोर्टल प्रारम्भ करने की तिथि 14 नवम्बर 2024 एवं अंतिम तिथि 31 जनवरी 2025 रहेगी।

News-जिला कलक्टर ने विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र की बैठक में दिए दिशा-निर्देश

राजसमंद जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में उद्योगों के विकास और इससे संबंधित समस्याओं को दूर करने की दृष्टि से विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र की बैठक ली। कलक्टर ने निर्देश दिए कि अधिकारी और औद्योगिक संगठन आपस में समन्वय रखते हुए समस्याओं का समाधान करें एवं जिले को औद्योगिक दृष्टि से आगे ले जाएं। कलक्टर ने जिले में उद्योगों के विकास एवं समस्याओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए कई दिशा-निर्देश दिए। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना अंतर्गत उद्योगों को अधिकाधिक लाभान्वित करने पर भी चर्चा की। 

उन्होंने बजट घोषणा के अनुसार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रीको औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की प्रगति, डम्पिंग यार्ड प्रबंधन, औद्योगिक प्रयोजनार्थ भू रूपांतरण, रीको के अतिरिक्त अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली व रास्ते की समस्या आदि को लेकर चर्चा करते हुए दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा सियाणा, जेतपुरा, बामनटुकडा आदि अन्य क्षेत्रों में औद्योगिक इकाईयों तक पक्की रोड नहीं होने से आवागमन की समस्या, बिजली कटौती संबंधी समस्याओं, औद्योगिक क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण, ऐसे ही कुम्भलगढ क्षेत्र में बिजली व सडकों की समस्या, बग्गड औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्ड आवंटन की समस्या आदि को लेकर दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक भानु प्रताप सिंह राणावत, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके गुप्ता, राज्य कर उपायुक्त रविंद्र सिंह चुंडावत, विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता बी एस शर्मा, खनिज अभियंता (प्रथम) जिनेश हुम्मड, राजसमंद पंचायत समिति के विकास अधिकारी महेश गर्ग, प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारी, राजसमंद तहसीलदार विजय रैगर आदि उपस्थित रहे। इसके साथ ही मार्बल गैंगसा एसोसिएशन अध्यक्ष सत्यप्रकाश काबरा, पूर्व अध्यक्ष रवि शर्मा, ग्राम पंचायत पसूंद सरपंच अयन जोशी सहित अन्य उपस्थित रहे जिन्होंने उद्योगों के विकास को लेकर विभिन्न सुझाव प्रस्तुत किए। जिला कलक्टर ने मार्बल गैंगसा एसोसिएशन को शहर के कोई भी दो चौराहे गोद लेने की भी बात कही। 

जिला प्रशासन उद्योगों के विकास को लेकर दृढ़ संकल्प के साथ कार्य कर रहा है। क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। नए उद्योगों की स्थापना में सहूलियत देने, निवेशकों को प्रोत्साहित करने, और रोजगार के अवसरों का सृजन करने की दिशा में ठोस नीतियाँ अपनाई जा रही हैं। उद्योगों को आवश्यक संसाधनों, आधारभूत ढांचे, और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिल सकें। इन प्रयासों का उद्देश्य न केवल आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देना है, बल्कि क्षेत्र की समग्र प्रगति और सामाजिक विकास को भी सुदृढ़ बनाना है।

News-विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने दिवंगत निर्माण श्रमिकों के परिवारों को सौंपे सहायता राशि के लाभार्थी पत्र

राजस्थान की श्रमिक कल्याण योजनाओं के अंतर्गत विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने दिवंगत निर्माण श्रमिकों के पांच परिवारों को दो लाख रुपए की सहायता राशि के लाभार्थी पत्र प्रदान किए। इस सहयोग से श्रमिक परिवारों को आर्थिक संबल प्राप्त हुआ है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में राहत अनुभव कर सकेंगे।

इस अवसर पर विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार द्वारा श्रमिक परिवारों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जो परिवारों को कठिन समय में सहारा प्रदान कर रही हैं। उन्होंने श्रमिकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि इन परिवारों को ज़रूरी सहायता समय पर प्राप्त हो।

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने इस सहयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए श्रमिकों और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और उन्हें आश्वस्त किया कि उनके कल्याण के लिए सरकार निरंतर काम कर रही है। इस अवसर पर उनहोंने श्रमिक परिवारों को राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी भी दी।

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने बताया कि सरकार श्रमिक परिवारों के बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष तक की छात्रवृत्ति प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, श्रमिक के पुत्र अथवा पुत्री के जन्म पर परिवार को 21 हजार रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है। निर्माण श्रमिक सुलभ आवास योजना के तहत श्रमिकों को आवास बनाने के लिए 1.50 लाख रुपये तक का अनुदान भी मिलता है।

उन्होंने आगे कहा कि श्रमिक परिवारों को चिकित्सा सहायता, प्रशिक्षण और रोजगार में सहयोग, औजार एवं उपकरण खरीदने के लिए आर्थिक मदद, और पेंशन योजनाओं जैसे कई लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार करना और उनके परिवारों को कठिन परिस्थितियों में संबल प्रदान करना है।

विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने श्रमिकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि सरकार श्रमिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

News-न्यायाधीश ने किया जिला कारागृह का निरीक्षण

राघवेन्द्र काछवाल, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), के निर्देशानुसार संतोष अग्रवाल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश), राजसमंद द्वारा जिला कारागृह का निरीक्षण कर कारागृह की भोजन, सफाई, आवास, सुरक्षा इत्यादि व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

अग्रवाल ने बताया कि वक्त निरीक्षण कारागृह में कुल 131 बंदी निरुद्ध मिले। वक्त निरीक्षण बंदियों से मिलने आए हुए उनके परिजनों से वार्ता की गई, उनके द्वारा अपने परिचितों से मिलने में कोई परेशानी नहीं होना बताया। नवीन प्रवेशित बंदियो से संवाद किया गया सभी ने अपने प्रकरण में पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त होना बताया। कारागृह में कोई भी बंदी 18 साल से कम उम्र का निरूद्ध नहीं पाया गया। चिकित्सक द्वारा बंदियों का स्वास्थ्य परीक्षण करना बताया। 

अग्रवाल ने कारागृह में सजायाफ्ता बंदियों की जानकारी प्राप्त की। बंदियों के मनोरंजन हेतु बैरक में टेलीविजन लगी हुई है तथा सुरक्षा के लिये लगाए गए सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील अवस्था में हैं। बंदियों से वार्ता करने पर उन्होंने किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने तथा भोजन व्यवस्था के प्रति संतोष व्यक्त किया। वक्त निरीक्षण जेल उपाधीक्षक, हेमन्त साल्वी उपस्थित रहे।

News-31वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संपन्न
कृषि के साथ प्रसंस्करण को अपनाकर किसान अपनी आमदनी बढ़ाएं कुलपति डॉ. कर्नाटक

राजसमंद। कृषि विज्ञान केन्द्र, राजसमन्द पर 31वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक 14 नवम्बर को संपन्न हुई। कार्यक्रम के आरंभ में डॉ. पी.सी. रेगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र, राजसमंद ने बैठक से पूर्व सभी आगंतुकों का स्वागत किया।

बैठक की अध्यक्षता डॉ अजीत कुमार कर्नाटक कुलपति महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि किसान कृषि के साथ प्रसंस्करण की नवीन तकनीको को अपनाकर किसान अपनी आमदनी बढाये तथा फल एवं सब्जी की उपयोगिता एवं उत्पादन के बारें में विस्तार पूर्वक बताया। डॉ. आर. एल. सोनी, निदेशक, प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर ने बताया की किसान तकनीकी ज्ञान को अपना कर उन्नत बागवानी एवं सब्जी उत्पादन द्वारा अधिकतम उपज प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनने के लिए बताया।

डॉ. जे.पी. मिश्र, निदेशक अटारी जोधपुर, जोन-द्वितीय ने सभी विभागों के अधिकारियों का आह्वान किया कि दूर-दराज में बैठे हुए किसानों को पूरा-पूरा तकनीकी लाभ मिले, उसके लिये सभी विभाग मिल बैठकर कार्ययोजना तैयार करे एवं कृषि विज्ञान केन्द्र को अवगत करावें ताकि उसके अनुसार प्रशिक्षण आयोजित कराये जा सके। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र पर क्रॉप केफिटएरिया स्थापित करने एवं कृषि के नवीन संचार माध्यमों की उपयोगिता के बारे मे बताया।

डॉ. पी.सी. रेगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र राजसमंद ने बैठक में वर्ष 2023-24 के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन तथा वर्ष 2024-25 की कार्य योजना प्रस्तुत की। इस बैठक में श्री विनोद जैन, संयुक्त कृषि विस्तार राजसमन्द समन्वित कृषि प्रणाली को बढावा देने के बारे में तथा अधिक उत्पादन देने वाली एवं कम अवधि वाली किस्मों के प्रदर्शन लगाने के बारे में बताया। शिव प्रकाश कुम्हार, सहायक निदेशक आत्मा परियोजना कृषि विभाग, राजसमंद ने उच्च तकनीकी बागवानी के बारे में बताया। डॉ. जगदीश जिनगर उपनिदेशक पशुपालन विभाग ने एन. एल. एम. योजना अंतर्गत पशुपालन इकाई स्थापित करने के बारे में बताया।

आशीष जैन, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड एवं एल.डी.एम. प्रेम शंकर जीनगर, ऋतु अग्रवाल नें किसान क्रेडिट कार्ड एवं कृषि ऋण के बारे में बताया। राजिवीका के मुकेश कुमार नवल ने खाद्य प्रसंस्करण तथा मुल्य संवर्धन के बारे में बताया। बैठक मे गैर सरकारी संगठन के पदाधिकारियों एवं प्रगतिशील कृषक व कृषक महिलाओं ने भाग लिया तथा वार्षिक कार्य योजना पर चर्चा की। बैठक से पूर्व केन्द्र पर बकरीपालन प्रदर्शन इकाई एवं कृषि यंत्र प्रदर्शन इकाई का उद्घाटन माननीय कुलपति महोदय के कर कमलो द्वारा कराया गया।

बैठक के पश्चात 11 जनजाति महिला कृषकों को बीज भंडारण कोठी प्रदान की गयी। डॉ. पी.सी. रेगर, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र, राजसमंद ने कार्यक्रम के अन्त में सभी अतिथियों एवं आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

News-विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने श्री वीर बालाजी मंदिर नवम वर्षगाँठ एवं श्री तुलसी विवाह महोत्सव में की सहभागिता

राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी ने मंगलवार रात्रि में बालाजी महाराज सेवा समिति द्वारा आयोजित तीन दिवसीय श्री वीर बालाजी मंदिर की नवम वर्षगाँठ एवं श्री तुलसी विवाह महोत्सव में सम्मिलित होकर समारोह का पुण्य लाभ लिया। इस अवसर पर उन्होंने सभी श्रद्धालुओं एवं उपस्थित समाज बंधुओं को भव्य धार्मिक आयोजन की सफलता के लिए बधाई दी। प्रभु श्री बालाजी एवं ठाकुर जी की कृपा सभी पर सदैव बनी रहे, यह कामना भी की।

इसी क्रम में, विधायक महोदय को पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज द्वारा श्रीनाथद्वारा में आयोजित श्री तुलसी जी विवाह एवं सामूहिक विवाह समारोह में सम्मिलित होने का भी सुअवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने नवविवाहित दम्पत्तियों को आशीर्वाद एवं मंगलमय वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएँ प्रेषित कीं। विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने समस्त समाज जन, मातृशक्ति, युवा बंधुओं तथा आयोजकों को भव्य आयोजन के सफल आयोजन हेतु हार्दिक बधाई देते हुए समारोह में प्रदत्त स्वागत और सम्मान के लिए सभी का आभार प्रकट किया।

News-निरोधात्मक कार्यवाही में गिरफ्तार 

थानाधिकारी रेलमगरा ने सुरेश पिता नाथु कीर उम्र 45 साल निवासी कोटडी थाना रेलमगरा, लादु लाल पिता छेगा लाल कीर उम्र 42 साल निवासी कोटडी थाना रेलमगरा, रमेश जाट पिता गोवर्धन जाट उम्र 22 साल निवासी मेडीखेडा थाना रेलमगरा, कैलाश उर्फ संजय जाट पिता गोवर्धन जाट उम्र 25 साल निवासी मेडीखेडा थाना रेलमगरा , भैरू लाल जाट पिता बद्री जाट उम्र 38 साल निवासी मेडीखेडा थाना रेलमगरा को शांती भग के आरोप में गिरफ्तार किया।

थानाधिकारी भीम ने राजेशसिह पिता डाउसिह उम्र 28 साल निवासी गणेशपुरा थाना ब्यावर सिटी जिला ब्यावर को शांती भग के आरोप में गिरफ्तार किया।

News-प्रकरणों में गिरफ्तार 

थानाधिकारी खमनोर ने मानाराम पिता कुशाल गमेती उम्र 52 साल, गंगाराम पिता मानाराम गमेती उम्र 31 साल, चेतन पिता मानाराम उम्र 24 साल, भवानीशंकर पिता मानाराम गमेती उम्र 20 साल, टीकम पिता हमेरलाल मीना उम्र 20 साल,बाबुलाल पिता केशाजी गमेती उम्र 38 साल सभी निवासीयान खुंटाखेत झालो की मदार थाना खमनोर को प्रकरण संख्या 221/2024 धारा 115(2),126(2), 333, 127(2), 304(2),189(2) बीएनएस में गिरफ्तार किया।
थानाधिकारी देलवाडा ने गणपतसिंह पिता अर्जुनसिंह सोलंकी उम्र 44 साल निवासी हाकीयावास थाना आमेट, मनवेन्द्रसिंह पिता विजेन्द्रसिंह राजपुरोहित उम्र 28 साल निवासी सरवन तहसील सैलाना जिला रतलाम मध्यप्रदेश को प्रकरण सं. 127/2024 धारा19/54 आबकारी एक्ट में गिरफ्तार किया गया। 

 


 

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