उदयपुर 24 अक्टूबर 2020 । जिले की कोटड़ा थाना पुलिस ने जिला पुलिस अधीक्षक कैलाशचन्द्र विश्नोई द्वारा बालश्रम के विरूद्ध चलाये जा रहे विशेष अभियान ‘‘मासूम‘‘ के तहत 09 नाबालिग लड़के लड़कियों को छुड़ाकर 02 नियोक्ताओं के विरुद्ध कार्यवाही की है।
कोटड़ा थानाधिकारी गोविन्द सिंह मय टीम को मुखबीर से सुचना मिली कि कुछ लोग नाबालिग बच्चों को मजदुरी के लिये गुजरात ले जा रहे हैं। जिस पर टीम द्वारा मामेर चौकी की बाहर मुख्य रोड, खेड़ब्रहम्मा गुजरात की तरफ जाने वाले रोड पर नाकाबन्दी की गई। दौराने नाकाबन्दी एक सफेद कलर की मैक्स महिन्द्रा न. GJ 02 सीए 7859 गाडी आई। जिसे रुकवाकर चैक किया।
कोटड़ा पुलिस द्वारा रोकी गयी गाडी की तलाशी लेने पर छोटे छोटे बच्चे, लडके व लडकिया बैठे हुये थे । गाडी में बैठे बच्चो को तसल्ली व विश्वास देकर पूछने पर उन्होंने बताया कि सोहन पिता लाता निवासी देहरी, कोटडा व कान्ति पिता मालजी निवासी देहरी, कोटडा दोनो हमें गुजरात में खेडब्रहम्मा के आस-पास के गॉव में एक दिन की 150 रु मजदुरी देना कहकर मुंगफली व कपास के खेतों में मजदुरी कराने के लिए ले जा रहे है तथा उनका 50 रु प्रत्येक मजदुर पर कमीशन बताया है।
गाडी में बैठे बच्चो को नीचे उतार कर देखा तो कुल 09 नाबालिग बच्चे पाये गये। जिन्हें बाल कल्याण समिति उदयपुर के आदेश से अस्थाई शेल्टर हॉम वनवासी कल्याण परिषद कोटडा में भेजा गया।
अभिुक्त सोहन व कान्ति द्वारा नाबालिंग बच्चो को रुपयों का लालच देकर खेतों में बालश्रम कराने के लिए बहला फुसला कर प्रलोभन से तथा स्वयं का प्रत्येक मजदुर पर कमीशन के हिसाब से गुजरात में मज़दूरी कराने ले जाना बच्चो का शोषण के आरोप में दोनों अभियुक्तो के खिलाफ प्रकरण संख्या 154/2020 धारा 370 भादस व 75, 79 जे.जे. एक्ट में दर्ज कर दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार गया।
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