Tourists places:- छुट्टी में दोस्तों संग प्लान करें उदयपुर शहर का ट्रिप
देसी-विदेशी सैलानियों का नहीं बल्कि बॉलीवुड सेलेब्स का भी है यह फेवरेट शहर
उदयपुर, 4 फरवरी 2024। दोस्तों के साथ कहीं भी घूमने जाने का अपना अलग ही मज़ा होता है। इससे न सिर्फ दोस्तों के साथ समय बिताने का मौका मिलता है, बल्कि ट्रिप से सुनहरी यादें भी मिलती हैं जो लाइफटाइम याद रहती हैं। अगर आप दोस्तों के साथ आने वाली छुट्टियो पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं उन के बारे में जहां से आप दो दिन में घूमकर वापिस लौट सकते हैं। घूमने के लिए बेस्ट लोकेशन।
इस भाग में हमने उन पयर्टक स्थलों के बारे में बताया जो की शहर के परकोटे में आते है, जिसे उदयपुर का ओल्ड सिटी भी कहा जाता है
लेकसिटी के नाम से मशहूर उदयपुर की भी अलग शान है। उदयपुर अपनी समृद्धि सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात है। यहां भी आपको तमाम विदेशी देखने को मिलेंगे। दोस्तों संग घूमने-फिरने के लिए किसी अच्छी लोकेशन की तलाश में हैं तो राजस्थान का ये खूबसूरत शहर बेस्ट है।
1. फतहसागर झील
Fatehsagar Lake
यह उदयपुर, राजस्थान में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। फतेह सागर झील राजस्थान की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है। इसमें तीन द्वीप हैं और प्रत्येक में अच्छी तरह से बनाए रखा गया सार्वजनिक पार्क है, जहां नाव की सवारी के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। यह शाम बिताने के लिए एक अच्छी जगह है, क्योंकि जब सूरज क्षितिज पर डूबता है तो शहर का दृश्य बेहतर हो जाता है। यदि आप छोटी यात्रा पर हैं, तो इसे एक दिन में उदयपुर में घूमने लायक स्थानों में जरूर शामिल करें।
मानसून के दौरान झील वास्तव में एक नया अर्थ ले लेती है, जब यह ओवरफ्लो हो जाती है, तो आपको प्रकृति की सुंदरता देखने को मिलती है। प्राकृतिक सौन्दर्य का सुन्दर प्रदर्शन है ये झील। यदि आप उदयपुर में स्ट्रीट फूड का आनंद लेना चाहते हैं, तो फतेहसागर झील कई खाद्य स्टालों से घिरी हुई है, जो विभिन्न प्रकार के स्ट्रीट फूड पेश करते हैं।
- समय: 24 घंटे खुला
- प्रवेश शुल्क: कोई प्रवेश शुल्क नहीं, जल गतिविधियाँ के लिए लगभग ₹200 प्रति व्यक्ति से शुरू।
2. सज्जनगढ़ (मानसून पैलेस)
सज्जनगढ़, जिसे मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है। उदयपुर की सरहद पर बसा यह महल मेवाड़ वंश का स्थल है। इस महल का नाम इसके संरक्षक महाराना सज्जन सिंह के नाम पर पड़ा। यह महल अरावली की पहाड़ियों की ऊँचाई पर बनाया गया ताकि मानसून के बादलों का पता लगाया जा सके और यही कारण हैं कि इसे मानसून महल भी कहा जाता है। इतनी ऊँचाई पर बसे होने के कारण आप यहाँ से पूरे शहर का दृश्य देख सकते हैं। ऊँचाई से शहर के टिमटिमाते छोटे-छोटे घर रात में इस दृश्य में चार चाँद लगा देंगे।
19वीं सदी का यह महल शहर और इसकी झीलों का मनोरम दृश्य प्रदान करता है, जो इसे उदयपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक बनाता है।
- समय: सुबह 9:00 - शाम 5:30 बजे तक।
- प्रवेश शुल्क: लगभग- वयस्कों के लिए लगभग- ₹155
3.Saheliyon-की-बाड़ी
सहेलियों की बाड़ी, या "गार्डन ऑफ़ द मेडन्स" एक शांत और आरामदायक जगह है, इस अत्यंत सौंदर्य पूर्ण बगीचे का निर्माण महाराणा संग्राम सिंह ने करवाया था। जैसा कि आप नाम से समझ पा रहे होंगे कि इसे उन सहेलियों के लिए बनवाया गया था जो विवाह के पश्चात राजकुमारी के साथ आई थी। फूलों की बिछी चादर, पानी के फव्वारें इस जगह को रमणीय बनाते है। सभी का मानना यह है कि अगर उदयपुर में सबसे मनोरम कोई जगह है तो वो यही है जहाँ आप अपने परिवार और मित्रों के साथ या अकेले भी जा सकते हैं।
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए लगभग ₹10, विदेशियों के लिए लगभग ₹50
4. फिश एक्वेरियम - Under The Sun Aquarium
Under The Sun Aquarium
एक शांत और रंगीन अनुभव के लिए, उदयपुर में फिश एक्वेरियम में जाएँ। यह शांत स्थान उदयपुर के पर्यटन स्थलों में एक छिपा हुआ रत्न है। एक्वेरियम जलीय जीवन की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली विविधता का घर है, जिसमें विदेशी मछलियाँ और जीवंत समुद्री पौधे शामिल हैं।
- समय: सुबह 8:00 बजे से रात 11:00 बजे तक
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए लगभग ₹150, बच्चे 1 साल से 14 साल तक के लिए ₹79, विदेशियों के लिए लगभग-₹316, विदेशी बच्चों के लिए लगभग ₹158
5. सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
आकर्षक सज्जनगढ़ पैलेस के पास स्थित, उदयपुर में सज्जनगढ़ जैविक उद्यान प्रकृति प्रेमियों के लिए एक उपहार है। यह पार्क एक आनंददायक अनुभव प्रदान करता है क्योंकि यहाँ पर प्राकृतिक आवास में विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों को देखने का मौका मिलता है। राजसी बाघों से लेकर सुंदर मोरों तक, यह पार्क पशु प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। यहां की यात्रा न केवल एक रोमांचक दिन बिताने का मौका देती है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण के बारे में शैक्षिक अंतर्दृष्टि भी प्रदान करती है।
- समय: सुबह 9:00 बजे - शाम 5:00 बजे (मंगलवार को बंद)
- प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए लगभग ₹42।
6. नीमच माता रोप-वे
झीलों की नगरी उदयपुर में दूसरे रोपवे की शुरुआत हुई है। यह प्राकृतिक सौंदर्य, झील दर्शन और देव दर्शन का अनूठा संगम हसी। यह शहर का दूसरा रोप-वे है। फतहसागर झील किनारे देवाली के छोर स्थित SIERT की पार्किंग के पास से नीमचमाता की पहाड़ी तक रोपवे को बनाया गया।
नीमच माता मंदिर से देवाली छोर तक बने इस रोप-वे की कुल लंबाई 430 मीटर है। इस पर 16 ट्रोलियां लगाई गई है। एक ट्रोली में चार लोग बैठ सकेंगे यानी एक बार में 64 लोग सफर कर सकेंगे। यह रोप-वे पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण बनेगा, क्योंकि इसमेंं सफ़र के दौरान फतहसागर झील के साथ पूरे शहर का मनमोहक नज़ारा दिखाई देगा।
- प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए लगभग ₹185
7. मोती मगरी - महाराणा प्रताप स्मारक
भारतीय इतिहास के महान योद्धा का राजस्थान में बहुत महत्व है। यह स्मारक उनकी वीरता की गवाही देता है। फतह सागर झील के किनारे पर इस स्मारक को बनाया गया है। चेतक पर बैठे महाराणा प्रताप अपने शौर्यवान बलिदान की गाथा कहते हैं। उदयपुर आकर इस मूर्ति को देखना अपने आप में एक अलग ही गर्व की बात है। और अंदर का संग्रहालय महाराणा प्रताप के जीवन और समय के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
- प्रवेश शुल्क: वयस्कों के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 20 रु, बच्चों के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 10 रु, विदेशियों के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 50 रु, लाइट एंड साउंड शो के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 35 रुपये
8. नेहरू गार्डन
उदयपुर के पर्यटन स्थल में शामिल नेहरू गार्डन की बात करें तो यह गार्डन पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की याद में बनाया गया था। फतह सागर झील के बीचों-बीच बसे इस बगीचे में विभिन्न प्रकार के पानी के फव्वारे हैं। कल्पना कीजिए एक तैरते हुए रेस्टोरेंट की जो नाव के आकार का हो। रुकिए, आपको कल्पना करने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है क्योंकि यह हकीक़त है। आप रेस्टोरेंट में बैठे खाने का लुत्फ़ उठा रहे हो और आस-पास हो सुंदर नज़ारा। अभी इसमे निर्माण कार्य प्रगति पर है। फिलहाल नेहरू गार्डन मरम्मत के लिए बंद है।
9.भारतीय लोक कला मंडल
उदयपुर का ये संग्राहलय सांस्कृतिक विरासत संग्रहालयों में से एक है। राजस्थानी संस्कृति को बनाए रखने का स्त्रोत जो आपको मेवाड़ इलाके की अद्भुत विरासत का नमूना दिखाएगा। यहाँ कुछ पारंपरिक वस्तुएँ व कलाकृतियाँ को सँजो के रख गया है। संग्रहालय में पारंपरिक कपड़े, संगीत वाद्ययंत्र और कठपुतलियाँ, मुखौटे और लोक कला का विशाल संग्रह है यह कला शिक्षा का केंद्र भी है जहाँ स्थानीय कलाकर व अन्य लोग कला साहित्य के बारे में जानते व समझते हैं। पर्यटक पारंपरिक कठपुतली शो और लाइव लोक प्रदर्शन भी देख सकते हैं ।
- समय: सुबह 9:00 बजे से रात 8:00 बजे तक।
- प्रवेश शुल्क: संग्राहलय प्रवेश शुल्क - वयस्कों के लिए लगभग ₹60, पर्यटक पारंपरिक शो 1 घंटा लगभग ₹120। शो के लिए अतिरिक्त शुल्क।
10. सुखाड़िया सर्किल
उदयपुर में एक व्यस्त दिन के बाद, आप सुखाड़िया सर्कल जा सकते हैं जहाँ आप आराम कर सकते हैं। सुखाड़िया सर्कल सिर्फ एक चौराहा नहीं है बल्कि उदयपुर में गतिविधि का एक जीवंत केंद्र है। यह 21 फुट ऊंचे फव्वारे वाला एक गोल चक्कर है, जिसे 1970 में बनाया गया था। इसका नाम मुख्यमंत्री मोहन लाल सुखाड़िया के सम्मान में उनके नाम पर रखा गया था। लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ फुर्सत के दिन बिताने और शाम को सूर्यास्त का आनंद लेने के लिए इस जगह पर आते हैं। यह क्षेत्र शाम को भोजन स्टालों, सड़क प्रदर्शनों और एक सुंदर वातावरण के साथ जीवंत हो उठता है।
- समय: 24 घंटे
- प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क
11.आहाड़ सेनोटाफ
आहाड़ सेनोटाफ एक उल्लेखनीय पुरातात्विक स्थल है और उदयपुर में घूमने के लिए कम-ज्ञात लेकिन आकर्षक स्थानों में से एक है। ये कब्रें मेवाड़ शासकों को श्रद्धांजलि हैं और जटिल नक्काशी और विशिष्ट वास्तुशिल्प डिजाइनों से सुशोभित हैं। स्मारक स्थल में एक पुरातात्विक संग्रहालय भी है, जिसमें 10वीं शताब्दी के दुर्लभ स्मारकों का एक आकर्षक संग्रह है।
- समय: सुबह 9:45 बजे से शाम 5:15 बजे तक। (सोमवार को बंद रहता है )
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए लगभग - ₹20, भारतीय स्टूडेंट के लिए लगभग - ₹10, विदेशियों के लिए लगभग - ₹100, विदेशी स्टूडेंट के लिए लगभग ₹50
हमने शीर्ष में जिन जगहों के बारे में बताया वे सभी शहर के परकोटे में आते है जिसे उदयपुर का ओल्ड सिटी भी कहा जाता है। अब हमारे दूसरे आर्टिकल में हम आपको ओल्ड सिटी के बाहर के टुरिस्ट जगहों के बारे में बताएंगे।
नोट: इन दर्शनीय स्थलों की एंट्री टिकट और समय में परिवर्तन संभव है।