उदयपुर 22 फ़रवरी 2025। नगर निगम द्वारा अवकाश के दिन शनिवार को यू डी टैक्स वसूली में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया, अल सवेरे शुरू हुई कार्रवाई में भोर होने तक नो बड़े प्रतिष्ठानों को सीज कर उनकी व्यवसायिक गतिविधियों को बंद करवा दिया गया।
नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि शहर के व्यवसायियो को जिनका निगम में यू डी टैक्स बकाया है उसे समय पर जमा करवाने की कई बार अपील की गई लेकिन व्यवसाइयों द्वारा अपना नगरी विकास कर नगर निगम को नहीं दिया गया है, इसी के चलते नगर निगम द्वारा लगातार प्रतिष्ठानों को सीज किया जा रहा है इसी क्रम में शनिवार को अवकाश के दिन भी नगर निगम की राजस्व शाखा द्वारा राजस्व अधिकारी नितेश भटनागर के नेतृत्व में शहर की 9 बड़े प्रतिष्ठानों को सीज करने की कार्रवाई की गई।
इन प्रतिष्ठानों को किया सीज
आयुक्त राम प्रकाश ने बताया कि लगातार यूडी टैक्स वसूली को लेकर सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को एक बार फिर से राजस्व शाखा द्वारा 9 प्रतिष्ठानों को सीज किया गया।
नगर निगम राजस्व अधिकारी नितेश भटनागर के अनुसार नगरीय विकास कर वसूलने को लेकर अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया जिसमें 9 प्रतिष्ठानों को सीज किया गया। शनिवार को हुई कार्यवाही में
कुम्हारो का भटा M. B कॉलेज के सामने सुजुकी शोरूम व्यवसायिक परिसर की बकाया राशि 5,45,152/-, टाउन हाल लिंक रोड पर शिव इलेक्ट्रॉनिक व्यवसायिक परिसर का 2,65,278/- यू डी टैक्स, ग्लास फेक्ट्री सुंदरवास मेन रोड पर गौरव प्लाईवुड नामक व्यवसायिक दुकान जिसका 1,91,185/- यू डी टैक्स बकाया है, दूध तलाई स्थित हैंडी क्राफ्ट मार्केट मेवाड आर्ट सहित 5 व्यवसायिक प्रतिष्ठान दुकान नं 14, 22, 28, 30, 31 जिनकी बकाया राशि = 12,06,974/- है।
इसी प्रकार सर्वऋतु विलास मोगरा वाडी स्थित कृष्णा ऋतु अपार्टमेंट व्यवसायिक ऑफिस जिसका 3,26,483/- रूपये का यू डी टैक्स बकाया है। गोवर्धन विलास मुख्य मार्ग आर्मी कैंट के पास तिरुपति ट्रैक्टर शोरूम का 2,71,717/- यू डी टैक्स बकाया होने से सभी को सीज किया गया। इनके द्वारा नगरीय विकास कर की राशि जमा नहीं कराने से नगर निगम द्वारा इन व्यावसायिक सम्पतियों पर ताला लगा इनकी व्यावसायिक गतिविधियाँ बन्द करा दी गई।
निगम ने नोटिस में अंकित किया की नगरीय विकास एंव स्वायत शासन विभाग की अधिसूचना क्रमांक 5513 दिनांक 29.00.2007 एंव अधिसूचना क्रमांक 8884 व 9356 दिनांक 24.08.2016 के तहत के वर्ष 2007 से 2023 तक उक्त संपत्ति का नगरीय विकास कर की पूरी रकम बकाया है। संबंधित फर्मों द्वारा टैक्स बकाया रहने के लिए कोई संतोषप्रद का कारण भी नही बताया गया है। फर्म से कुल बकाया का नोटिस भी तामिल करवाया जा चुका था। सभी कार्यवाही पूरी करने के उपरांत निगम ने कार्यवाही करते हुए राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा की उपबंधो के अधिन यू डी टैक्स की वसूली की पूर्ती हेतु दोनों संपतियो को सीज करने की कार्यवाही की गई। कार्यवाही के दौरान राजस्व अधिकारी के साथ सहायक प्रशासनिक अधिकारी विनोद अग्रवाल और भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
31 मार्च तक टैक्स जमा जमा करवाए ओर सरकारी छूट का लाभ पाए
नगर निगम द्वारा यू डी टैक्स वसूली को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। आयुक्त राम प्रकाश ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि नगरीय विकास कर सरकार द्वारा हर हाल में वसूल किया जाएगा। 1 वर्ष पश्चात राज्य सरकार द्वारा इसमें छूट प्रदान की गई है जिसका शहरवासी लाभ लेवे। जिसे भी अपनी संपत्ति को सीज होने से बचाना है वह जल्द से जल्द नगर निगम में अपना बकाया यूडी टैक्स जमा करावे।
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