उदयपुर, 24 अक्टूबर । 40 साल से हिरण मगरी सेक्टर- 4 स्थित सार्वजनिक शौचालय को तुड़वाया जा रहा है। यूआईटी शॉपिंग कॉम्पलेक्स वाली जमीन पर सार्वजनिक शौचालय की जगह का पट्टा जारी करने और वहां दुकान निर्माण का मामला विवादों में आ गया है। यहां पार्षद लोकेश गौड़ के भाई संजय दुकान बनवा रहे हैं।
स्थानीय व्यापारी और भाजपा नेता इसका विरोध कर रहे हैं की यूआईटी की ओर से कॉलोनी बसाने के दौरान सड़क-पार्क-अस्पताल-सार्वजनिक शौचालय जैसे उपयोग के लिए रिजर्व लैंड छोड़ी जाती है। ऐसे ही इस कॉम्प्लेक्स में छोड़ी गई। यूआईटी के नियमों के तहत सार्वजनिक उपयोग वाली रिजर्व लैंड की न तो नीलामी होती है और न ही ऐसी जमीन को बेचा जा सकता है। खांचा भूमि या भू-पट्टी के तौर पर ऐसी जमीन को किसी को अलॉट किया जा सकता है।
वहीं दूसरी ओर पार्षद गौड़ का कहना है कि वर्ष 2014 में तत्कालीन मेयर रजनी डांगी के कार्यकाल में कार्यालय टिप्पणी में इस शौचालय को बंद कर हटाने के आदेश हुए थे। तब से इसका उपयोग नहीं हो रहा था। वैसे भी स्थानीय लोग कुछ दूरी पर गार्डन में बने हुए शौचालय का उपयोग कर रहे हैं। बता दें कि सार्वजनिक शौचालय के दोनों ओर दुकानें हैं। इनमें एक दुकान भूखंड संख्या 31 ए पार्षद के भाई संजय गौड़ के नाम है। वर्ष 1980 से पहले यूआईटी ने हिरणमगरी में इस कॉप्लेक्स को बनाया था। बाद में नगर निगम को ट्रांसफर कर दिया गया।
पार्षद गौड़ के भाई ने प्रशासन शहरों के संग अभियान में इस जमीन के आवंटन का आवेदन किया। इसके बाद तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ने आवश्यक राशि राजकोष में जमा कराने के बाद 135 वर्गफीट जमीन का आवंटन कर दिया। बाकायदा पट्टा भी जारी हुआ है।
नगर निगम आयुक्त वासुदेव मालावत ने कहा कि पट्टा उनके कार्यकाल में जारी नहीं हुआ है। इसकी जानकारी लेने के बाद ही कुछ कहना संभव होगा।
Source: Dainik Bhaskar
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