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उदयपुर शहर में अतिक्रमण ध्वस्त के बावजूद अवैध स्थानों पर व्यापार, पार्किंग बदस्तूर जारी

अतिक्रमण के खिलाफ निगम की सख्त मगर बेतरतीब और अव्यवस्थित कार्यवाही; पुलिस महकमे ने अवैध पार्किंग पर की कड़ी कार्यवाही...​​​​

 
झील किनारे सफाई अभियान की हुई शुरुआत
 

उदयपुर नगर निगम द्वारा आचार संहित हटने के बाद फिर से 'कथित' अतिक्रमण के खिलाफ शहर के अलग अलग क्षेत्रों में कार्यवाही की जा रही है। इसके पीछे, निगम के अधिकारी शहर की जनता को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने को कारण बता रहे हैं।

लगातार जारी इस अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही और निगम द्वारा शहर की सडकों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के प्रयासों के बीच दूसरी तरफ, कुछ ठेला व्यवसाई बेधड़क सड़क पर अपना कारोबार चला रहें हैं। कहीं सड़क पर ठेला लगाकर कारोबार जारी है, तो कहीं कुछ ठेले वाले अपना कारोबार, अधिकारीयों के बंगलों की दीवारों से सट कर ही चला रहे हैं। शहर में इस तरीके से illegal पार्किंग के खिलाफ खबरें प्रकाशित होने के बाद पुलिस महकमे ने गंभीरता दिखाते हुए विभिन्न चौराहों और रेस्टोरेंट्स के बाहर बेतरतीब खड़े वाहनों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसके चलते गुरुवार 4 जनवरी को दिल्ली गेट स्थित पुलिस कंट्रोल रूम के सामने रेस्टोरेंट के बाहर खड़े वाहनों को हटाया गया। 

उदयपुर शहर ट्राफिक इंचार्ज (TI) CI आदर्श कुमार ने उदयपुर टाइम्स से बातचीत में बताया की  रेस्टोरेंट के बाहर सड़क पर खड़ी कारों का चालान किया गया एवं कुछ को वार्निंग दे कर छोड़ दिया गया, तो कुछ गाड़ियों के मालिक की प्रस्तुति नहीं होने पर गाड़ियों को ज़ब्त कर उदियापोल चौकी पर ले जाया गया, जहां पर वाहन के मालिक के आने पर उचित चालान कर उनके वाहनों को छोड़ दिया गया। कुमार का कहना है की आगामी दिनों में शहर में इस तरह की कार्यवाही जारी रहेगी...

अतिक्रमण के नाम पर ठेलों और दुकान के बाहर बने हुए कन्स्ट्रक्शन को हटाने का कार्य एक तरफ, मगर नगर निगम को यह भी बताना ज़रूरी है, कि भुवाना स्थित आर के सर्कल जैसी जगहों पर और शहर के बीचो बीच कई जगहों पर बने रेस्ट्रोरेंट्स के बहार, वहां खाना खाने आने वाले मेहमानों की गाड़ियां सड़क पर बेतरतीब तरीके से पार्क की जा रही है, जिस से सड़क का बड़ा हिस्सा अवरोध हो रहा है और वहां से गुज़रने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इस से अक्सर गाड़ियों की लम्बी लम्बी कतारें भी लग जाती है, जिनपर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस बात से प्रशासन और पुलिस महकमे को उदयपुर टाइम्स पिछले दो साल से अवगत करा रहा है, मगर अब तक स्थिति जैसी की तैसी है।

बहरहाल शहर में लगातार कार्यवाही हो रही है। बुधवार और गुरुवार को भी निगम के बुलडोज़र ने फिर अपना रूप दिखाते हुए अतिक्रमण को ध्वस्त किये।  कई ठेले और केबिन ज़ब्त किए गए। नगर निगम उपमहापौर एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने बताया कि निगम शहर में अस्थाई और स्थाई अतिक्रमण को ध्वस्त करने में सख्त कार्यवाही कर रहा है। सिंघवी ने फिर स्पष्ट संकेत दिए है कि यह कार्यवाही तब तक जारी रहेगी जब तक की पूरे शहर से अतिक्रमण नहीं हट जाए। बुधवार को शास्त्री सर्कल, अशोक नगर रोड पर खड़े अवैध 25 ठेले, 5 केबिन और कई हार्डिंग को जब्त किए गए। वही मोक्ष मार्ग स्तिथ शोरूम के बाहर बनाए रैंप को तोड़कर रोड को फिर से चौड़ा किया गया। दिल्ली गेट चौराहे पर भी पुलिस स्टेशन के बिल्कुल सामने बरसों से अतिक्रमण और अवैध पार्किंग हो रही है, जिस पर पिछले 20 सालों से न तो निगम ने ध्यान दिया और न ही पुलिस महकमे ने।

झीलों के किनारे सफाई अभियान की शुरुआत

एक तरफ जहां अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही चल रही है, वहीं दूसरी तरफ नए सिरे से निगम झील किनारे सफाई अभियान की शुरुआत की गई है। नगर निगम द्वारा शहर की झीलों के किनारे कंटीली झाड़ियां एवं अन्य खरपतवार (WEEDS) को हटाकर सुंदर बनाने का कार्य आरंभ किया गया है। नगर निगम उपमहापौर एवं स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष पारस सिंघवी ने स्वयं बुधवार को इस अभियान की शुरुआत की।