Cyber Fraud Part-9:QR कोड स्कैन करते समय किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए
इस स्कैम को आमतौर पर फिशिंग साइटों के जरिए अंजाम दिया जाता है
QR के साथ एक समस्या यह है कि लोगों को स्कैन करने से पहले तक यह पता नहीं होता है कि मोबाइल में क्या ओपन होने वाला है। इसी का फायदा उठाकर साइबर ठग कुछ फर्जी वेबसाइट्स या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए आपको QR कोड भेजते हैं। जब आप उस कोड को स्कैन करते हैं तो कोई लिंक ब्राउजर पर ओपन हो सकता है। इसके बाद तुरंत आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट सकते हैं।
इसके अलावा कई बार फेक QR कोड को रियल QR कोड में इनबिल्ट कर दिया जाता है। जब कोई इस तरह के QR कोड को स्कैन करता है तो उसे किसी अन्य साइट पर ट्रांसफर कर दिया जाता है। इसके बाद आपकी जानकारी को आसानी से हैक किया जा सकता है। यही QR कोड स्कैम की वजह बनता है।
क्यूआर कोड स्कैम से बचाव के लिए, अजनबियों के साथ यूपीआई आईडी और बैंक विवरण शेयर करने से बचें, ऑनलाइन लेनदेन वेरिफाई करें और संदिग्ध क्यूआर कोड से सावधानी बरतें।
- QR कोड स्कैन करते समय अगर खुद-ब-खुद कोई वेबसाइट ओपन हो रही है तो उसे तुरंत कैंसिल करें।
- किसी भी वेबसाइट से QR कोड स्कैनर ऐप डाउनलोड न करें। इससे आपके मोबाइल में मालवेयर डाउनलोड होने का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादातर मोबाइल में कैमरा ऐप में इनबिल्ट एक स्कैनर होता है।
- अपने स्मार्टफोन की स्क्रीन पर हमेशा लॉक लगाकर रखें।
- अपना UPI PIN किसी वेबसाइट या किसी अनजान व्यक्ति से कभी शेयर न करें।
- अपने खाते को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।
- अगर आप अपने फोन, अकाउंट या किसी पर्सनल डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कोई भी असामान्य गतिविधि देखते हैं तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें और अपना पासवर्ड रीसेट करें।