नई दिल्ली/लंदन: उल्लेखनीय ग्लोबल फुटप्रिंट के साथ भारत की सबसे बड़ी डाइवर्सिफाइड नेचुरल रिसोर्स कंपनी वेदांता लिमिटेड ने वैल्यू अनलॉक करने और प्रत्येक व्यवसाय का विस्तार और विकास के लिए बड़े निवेश को आकर्षित करने के लिए अपनी बिजनेस यूनिट्स को स्वतंत्र, प्योर प्ले कंपनियों में विभाजित करने की एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। वेदांता सर्वोत्तम श्रेणी की ईएसजी प्रैक्टिसेज के लिए प्रतिबद्ध है और ग्रीन इकॉनमी में परिवर्तन के लिए क्रिटिकल मेटल्स पर उसका विशेष फोकस है।
यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारत के अगले कई वर्षों तक सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान लगाया गया है। वेदांता लिमिटेड का नब्बे प्रतिशत से अधिक मुनाफा भारत में प्राप्त होता है। यहाँ कमोडिटीज की मांग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि देश वर्ल्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण जारी रख रहा है और एनर्जी ट्रांजीशन के लिए महत्वकांक्षी टार्गेट्स को पाने का प्रयास कर रहा है जिनके लिए मिनरल्स की बहुत आवश्यकता रहेगी। भारत सरकार का आत्मनिर्भरता पर जोर कमोडिटी क्षेत्र में भारतीय कंपनियों के लिए तेजी से विकास के अवसर प्रदान करेगा।
वेदांता के पास जिंक, सिल्वर, लेड, एल्यूमीनियम, क्रोमियम, कॉपर, निकल मिनरल्स के साथ ऑयल और गैस; आयरन अयस्क और स्टील सहित एक पारंपरिक फेरस वर्टीकल; और पॉवर, जिसमें कोयला आधारित और नवीकरणीय ऊर्जा शामिल है, मेंभारत और वैश्विक कंपनियों के बीच फैली एसेट्स का एक अनूठा पोर्टफोलियो है। अब ये समूह सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास मैन्युफैक्चरिंग में प्रवेश कर रहा है। एक बार डीमर्जर के बाद, प्रत्येक स्वतंत्र यूनिट को स्वतंत्र मैनेजमेंट, कैपिटल एलोकेशन और ग्रोथ के लिए विशिष्ट स्ट्रेटेजी के माध्यम से अपनी क्षमता और वास्तविक मूल्य तक बढ़ने की अधिक स्वतंत्रता होगी। यह ग्लोबल और भारतीय इन्वेस्टर्स को अपने पसंदीदा वर्टिकल में इन्वेस्ट करने का अवसर भी देगा, जिससे वेदांता एसेट्स के लिए इन्वेस्टर बेस का विस्तार होगा।
इसी लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए, वेदांता लिमिटेड बोर्ड ने एक प्योर-प्ले, एसेट-ओनर बिजनेस मॉडल को मंजूरी दी है, जिसके परिणामस्वरूप अंततः छह लिस्टेड कंपनियों का निर्माण होगा:
वेदांता एल्यूमिनियम
वेदांता ऑयल एंड गैस
वेदांता पॉवर
वेदांता स्टील और फेरस मैटेरियल्स
वेदांता बेस मेटल
वेदांता लिमिटेड
डी-मर्जर को एक साधारण वर्टिकल शिफ्ट के रूप में करने की योजना है, जिसमे वेदांता लिमिटेड के एक शेयर पर प्रत्येक शेयर होल्डर को नई लिस्टेड पाँच कंपनियों के एक एक शेयर मिलेंगे । इसके अलावा, हम हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल, वेदांता लिमिटेड की सहायक कंपनी) की आज की घोषणा पर ध्यान देते हैं, जिसके तहत उनके बोर्ड ने अपनी कॉर्पोरेट संरचना की व्यापक समीक्षा की घोषणा की और जिंक-लेड, चांदी और रीसाइक्लिंग तीन लिस्टेड एंटिटी में डीमर्जर के माध्यम से अलग होने का इरादा किया है।
ये घोषणा एक्सचेंज वेबसाइट www.bseindia.com ; www.nseindia.com तथा HZL वेबसाइट www.hzlindia.com पर पर भी उपलब्ध है।
डिमर्जर का आधार:
1. ये सेक्टर फोकस्ड इंडिपेंडेंट बिजनेस के साथ वेदांत के कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर को सरल बनाता है।
2. वेदांता की वर्ल्ड क्लास एसेट्स के माध्यम से भारत की उल्लेखनीय ग्रोथ स्टोरी से जुड़ी समर्पित प्योर-प्ले कंपनियों में डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट के अवसरों के साथ, संप्रभु वेल्थ फंड और स्ट्रेटेजिक इन्वेस्टर्स सहित ग्लोबल इन्वेस्टर्स को अवसर प्रदान करता है।
3. लिस्टेड इक्विटी और सेल्फ-ड्रिवन मैनेजमेंट टीमों के साथ, ये डिमर्जर इन यूनिट्स को स्ट्रेटेजिक एजेंडा को अधिक स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ाने और कस्टमर्स, इन्वेस्ट साइकल्स और अंतिम बाजारों के साथ बेहतर ढंग से तालमेल करने के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
4. वेदांता परिवार की कंपनियों के भीतर उल्लेखनीय तकनीकी प्रगति, पर्यावरणीय प्रबंधन और मजबूत विकास की विशेषताओं को बेहतर ढंग से उजागर करने और बाजार को अधिक आसानी से महत्व देने में सक्षम बनाता है।
वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा: “यह वेदांता और भारत के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा है। हमारा देश अभूतपूर्व विकास पथ पर है जो हमें इस दशक के अंत से पहले दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना देगा। मिनरल्स, मैटल्स और ऑयल एंड गैस की मांग बहुत तेजी से बढ़ने वाली है और वेदांता इस बढ़ती मांग को पूरा करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए यूनिक पोजीशन में है। वेदांता सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास सेक्टर में भी प्रवेश कर रहा है जिसकी भारत के लिए बहुत स्ट्रेटेजिक इम्पोर्टेंस है। हमारा मानना है कि हमारी बिजनेस यूनिट्स के डीमर्जर से प्रत्येक में तेजी से विकास के लिए वैल्यू और पोटेंशियल अनलॉक होगा। जबकि वे सभी नेचुरल रिसोर्सेज की वृहद श्रेणी में आते हैं, प्रत्येक का अपना मार्केट, डिमांड और सप्लाई ट्रेंड्स और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी को काम लेने की क्षमता है। वेदांता के आदर्शों के अनुरूप, प्रत्येक कंपनी हमारे वर्कफ़ोर्स, हमारी कम्युनिटीज और हमारे प्लेनेट की भलाई के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता बनाए रखेगी। भले ही हम अपने व्यवसाय को चलाने के नए तरीकों की ओर बढ़ रहे हैं, परन्तु हम अच्छे
बदलाव के लिए दृढ़ बने रहेंगे।
वेदांता वैल्यूज नई संस्थाओं में अंतर्निहित रहेंगे एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2022 में वेदांता लिमिटेड 216 वैश्विक धातु और खनन कंपनियों में छठे स्थान पर है। कंपनी का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि वेदांता डीएनए और ईएसजी परिवर्तन पर ध्यान अनबंडलिंग एक्सरसाइज के बाद भी बना रहे। इसमे निम्न शामिल हैं:
● नई कंपनियां इस ट्रांजीशन को तेज करने के लिए अगले 10 वर्षों में 5 बिलियन डॉलर खर्च करने के लक्ष्य के साथ 2050 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन और 2030 तक नेट वाटर पॉजिटिविटी प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगी। नेट ज़ीरो में ट्रांजीशन की प्रक्रिया में हमने पहले ही अपनी समूह कंपनियों में बिजली वितरण समझौते के माध्यम से 1.8 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा सिक्योर कर ली है।
● वेदांता के डिजिटल-फर्स्ट एप्रोच और एडवांस टेक्नोलॉजीज पर गहन फोकस के परिणामस्वरूप प्रक्रियाओं में सुधार हुआ है, साइबर सुरक्षा मजबूत हुई है और प्रभावी निर्णय लेने के लिए इनफार्मेशन तक आसान पहुंच हुई है। वेदांता के प्रत्येक व्यवसाय ने डिजिटलीकरण और इन्नोवेशन की दिशा में अपनी परिवर्तनकारी यात्रा शुरू कर दी है और यह जारी रहेगी।
प्रस्तावित नई एंटिटीज पर अधिक जानकारी:
वेदांता एल्यूमिनियम कंपनी की झारसुगुड़ा फैसिलिटी चीन के बाहर सबसे बड़ी सिंगल लोकेशन एल्यूमीनियम स्मेल्टिंग फैसिलिटी है, और हाल ही में इसकी कैपेसिटी 1.8 एमटीपीए तक बढ़ गई है। इसके साथ भारत एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड है (BALCO, वेदांता लिमिटेड की 51% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जिससे समूह की कुल क्षमता 2.4 MTPA हो जाती है)।
31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में, वेदांता के एल्युमीनियम व्यवसाय ने 2,291 kt का अपना उच्चतम एल्युमीनियम उत्पादन हासिल किया, और प्राइमरी एल्युमीनियम उत्पादकों के बीच भारत में लगभग 41% बाजार हिस्सेदारी के साथ देश के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता के रूप में अपना स्थान बनाए रखा।वेदांता का एल्युमीनियम व्यवसाय उत्पादन को 3 एमटीपीए तक बढ़ाने की राह पर है, साथ ही वैश्विक स्तर पर फुल बैकवर्ड इंटेग्रेशन के माध्यम से अपनी कॉस्ट पोजीशन को पहली तिमाही तक सुधार रहा है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि व्यवसाय रेस्टोरा और रेस्टोरा अल्ट्रा ब्रांडों के तहत ग्रीन एल्युमीनियम का उत्पादन बढ़ा रहा है और 2022 में डॉव जोन्स स्थिरता सूचकांक में दूसरे स्थान पर है। वेदांता एल्युमीनियम का संचालन जॉन स्लेवेन द्वारा किया जाएगा, जो पूर्व में एल्कोआ और बीएचपी से जुड़े थे। एल्युमीनियम व्यवसाय वित्तीय हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 52,618 50,809 EBITDA (US$m) 5,775 17,337 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 3,257 15,066 वेदांता ऑयल एंड गैस वेदांता का ऑयल और गैस व्यवसाय भारत में सबसे बड़ी प्राइवेट ऑयल और गैस एक्सप्लोरेशन व प्रोडक्श कंपनी के रूप में है, जो भारत के घरेलू क्रूड ऑयल प्रोडक्शन के एक चौथाई से अधिक के लिए जिम्मेदार है। यह भारत की बढ़ती मांग (2030 तक अनुमानित 50% वृद्धि) का लाभ उठाने के लिए आदर्श रूप से सक्रिय है। व्यापक रूप से, इसका लक्ष्य अंततः अपने रिज़र्व और रिसोर्स पोर्टफोलियो में विविधता लाकर भारत के कुल तेल और गैस उत्पादन में 50% का योगदान देना है। कंपनी का एकरेज 65,000 वर्ग किलोमीटर के कुल क्षेत्रफल को कवर करता है, जिसमें ग्रॉस 2पी और 2सी रिसोर्स 1.1 बिलियन बैरल ऑयल समतुल्य से अधिक हैं। वित्त वर्ष 2023 के दौरान, कंपनी ने 143 kboepd का एवरेज ग्रॉस ऑपरेटेड प्रोडक्शन दर्ज किया।
वेदांता ऑयल एंड गैस का संचालन स्टीव मूर द्वारा किया जाएगा। ऑयल और गैस व्यवसाय वित्तीय हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 15,038 12,430 EBITDA (US$m) 7,782 5,992 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 5,205 4,359 वेदांता पॉवर, वेदांता में स्वतंत्र पावर प्लांट लगाएगी। तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल, वेदांता लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) द्वारा संचालित, पंजाब, भारत में स्थित 1980 मेगावाट का संयंत्र, इस बिजनेस में 600 मेगावाट का झारसुगड़ा बिजली संयंत्र, व हाल ही में अधिग्रहीत 1200 मेगावाट का एथेना संयंत्र और 1000 मेगावाट का मीनाक्षी प्लांट जो अधिग्रहण की प्रक्रिया में है, भी शामिल होगा। ये प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद कुल क्षमता 5GW के करीब होगी। वेदांता पावर भारत में सबसे बड़े प्राइवेट पॉवर प्लेयर्स में से एक है और इसे दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते पॉवर मार्केट्स में से एक और सकारात्मक राजनीतिक माहौल में प्रदर्शन का अवसर प्राप्त है।
वेदांता पॉवर का संचालन विभव अग्रवाल द्वारा किया जाएगा, जो वर्तमान में टीएसपीएल के सीईओ हैं। पावर बिजनेस फाइनेंशियल हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 6,724 5,501 EBITDA (US$m) 913 1,082 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 294 470 वेदांता स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स
ईएसएल स्टील लिमिटेड (ईएसएल, वेदांता लिमिटेड की 95.49% स्वामित्व वाली सहायक कंपनी), एक इंटीग्रेटेड स्टील प्रोडूसर, को 2006 में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप में बोकारो, झारखंड, भारत में ऑपरेशन्स के साथ शामिल किया गया था। कंपनी ने एक ग्रीन फील्ड इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित की है, जो वर्तमान में 1.5 मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता पर चालू है, हालांकि हॉट मेटल का 3 मीट्रिक टन प्रति वर्ष तक विस्तार (2024 के मध्य तक) प्रगति पर है।2 वेदांता के आयरन ओर बिजनेस में आयरन ओर गोवा, आयरन ओर कर्नाटक, लाइबेरिया के साथ-साथ वीएबी (वैल्यू एडेड बिजनेस) शामिल हैं। कंपनी की 2025 तक भारत और लाइबेरिया में एसेट से लेकर वार्षिक आयरन ओर प्रोडक्शन को दोगुना से अधिक 12 मिलियन टन करने का लक्ष्य है। वेदांता स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स का संचालन नवीन जाजू द्वारा किया जाएगा, जो वर्तमान में आयरन ओर के सीईओ हैं। स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स व्यवसाय वित्तीय हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 13,882 12,707 EBITDA (US$m) 1,302 2,981 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 770 2,585 वेदांत बेस मेटल्स प्रस्तावित वेदांता बेस मेटल्स यूनिट में मजबूत अंतरराष्ट्रीय बेस मेटल प्रोडक्शन एसेट्स, ग्रोथ प्रोजेक्ट्स और डाउनस्ट्रीम बिजनेस का मिश्रण होगा जो वैश्विक एनर्जी ट्रांजीशन के लिए महत्वपूर्ण मैटल्स की सप्लाई चैन में सीधे योगदान देंगे।
जिंक इंटरनेशनल एसेट्स ने दक्षिण अफ्रीका में गैम्सबर्ग माइंस में प्रोडक्शन बढ़ाना जारी रखा और 2023 में 208kt का रिकॉर्ड प्रोडक्शन हासिल किया। ब्लैक माउंटेन, दक्षिण अफ्रीका में भी, FY23 में महत्वपूर्ण प्रोडक्शन ग्रोथ प्रदान की, हायर लेड हेड ग्रेड और रिकवरी पर 65kt का उत्पादन किया। गैम्सबर्ग फेज 2 रैंप के रूप में महत्वपूर्ण उत्पादन वृद्धि का अनुमान है।1
1नोट: कॉपर कारोबार के अलग होने से पहले जिंक इंटरनेशनल के शेयर वेदांता बेस मेटल्स को हस्तांतरित कर दिए जाएंगे। वेदांता का कॉपर बिजनेस भारत के एक तिहाई से अधिक कॉपर प्रोडक्शन करने में सक्षम है, भारत में वेदांता कॉपर एसेट्स में कस्टम स्मेल्टर, एक रिफाइनरी, एक फॉस्फोरिक एसिड प्लांट, एक सल्फ्यूरिक एसिड प्लांट और एक कॉपर रॉड प्लांट शामिल हैं। कंपनी ने 2024 में उत्पादन फिर से शुरू होने का अनुमान लगाया है।
वेदांता बेस मेटल्स को गोल्ड फील्ड्स के पूर्व सीईओ और पहले एंग्लो अमेरिकन में पूर्व कार्यरत क्रिस ग्रिफ़िथ द्वारा चलाया जाएगा। बेस मेटल व्यवसाय वित्तीय हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 22,700 19,635 समेकित EBITDA (US$m) 1,930 1,418 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 1,243 697 वेदांता लिमिटेड वेदांता लिमिटेड टियर-वन हिंदुस्तान जिंक एसेट्स की मजबूत वित्तीय आय से समर्थित वेदांता के प्रौद्योगिकी वर्टिकल सहित नए व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण इनक्यूबेटर के रूप में बना रहेगा। कंपनी इन्वेस्टर्स को स्पष्ट कैपिटल एलोकेशन पालिसी के साथ दुनिया की कुछ प्रमुख जिंक प्रोडक्शन एसेट्स में इन्वेस्ट करने का अवसर प्रदान करेगी, जबकि इन उभरती प्रौद्योगिकी कंपनियों से तब तक लाभ उठाएगी जब तक वे स्वतंत्र, विश्व स्तर पर
महत्वपूर्ण बिजनेस के रूप में कार्य करने के लिए तैयार न हो जाएं। इनमें सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले (भारत के तेजी से बढ़ते 140 बिलियन डॉलर के इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में एक्सपोजर की पेशकश) और स्टेनलेस स्टील (फेरोक्रोम और निकल) में वेदांता के इंटरेस्ट शामिल है।
डिस्प्ले निर्माण के लिए, वेदांता ने ताइवानी फर्म इनोलक्स के साथ एक टेक्नोलॉजी पार्टनरशिप को अंतिम रूप दे दिया है और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए भी पार्टनरशिप को अंतिम रूप देने के करीब है। लौह अयस्क कारोबार के अलग होने से पहले ईएसएल स्टील लिमिटेड के शेयर वेदांता स्टील एंड फेरस मटेरियल्स को हस्तांतरित कर दिए जाएंगे। हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (HZL, वेदांता लिमिटेड की सहायक कंपनी) दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड जिंक उत्पादक है, जिसका 460MT का प्रथम क्वारटयिल कॉस्ट पोजीशन व तथा 25+ वर्षों का माइन लाइफ है। यह ग्लोबल लेवल पर 5वां सबसे बड़ा सिल्वर प्रोडूसर भी है। 1.25 एमटीपीए एमआईसी विस्तार हासिल करने की HZL की यात्रा में, आरडी बेनिफिशिएशन प्लांट रिवैम्प का फाइनल प्रोजेक्ट आरडी माइंस में क्रियान्वित किया जा रहा है और वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में चालू होने वाला है। माइंस और स्मेल्टरों के विस्तार के आगे के चरण के लिए अध्ययन प्रगति पर है और वित्त वर्ष 2024 में उसके परिणाम आने की उम्मीद है।
औद्योगिक उपयोग में जिंक और लेड की मांग लगातार बढ़ रही है; सिल्वर भविष्य की एक धातु है जिसका सौर पैनलों और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में व्यापक उपयोग होता है। भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए मेटल्स की रीसाइक्लिंग महत्वपूर्ण है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध दुनिया में, रीसाइकल्ड 'ग्रीन' मेटल की मांग तेजी से बढ़ेगी। वेदांता लिमिटेड का संचालन अरुण मिश्रा द्वारा किया जाएगा, जो वर्तमान में HZL के सीईओ हैं। वेदांता लिमिटेड (including HZL) वित्तीय हाइलाइट्स वित्तीय वर्ष 2023 वित्तीय वर्ष 2022 राजस्व (US$m) 34,442 30,110 EBITDA (US$m) 17,539 16,509 ऑपरेटिंग प्रॉफिट (US$m) 13,917 13,247 ट्रांजेक्शन स्ट्रक्चर डिमर्जर एक स्कीम प्रोसेस के माध्यम से किया जाएगा। आज की बैठक के साथ, आगे बढ़ने के लिए बोर्ड की मंजूरी पहले ही प्राप्त हो चुकी है। सेबी की मंजूरी के लिए स्टॉक एक्सचेंजों में आवेदन अक्टूबर 2023 में होने की उम्मीद है। यह प्रक्रिया भारतीय कानून के अनुसार तय प्रोसेस का पालन करेगी। एनाग्राम पार्टनर्स ने कानूनी सलाहकार के रूप में काम किया, E&Y ने कर सलाहकार के रूप में काम किया; और अर्पवुड कैपिटल ने लेनदेन और एम एंड ए सलाहकार के रूप में काम किया। बीडीओ (पंजीकृत मूल्यांकनकर्ता) को मूल्यांकनकर्ता के रूप में नियुक्त किया गया था।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्रस्तावित लेनदेन के लिए मूल्यांकनकर्ता द्वारा किएगए मूल्यांकन पर निष्पक्ष राय प्रदान करने के उद्देश्य से वित्तीय सलाहकार थे। प्रेजेंटेशन प्रस्तावित ट्रांजेक्शन स्ट्रक्चर, बिजनेस ओवरव्यू और वर्टिकल द्वारा इन्वेस्टमेंट थीसिससहित हमारे स्ट्रेटेजिक प्लान पर अधिक विवरण हमारे इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में पाया जा सकता है
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