उदयपुर। देश की सबसे बड़ी एकीकृत जस्ताए सीसा और चांदी की सर्वाधिक उत्पादक हिन्दुस्तान जिंक को सोसायटी फाॅर ह्यूमन रिसाॅर्स मैनेजमेंट एसएचआरएम की ओर से विविधता को महत्व देने और एचआर तकनीकी को उत्कृष्ट बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया है। अपनी असाधारण कार्यक्षमता के प्रयासों के साथ कंपनी को विविधता और समावेशन में उत्कृष्टता का विजेता घोषित किया गया वहीं मानव संसाधन प्रौद्योगिकी की उत्कृष्टता में सार्थक योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
एसएचआरएम एचआर एक्सीलेंस अवार्ड अभिनव और आगे की सोच रखने वाले प्रबंधन के प्रयासों को पुरस्कृत करते हैं जिनका प्रभाव न सिर्फ उनके संगठन पर बल्कि व्यवसायए समुदाय और पूरे व्यवसाय जगत पर पड़ता है।
हिन्दुस्तान जिंक विविधता और समावेशिता के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाता है। अपनी स्थापना के बाद से कंपनी ने समानता और विविधता को बढ़ावा देने वाली नीतियों की स्थापना कर पुरातन प्रथाओं को दूर किया है। कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि समावेशिता संगठन की सामूहिक विशेषज्ञताए क्षमता और कौशल को बढ़ावा देने में मदद करती है। आंतरिक एचआर प्रक्रियाओं की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक तकनीकए ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन का उपयोग करते हुए एचआर लक्ष्यों को साथ बिजनेस लक्ष्यों के साथ जोड़ता है और पूरी प्रक्रिया को लोेगों के लिए तेज और आसान बनाता है।
हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरूण मिश्रा ने कहा कि एसएचआरएम विविध और समावेशी कार्यस्थल होने की हमारी रणनीति को साबित करता है जो हमारी प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाने के लिए शीर्ष तकनीक का उपयोग करता है। त्वरित निर्णय लेने वाली संस्थाओं में हमारे लीडर्स की व्यस्तता बढ़ाने के साथ सभी स्तरों पर प्रतिनिधित्व और भागीदारी बढ़ाने पर सक्रिय रूप से काम किया है। हम अपनी मौजूदा नीतियों का निरंतर आकलन और मूल्यांकन कर अतिरिक्त नीतियां बनाते रहे हैं जो मानदंड स्थापित करेगी।
हिंदुस्तान जिंक एक ऐसा कार्यस्थल बनाने के लिए समर्पित है जहां व्यक्तियों की प्रतिभा को स्वीकार किया जाता हैए करियर को बढ़ावा दिया जाता है, लीडर्स को तैयार किया जाता है और उनकी प्रतिभा को सराहा जाता है। कंपनी को इससे पहले एचआर एक्सीलेंस में महत्वपूर्ण उपलब्धि की श्रेणी में सीआईआई एचआर एक्सीलेंस अवार्ड मिल चुका है। इसे पीपल फर्स्ट एचआर एक्सीलेंस अवार्ड्स द्वारा एचआर में प्रौद्योगिकी परिनियोजन में अग्रणी प्रथाओं की श्रेणी में भी पहचान मिल चुकी है।
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