भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद बगावत के सुर


भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद बगावत के सुर 

भाजपा कांग्रेस की सभी सूची सामने आते ही दोनों ही पार्टियों में बवाल मचना तय है

 
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आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद ही भाजपा ने 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी।  पहली सूची जारी होते ही बगावत के सुर गूंजने शुरू हो गए।  जिन दावेदारों का टिकट कटा उनमे से कई ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बनाया है। 

फ़िलहाल तो भाजपा की पहली सूची पर बवाल मचा हुआ है। भाजपा कांग्रेस की सभी सूची सामने आते ही दोनों ही पार्टियों में बवाल मचना तय है।  चुनाव के अंतिम क्षणों में कौनसी पार्टी कितने स्थानों पर डेमेज कंट्रोल कर पाती है देखना दिलचस्प होगा अन्यथा बागी सुर दोनों ही पार्टी को बेसुरा करने को तैयार रहेंगे।     

भाजपा की पहली लिस्ट में पार्टी ने 7 सांसदों को टिकट दिया है। इनमें नरेंद्र कुमार को मंडावा से, किरोड़ीलाल मीणा को सवाई माधोपुर से, बाबा बालकनाथ को तिजारा से, भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ से, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा से, दिया कुमारी को विद्याधर नगर से और देवजी पटेल को सांचौर से टिकट दिया है।

इन सीटों पर गूंज रहे है बगावत के सुर 

वागड़ मेवाड़ की डूंगरपुर सीट से भाजपा ने बंसीलाल कटारा को मैदान में उतारा है। जहाँ उन्हें पूर्व जिला प्रमुख और पिछली बार के हारे हुए उम्मीदवार माधवलाल वरहात के समर्थको का विरोध झेलना पड़ रहा है। पूर्व जिला प्रमुख माधवलाल वरहात के नेतृत्व में छापी के पूर्व सरपंच व बिछीवाड़ा मंडल अध्यक्ष मगन, चंद्रलेखा कलासुआ, बिलड़ी सरपंच बद्रीलाल कटारा, युवा नेता करुण ननोमा समेत भाजपा के सभी दावेदार ने नाराजगी जताते हुए जमकर हंगामा किया। डूंगरपुर सीट से पिछली बार कांग्रेस के गणेश घोघरा विजयी रहे थे। 

झुंझुनूं से भाजपा की तरफ से बबलू चौधरी की टिकट की घोषणा के भाजपा जिला उपाध्यक्ष और पिछली बार के पराजित उम्मीदवार राजेंद्र भाम्बू द्वारा विरोध शुरू हो गया है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं टिकट के दावेदार राजेंद्र भांबू के निवास पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी इकट्ठा हुए। जिन्होंने भाजपा की टिकट का विरोध किया। झुंझुनू सीट से पिछली बार कांग्रेस के ब्रजेंद्र सिंह ओला ने विजय हासिल की थी। 

जयपुर की झोटवाड़ा से जयपुर (ग्रामीण) लोकसभा सीट से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठोड की टिकट की घोषणा के बाद पिछली बार के हारे हुए उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत और आशु सिंह सूरपुरा ने विरोध जताया है।  पिछली चुनावों में झोटवाड़ा सीट से कांग्रेस के लालचंद कटारिया ने जीत हासिल की थी। राजपाल सिंह शेखावत वसुंधरा राजे समर्थक माने जाते है। 

अलवर की तिजारा सीट से भाजपा ने अलवर के सांसद बालकनाथ को टिकट थमाया है। जिसका तिजारा के पूर्व विधायक मामन सिंह यादव ने विरोध जताते हुए अधिकृत प्रत्याशी बालकनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की है। अलवर की तिजारा से पिछली बार बसपा के संदीप यादव ने बाज़ी मारी थी। संदीप यादव ने यहाँ से कांग्रेस के इमामुद्दीन अहमद उर्फ़ दुर्रू मियां को हराया था।  भाजपा के संदीप दायमा यहाँ तीसरे स्थान पर रहे थे। 

किशनगढ़ सीट से अजमेर लोकसभा सीट से सांसद रह चुके भागीरथ चौधरी को भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी बनाया गया है जिसका विरोध करते हुए पिछली बार के हारे हुए उम्मीदवार विकास चौधरी ने निर्दलीय ताल ठोकने का संकेत दिया है।  पिछली बार इस सीट से निर्दलीय के रूप के सुरश टाक ने उन्हें हराया था। कांग्रेस के नाथूराम सिनोदिया यहाँ तीसरे स्थान पर रहे थे। 

सांचौर सीट से सांसद देवजी पटेल की टिकट का विरोध पिछली बार के हारे हुए उम्मीदवार दानाराम चौधरी और पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी द्वारा किया जा रहा है। पिछली बार इस सीट से कांग्रेस के सुखराम विश्नोई ने जीत हासिल की थी। जीवाराम चौधरी ने पिछले चुनावो में बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़कर 22 फ़ीसदी मत हासिल किये थे जबकि भाजपा के पिछली बार के उम्मीदवार दानाराम चौधरी ने 26 फ़ीसदी मत हासिल किये थे। 

कोटपूतली विधानसभा सीट से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी हंसराज पटेल का पिछली बार के पराजित उम्मीदवार मुकेश गोयल और यादराम जांगल द्वारा विरोध किया जा रहा है। कोटपूतली सीट से पिछले दो विधानसभा सत्र के लिए कांग्रेस के राजेंद्र सिंह यादव विजय हासिल करते आ रहे है। 

टोंक ज़िले के देवली उनियारा सीट से भाजपा ने विजय बैंसला को टिकट दिया गया है जिसका पिछली बार के पराजित प्रत्याशी और पूर्व विधायक राजेंद्र गुर्जर ने विरोध किया है। पिछली बार इस सीट से कांग्रेस के हरीश चंद्र मीणा ने राजेंद्र गुर्जर को हराया था। 

भरतपुर ज़िले की नगर विधानसभा सीट से जवाहर सिंह की टिकट का विरोध पूर्व विधायक और पिछली बार की पार्टी की उम्मीदवार अनीता गुर्जर द्वारा किया जा रहा है। हालाँकि पिछली बार भाजपा की अनीता गुर्जर यहाँ तीसरे स्थान पर रही थी जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार मुरारी लाल यहाँ से चौथे स्थान पर रहे थे। पिछली बार यहाँ से बसपा के वाजिब अली ने सपा के नेम सिंह को हराया था। वाजिब अली बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। 
  
बानसूर विधानसभा सीट से भाजपा ने पिछली बार के उम्मीदवार देवी सिंह शेखावत को टिकट दिया है जिसका पूर्व मंत्री रोहिताशव कुमार ने विरोध जताया है। पिछली बार यहाँ से कांग्रेस की शकुंतला रावत ने जीत दर्ज की थी। 

वैर विधानसभा सीट से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी बहादुर सिंह कोली की टिकट का भी भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष तथा नगर निगम की पूर्व महापौर द्वारा विरोध जताया जा रहा है। पिछली बार यहाँ से कांग्रेस के भजन लाल जाटव ने जीत हासिल की थी।  

सीकर की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से सुभाष महरिया की टकट का विरोध भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष हरिराम रणवा द्वारा किया जा रहा है।  पिछली दो बार की विधानसभा सत्र के लिए यहाँ से कांग्रेस  के प्रदेशाध्यक्ष और गहलोत के खासमखास गोविन्द सिंह डोटासरा यहाँ से काबिज़ है।  पिछली बार 2018 में उन्होंने दिनेश जोशी को जबकि 2013 में सुभाष महरिया को हराया था। 

वहीँ जयपुर की विद्याधर नगर से भाजपा के सिटिंग एमएलए और पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता सेर्गिय भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी का टिकट काटकर राजसमंद की सांसद दिया कुमारी को टिकट दिया है, ज़ाहिर है दिया कुमारी को नरपत सिंह राजवी की नाराज़गी का सामना करना पड़ सकता है। नरपत सिंह राजवी भी वसुंधरा राजे खेमे के माने जाते है।
 

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