उदयपुर। माईनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, राजस्थान चेप्टर, उदयपुर एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में रोल ऑफ इनोवेशन एडं टेक्नोलॉजी इन टर्नअराउण्ड ऑफ माईनिंग इंडस्ट्री विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का कल न्यू भूपालपुरा स्थित ओरबिट रिसोर्ट में उद्घाटन हुआ।
समारोह के मुख्य अतिथि राजसथान माइंस एण्ड मिरनल्स लि. के निदेशक प्रदीप गवाण्डे,विशिष्ठ अतिथि हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा,टाटा स्टील के अध्यक्ष डी.बी.सुन्दररमन,एमईएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.मधुसूदन राव व आयोजन सचिव प्रवीण शर्मा मौजूद थे।
इस अवसर पर अरूण मिश्रा ने कहा कि सतह से उपर एग्रीकल्चर एवं सतह से नीचे खनन में उच्च तकनीक एवं नवाचार द्वारा आर्थिक स्थिति को बढाया जा सकता है। टैक्नोलोजी के साथ-साथ स्किल को भी बढाने की आवश्यकता है उन्होंने रोबोटिक टेक्नालोजी को बढाने पर बल दिया।
खान एवं भू-विज्ञान विभाग के अतिरिक्त निदेशक के.बी.पण्ड्या ने कहा कि राजस्थान में खान क्षेत्र में बहुत संभावनायें है। यहाँ पर अनेक प्रकार के मिनरल उपलब्ध है। राजस्थान में सरकार को मेसेनरी स्टोन से सबसे अधिक रेेवेन्यू प्राप्त होता है। माईनिंग करना सबसे बड़ा चेलेन्जिंग जॉब है। भारत में खान मालिक वैज्ञानिक तरीके से करने का उस क्षेत्र का विकास करते है। यह बहुत बड़ी बात है। खान नीति का इतना सरलीकरण किया जाना चाहिये कि आम व्यक्ति उसे समझ सकें।
समारोह का उद्घाटन सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर गणपति वन्दना से प्रारम्भ किय गया तत्पश्चात सभी अतिथियों को उपरणा, पगडी एवं पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया। समारोह को आरएसएमएमलि.के प्रदीप गवाण्डे ने भी संबोधित किया।
आयोजन सचिव एवं उपाध्यक्ष एमईएआई, राजस्थान चैप्टर के प्रवीण शर्मा सभी अतिथियों, उद्यमियों, इंजीनियर्स, सभी स्पोन्सर्स का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि नवाचार एवं आधुनिक तकनीक द्वारा खनन कार्य करने से अयस्क की गुणवता, सतही खनन डिपोजिट, नये खनिजों का अनुसंधान, गहरे डिपोजिट का खनन, डिजिटेलाईजेशन द्वारा ही खनिजों का समुचित दोहन एवं नीफिसिएशन द्वारा ही देश की अर्थव्यवस्था को सुधारा जा सकता है। यह सेमिनार निश्चित तौर पर सुरक्षित खनन एवं सस्टेनेबल खनन किया जा सकता है। इस सेमिनार में खानों में खनन हेतु नवाचार एवं आधुनिक तकनीक को अपनाने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञों द्वारा 40 शोध पत्र पढे़ जायेंगे।
हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ एवं सेमिनार के ऑर्गेनाइजिंग सचिव द्वारा सेमीनार की विभिन्न गतिविधियों एवं इस अवसर पर प्रदर्शित प्रर्दशनी पर प्रकाश डाला गया।
टाटा स्टील माईनिंग लिमिटेड के चेयरपर्सन डी. बी. सुन्दररमण ने अपने की नोट एड्रेस में बताया कि खानों में डिजीटल एवं नवाचार द्वारा सस्टेनेबल माईनिंग करके सोसाईटी को लाभ पहुँचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार प्रोडक्शन ऑप्टीमाइजेशन, वैल्यु चेन ऑप्टीमाइजेशन, वर्क फोर्स ट्रांसफॉर्मेशन, असेट परफोरमेन्स मेनेजमेन्ट जिसमें आधुनिक उपकरण जैसे डीजीपीएस, ड्रोन, एक्सप्लोरेशन एवं रिसोर्स मोडलिंग, मेंटेनेन्स टैक्नोलोजी द्वारा ही माइनिंग, गिरते हुए रिसोट को 60 से 70 प्रतिशत बढ़ाना एवं ब्लास्टिींग में उच्च तकनीक का उपयोग के साथ-साथ कार्बन प्रिन्ट को कम करना एवं कोल से गेसिफिकेशन का उपयोग से ही आर्थिक उपलब्धि होगी।
तत्पश्चात राजेन्द्र हरलालका ऑनर खेतान बिजनेस कॉपोरेषन द्वारा एवं प्रतिनिधि खान मालिक के प्रतिनिधि के रूप में उद्बोधन दिया और कहा कि कभी भी परफेक्शन अचीव प्राप्त नहीं होता है इसके लिए निरन्तर प्रयास करना होगा एवं खानो मे रिसोर्स बढाना होगा।
धन्यवाद आरिफ मोहमाद अंसारी सचिव राजस्थान चैप्टर, उदयपुर द्वारा प्रस्तुत किया गया। उद्घाटन समारोह के पूर्व माइनिग इजीनियर एसोसिएशन ऑफ इंडिया की काउंसिल मेम्बर की मिटींग हुई। जिसमें । देश के सभी काउसिल मेम्बर ने भाग लिया। साथ ही ए.जी.एम. मिटींग भी आयोजित की गई।
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