GBH American Hospital के अवैध निर्माण पर कार्रवाई शरू
उदयपुर 24 जुलाई 2024। शहर के बेड़वास (प्रतापनगर) स्थित GBH American Hospital के भवन निर्माण में अनियमितता पर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा ने विधानसभा में मुद्दा उठाने के बाद अब यह मुद्दा गरमा गया है। यूआईटी (UDA) के उच्च अधिकारी सहित होमगार्ड के जवान के साथ प्रताप नगर थाना पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जीबीएच हॉस्पिटल में बनी अवैध निर्माण बिल्डिंग को सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इधर, जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल के संचालक ने कर्मचारीयो और डॉक्टरो को जिला प्रशासन के विरोध में उतार दिया है। जीबीएच हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे है ।
मौके पर यूआईटी के उच्च अधिकारी सहित होमगार्ड के जवान के साथ प्रताप नगर थाना पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जीबीएच हॉस्पिटल में बनी अवैध निर्माण बिल्डिंग को सीज करने की कार्रवाई शुरू की।
आपको बता दे विधायक फूल सिंह मीणा द्वारा अमेरिकन इंटरनेशनल हेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड के सम्बंध में उठाये गए सवालों पर दिनांक 22 जुलाई 2024 को सदन में नगरीय विकास राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा द्वारा जवाब देते हुए बताया गया कि अस्पताल द्वारा RSMM, महाराणा भुपाल अस्पताल के साथ धोखाधड़ी व जालसाजी की शिकायतो की प्रारंभिक जानकारी में पुष्टि हुई है, उन्होंने कहा था कि मुख्य सचिव की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर 4 से 5 सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत की जायगी, साथ ही GBH American Hospital द्वारा किये गए अवैध निर्माणों को 72 घण्टे के अंदर सम्बंधित निकाय द्वारा सीज करने के आदेश भी हुए।
उल्लेखनीय है कि नगरीय विकास एवं स्वायत शासन, राज्य मंत्री खर्रा शून्यकाल के दौरान उदयपुर (ग्रामीण) विधायक फूल सिंह मीणा द्वारा ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से इस संबंध में उठाए गए सवाल का जवाब देते हुआ बताया कि उदयपुर जिला कलक्टर की ओर से 18 जुलाई, 1998 को मैसर्स अमेरिकन इन्टरनेशनल हेल्थ मैनेजमेन्ट लिमिटेड पंजीकृत कम्पनी को हॉस्पिटल तथा डायग्नोस्टिक एवं हेल्थ सेन्टर की स्थापना के लिए 99 वर्ष की अवधि के लिए भूमि आवंटित की गई थी।
नगरीय विकास एवं स्वायत शासन, राज्य मंत्री खर्रा ने बताया कि इस भूखण्ड पर भवन निर्माण की स्वीकृति न्यास की ओर से 4 जुलाई 2014 को जारी की गई थी, जिसके तहत जेबीएच हॉस्पिटल में स्वीकृत मानचित्र अनुसार निर्माण स्वीकृति जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि इस निर्माण के सम्बन्ध में वर्तमान में निर्मित भवन की जांच की गई, जिसमें मौके पर स्वीकृति के अतिरिक्त नर्सिंग हॉस्टल में भूतल एवं आठ तल तथा प्रोफेसर भवन में भूतल एवं नौ तल का स्वीकृति के विरूद्ध अवैध निर्माण पाया गया।
उन्होंने बताया था कि राजस्थान स्टेट मिनरल एंड माइन्स लिमिटेड एवं महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय के साथ धोखाधड़ी व जालसाजी की शिकायतें प्राप्त हुई है जो प्रारंभिक जांच में सत्य प्रतीत होती है।
राज्य मंत्री खर्रा ने कहा था कि बिना स्वीकृति के हुए निर्माण को संबंधित नगरीय निकाय 72 घंटे के अंदर सीज कर विधानसभा सचिवालय और विभाग को सूचित करेगा।