बोर्ड मीटिंग के बाद कटारिया ने मीडिया और पत्रकारों पर की अशोभनीय टिप्पणी
उदयपुर नगर निगम अक्टूबर माह से घर घर कचरा संग्रहण के लिए हर घर से प्रतिमाह 20 रूपये यूजर चार्ज लेगा। वहीँ 3000 और उससे अधिक किराये वाले होटल रूम की बुकिंग पर 200 से 500 रूपये यात्री कर वसूला जायेगा। इसके अतिरिक्त विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र जारी करने का शुल्क 10 से बढाकर 50 रूपये कर दिया गया है। उक्त प्रस्ताव नगर निगम बोर्ड की कल हुई बैठक में पास किये गए।
यह प्रस्ताव भी पास
- इसके अतिरिक्त सभी लघु उद्योगों से 10 रूपये प्रति हॉर्स पावर की दर से शुल्क वसूला जा रहा है। उसकी जगह अब 1000 रूपये प्रति वर्ष लिया जायेगा।
- अंदरूनी शहर में हेरिटेज भवनों का स्वरूप बचाने और संरक्षण ले लिए कमिटी बनेगी। इसमें सीनियर टाउन प्लानर, आर्किटेक्ट और तकनीकी जानकार सेवानिवृत अधिकारी शामिल होंगे।
- यात्री कर के रूप में प्रति कमरा प्रतिदिन के 3000 से अधिक किराया वसूल करने वाली होटलो से प्रति बुकिंग पर प्रति कमरा 200 रूपये, 5000 तक के 300 और 10000 या इससे अधिक कमरे की बुकिंग पर 500 रूपये यात्री कर में वसूला जाएगा।
- निगम में 22 AEN-JEN की पोस्ट के मुकाबले 8 इंजीनियर ही है। ज़रुरत पूरी करने के लिए अनुभवी लोगो को निविदा पर कार्यकारी एजेंसी के ज़रिये नियुक्त करेंगे।
- टेलीकॉम कंपनियों से केबल डालने के बदले रोड कटिंग के अलावा भी शुल्क वसूला जायेगा। कम्पनी जितने क्षेत्र का उपयोग करेगी, उस क्षेत्र की डीएलसी रेट का 10% किराया वसूला जायेगा।
- खाली भूखंडो के चिन्हीकरण और मैपिंग के लिए प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट बनेगी। इसके कार्यक्षेत्र भी तय किये गए।
उल्लेखनीय है की कोरोना संक्रमण के कारण इस बार बैठक सभागार के बजाय सुखाड़िया रंगमंच पर आयोजित की गई। जहाँ पर मीडिया और प्रेस की एंट्री बंद कर दी गई जो की सम्भवतया नगर निगम के इतिहास में पहली बार हुआ। मीडिया और प्रेस की एंट्री बंद करने के विरोध में 10 कांग्रेसी पार्षदों के विरोध जताने पर कांग्रेस के शंकर चंदेल की शहर विधायक के साथ तीखी बहस भी हुई। पार्षद शंकर चंदेल के कांग्रेस के 10 पार्षद हितांशी शर्मा, शहनाज़ अयूब, शादाब खान, भगवती डांगी, हिदायतुल्लाह, नेहा कुमावत, रेखा डांगी, चमन आरा और मोनिका गुर्जर ने वॉक आउट किया
बोर्ड मीटिंग के बाद कटारिया ने मीडिया और पत्रकारों पर की अशोभनीय टिप्पणी
बैठक की मीटिंग के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए शहर विधायक संयम खो बैठे। मीडिया को दूर रखने के सवाल पर उन्होंने कहा की "जिसे मर्जी हो, छाप लो, हम चोरी थोड़ी करते है। मैं तो डंके की चोट कहता हूँ ...... ( इसके बाद उन्होंने एक वरिष्ठ पत्रकार का नाम लिए बिना ही अभद्र बात कही जिन्हे प्रकाशित नहीं किया जा सकता है)।" नेताजी ने यह भी कहा की "कुछ लोगो को मिडिया को देखकर 'भाव' आ जाता है इसलिए हमने राजनैतिक बैठक में भी मीडिया को रखना बंद कर दिया" ।