उदयपुर ग्रामीण विधायक ने 65 साल की उम्र में बी.ए की परीक्षा पास कर एक नया आयाम कायम किया


उदयपुर ग्रामीण विधायक ने 65 साल की उम्र में बी.ए की परीक्षा पास कर एक नया आयाम कायम किया

बेटियों के कहने पर की पढाई
 
phool singh meena

उदयपुर ग्रामीण विधायक ने 65 साल की उम्र में बी.ए की परीक्षा पास कर एक नया आयाम कायम किया है। विधायक फूल सिंह मीणा ने पूर्व मे 7वी क्लास तक ही पड़े थे । लेकिन उनकी पांच बेटियों ने जोर देते हुए उनसे कहा पापा पढ़ाई तो करनी होगी। बेटियों ने कहा अगर पढ़ाई कर लेंगे तो उसमें कई फायदे भी होंगे। बेटियों की बात मानकर वर्धमान महावीर विश्वविद्यालय कोटा से पढ़ाई शुरू की। 

मीणा ने हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम में राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन और समाजशास्त्र से बीए फाइनल की परीक्षा पास की। विधायक ने कहा- आज वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। बेटियों की बदौलत बीए पास हो गए हैं। मैं युवाओं का कहना चाहता हूं कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है, लक्ष्य आपका तय होना चाहिए, आपका इरादा मजबूत होना चाहिए सफलता जरूर मिलेगी।

बेटियों ने बदल दिया मुझे

विधायक की पांच बेटियां संजना, रेखा, दीपिका, सुमन व ज्योति समय-समय पर पढ़ाई के लिए कहती रहती थीं। मीणा ने बताया कि बेटियों ने यही कहा कि जनता के दुख-दर्द, तकलीफ को दूर करने के लिए आप अधिकारियों से तभी समाधान करवा पाएंगे। सशक्त जनप्रतिनिधि साबित होंगे, जब आप स्वयं भी उच्च शिक्षित होंगे। मीणा ने बताया- बेटियों की इस बात ने मन पर गहरा असर किया।

विधायक ऐसे बढ़ते गए आगे

नई ऊर्जा के साथ अपनी पढ़ाई में जुट गए। 40 साल के अंतराल के बाद उन्होंने फिर से शिक्षा की डोर थामी। पहली बार दसवीं की परीक्षा देने के लिए राजस्थान स्टेट ओपन से 2013 में आवेदन भरा। 2015 में पास हुए। वे स्टेट ओपन से 2017 में 12वीं में पास हुए। विधायक कहते है कि अब मन में है कि पीएचडी डिग्री ली जाए। इसके लिए अभी पढ़ाई का सफर जारी रहेगा।

विकट परिस्थितियां थी तो छोड़ी पढ़ाई

विधायक मीणा बताते है कि अपनी पारिवारिक परिस्थितियों के चलते 7वीं कक्षा से पढ़ाई छोड़ चुके थे। वे अपने कामकाज में लग गए। उस समय पिताजी के निधन के बाद घर पर कोई काम करने वाला नहीं था। 13 की उम्र में मीणा ने खेती करनी शुरू कर दी। करीब 12 साल खेती की। उसके बाद उससे गुजारे में दिक्कत होने लगी। वे मजदूरी करने लगे। कई सालों बाद वे लैबर कॉन्ट्रेक्टर का काम करने लगे। आज 125 लैबर काम कर रही है।

पार्षद से विधायक तक का सफर

बता दें कि मीणा यूआईटी उदयपुर में ट्रस्टी भी रहे। 2010 में वे नगर निगम उदयपुर में पार्षद चुने गए। साल 2013 में उनको ग्रामीण विधानसभा से भाजपा ने टिकट दिया गया। वे चुनाव जीत गए। इसके बाद 2018 में फिर टिकट मिला और चुनाव जीत गए।

अच्छे अंक लाने वाली बेटियों को हवाई यात्रा कराते विधायक

ग्रामीण विधायक मीणा बालिका शिक्षा और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अपने विधानसभा क्षेत्र से बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाली छात्राओं को प्रतिवर्ष जयपुर की हवाई यात्रा कराते हैं। वहां वे राजभवन, विधानसभा इत्यादि महत्वपूर्ण संस्थानों का विजिट करवाते हैं।
 

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