उदयपुर 17 अप्रेल 2022 । जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स विभाग की मेजबानी में श्रमजीवी महाविद्यालय के बेडलिया सभागार में रविवार को आठ दिवसीय ऑल इंडिया इंटर युनिवर्सिटी पॉवर लिफ्टिंग महिला एवं पुरूष प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रतिपक्ष नेता गुलाब चंद कटारिया, कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत, कुल प्रमुख बीएल गुर्जर, पूर्व कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी, स्पोर्ट्स बोर्ड सचिव डॉ. भवानी पाल सिंह राठौड, प्रो. सुमन पामेचा, डॉ. धमेन्द्र राजौरा ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीपदान व विद्यापीठ व एआईयू का झण्डारोहरण कर टुर्नामेंट का आगाज किया।
टुर्नामेंट शुरू करने की घोषणा करते हुए कटारिया ने कहा कि व्यक्ति का जन्म किसी न किसी उद्देश्य को लेकर कर होता है, आवश्यकता है कि व्यक्ति के उद्देश्य और गुणों को पहचान कर उसे तराशने की। जब वह सफलता की स्वर्णिम इबारत गढता है जिससे हर कोई गौरवांवित हो उठता है। देश में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। आज हमारे देश के पॉवर लिफ्टर खिलाड़ी देश ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन कर रहे है। खिलाड़ी की सफलता में पूरे देश के 135 करोड़ लोगों का मान व प्रतिष्ठा बढती है। इस तरह की प्रतियोगिता देश की प्रतिभा का निखारने का काम करती है।
उन्होने कहा कि आज मैं जिस स्थिति में हॅू इसमें विद्यापीठ का बहुत बड़ा योगदान है, इसका ऋण कभी नही चुका सकता। उन्होनेें कहा कि मैं भी इसी श्रमजीवी महाविद्यालय का प्रोडेक्ट हूॅ, मैंने यही से शिक्षा ग्रहण की और अपनी सेवाए भी दी। तीन वर्ष तक ग्रामीण अंचल झाडोल में भूगोल के अध्यापक के पद पर कार्य करने के बाद किन्हीं कारणों से मैने इस पद से त्याग दिया और राजनीति के क्षेत्र में आ गया और आज इस मुकाम पर पहुंच गया। संस्थापक जनुभाई ने आजादी के पूर्व गरीब, वंचित व नौकरीपेशा व्यक्ति को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडने के उद्देश्य से श्रमजीवी महाविद्यालय की स्थापना की।
अध्यक्षता करते हुए प्रो़. सारंगदेवोत ने कहा कि आठ दिनो तक स्वर्ण, रजत व कास्य पदको के लिए मुकाबला होगा जो खिलाडी विजयी रहेगा व राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में अपना स्थान सुनिश्चित करेगा। उन्होने कहा कि विद्यापीठ 2013 से ही खेल को बढावा देने के उद्देश्य से ऑल इंडिया विवि की क्रोस कंट्री, महिला खो खो, हैण्ड बॉल, बोक्सिंग का सफलतापूर्वक टुर्नामेंट करवा चुका है जिससे नये नये खिलाड़ी उभर कर सामने आ रहे है जो देश ही नहीं विदेशों में भी अपने देश का नाम रोशन कर रहे है। उन्होने खिलाड़ियों का आव्हान किया कि वे खेल को खेल की भावना से खेले। खेल मन और मस्तिष्क के मजबूत स्वास्थ्य का आधार है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ केे साथ राष्ट्रीयता से जुडाव का मार्ग भी प्रशस्त करता है। शोध में यह पाया कि खेलों से हमारे व्यक्तित्व में सकारात्मकता का विकास होता है।
विशिष्ठ अतिथि प्रो. कैलाश सोडानी ने कहा कि कोविड महामारी ने विश्व में त्रासदी मचाई। कोविड ने हमें एक चीज सिखाई है कि हमारे देश की संस्कृति, खानपान, योगा, खेलकूद - ये सब चीज हमारे जीवन को बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते है इसलिए ये सभी हमारे पाठ्यक्रम का हिस्सा भी होना चाहिए। देश हर व्यक्ति को खेलना है, योगा करना है ताकि हमारा मेडिकल का खर्चा कर होगा और आम व्यक्ति की आयु भी बढेगी। आज की युवा पीढी को जागरूक करना होगा कि मोबाईल से ज्यादा, खेल लाभकारी है उन्हे खेल मैदान तक ले जाना होगा।
विशिष्ठ अतिथि कर्नल इन्द्रजीत गोशाल ने खिलाडियों का आव्हान किया कि खेलों के माध्यम से भी देश की सेवा करने का मौका मिलता है। जानकारी के अभाव में कई खिलाड़ी आगे नहीं जा पाते है , आवश्यकता है उन्हे जागरूक कर आगे लाने की।
आयोजन सचिव डॉ. भवानी पाल सिंह ने स्पोर्ट्स बोर्ड का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि 17 से 19 अप्रेल तक चलने वाली पुरूष वर्ग की प्रतियोगिता में मुम्बई, गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, हरियाणा सहित देश भर के 106 विश्वविद्यालयों के ग्यारह सौ से अधिक पॉवर लिफ्टर खिलाड़ी व कोच भाग ले रहे है।
पूरे टुर्नामेंट के दौरान अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के रैफरी के द्वारा निर्णायक की भूमिका निभा रहे है। खेल से पूर्व सभी खिलाड़ियों का वजन, मेडिकल टीम द्वारा सभी खिलाडियो का मेडिकल टेस्ट कर उनकी फीटनेस को रिकार्ड किया। आठ दिनों तक शहरवासियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पॉवर लिफ्टर खिलाड़ियों का का प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
उन्होने बताया कि 21 से 24 अप्रेल तक महिला पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा जिसमें देश भर के 135 विश्वविद्यालयों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। समारेाह में कन्या महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा राजस्थानी गीतों पर प्रस्तुतियॉ दे सभी का मन मोह लिया। कुंभा कला केन्द्र के कलाकारों ने संस्था गीत व राष्ट्रीय गीत का गायन किया। समारेाह में विद्यापीठ के डीन डायरेक्टर उपस्थित थे। संचालन डॉ. रचना राठौड ने किया जबकि आभार डॉ. दिलीप सिंह चौहान ने जताया।
रविवार हुए यह मुकाबले
आयोजन सचिव डॉ. भवानी पाल सिंह ने ने बताया कि रविवार को 59, 66, 74 किलो ग्राम वर्ग के खिलाड़ियों की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 59 किलोग्राम भार वर्ग में 68 खिलाड़ियों ने भाग लिया जिसमें
मेंगलौर विश्वविद्यालय के विनोद यदुनेश राउत ने स्कवेट में 240 किलो, बेंच प्रेस में 147.5 किलो, डैड लिफ्ट में 222.5 किलाग्राम सहित कुल 610 किलोग्राम वजन उठा स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अनोहरा विश्वविद्यालय के के. यशवंत ने स्कवेट में 245 किलो, बेंच प्रेस में 150 किलो, डैड लिफ्ट में 215 किलोग्राम कुल 610 ग्राम वजन उठा रजत पदक अपने नाम किया।
दोनो खिलाड़ियों ने 610 किलोग्राम वजन उठाया लेेकिन यशवंत के बॉडी वेट ज्यादा होने के कारण उनको रजत पदक पर ही संतोष करना पडा। वी.बी.एस.पी. विश्वविद्यालय जोनपुर के विशंत वैद ने स्कवेट में 225 किलो, बेंच प्रेस में 130 किलो, डैड लिफ्ट में 225 किलो कुल 580 किलोग्राम वजन उठा रजत पदक अपने नाम किया। टीमें व खिलाड़ियोे की संख्या अधिक होने से प्रतियोगिता सुबह 08 बजे प्रारंभ होगी जो देर रात तक चलेगी।
सुखाडिया विश्वविद्यालय के जुनियर छात्र गौरव साहु ने अपने खेल जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 510 किलोग्राम वजन उठा बेस्ट 10 में अपनी जगह बनाई।
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