उदयपुर 30 जनवरी 2023। शहर की सवीना थाना क्षेत्र में नवजातों की खरीद-फरोख्त मामले में जेल की चारदिवारी में पहुंचे मुख्य दलाल दिल्ली का मनोज तिवारी पुलिस के हत्थे चढ़ा। मनोज को रिमांड पर भी लिया गया, लेकिन वह इतना शातिर है कि उसका मुंह तक नहीं खुला। पुलिस भी प्रयास करती रही, लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ।
अब पुलिस को आस है कि उसके खिलाफ दर्ज दूसरे मामलों में उससे सख्ती की जाएगी, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचा जा सके। इस दलाल को पूर्व में पकड़ी गई आरोपी राजकुमारी ने कई बच्चे बेचने को दिए थे।
पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपी सिमरन पत्नी अमजद खान निवासी हिरणमगरी सेक्टर 4, राधा साहू पत्नी बंशीलाल निवासी शिव कॉलोनी सेक्टर 6, सुमन शक्तावत पत्नी भंवरसिंह राठौड़ निवासी आदर्श नगर दक्षिणी सुन्दरवास, जीवली पत्नी शांतिलाल निवासी ओवरा मानस बाघपुरा, मीरानाथ पत्नी शिवनाथ जोगी निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर 14 व आरोपी महिला राजकुमारी को बच्चे देकर रुपए लेने वाले तीन आरोपी रामलाल पुत्र भेरा गमेती निवासी चंदवास फला झाड़ोल, शांतिलाल पुत्र मोतीलाल बुझ निवासी ओबराफला बाघपुरा व भैरूलाल पुत्र शिवाजी गमेती निवासी मादड़ी बाघपुरा को गिरफ्तार किया था। मुख्य आरोपी राजकुमारी पत्नी प्रेम मीणा निवासी हिरणमगरी सेक्टर 9 हाल ओड़ा एकलिंगपुरा ने भी पूछताछ में कई बच्चों को बेचने की बात स्वीकारी थी। वहीं दिल्ली गई पुलिस ने मुख्य दलाल मनोज को भी गिरफ्तार किया था।
दिल्ली, हैदराबाद, बरेली में बिके बच्चे
मुख्य आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि उसने दो बच्चे हैदराबाद और बरेली में भी बेचे हैं। ये बच्चे उसने सुमन और सितारा नामक महिलाओं से खरीदे थे, जिन्हें दिल्ली और हैदराबाद पहुंचाया था। इनमें से सुमन को पकड़ा जा चुका है, जबकि सितारा अभी गिरफ्तारी से दूर है।
पुलिस अब बच्चों को खरीदने के आरोपियों पर भी शिकंजा कसेगी और हैदराबाद व बरेली जाएगी। उसने भैरूलाल नामक व्यक्ति से भी एक बच्चा लिया, जिसे सिमरन को बेचा था। एक बच्चा लेकर आगरा भी गई थी। उसने गुजरात में कई बच्चे बेचे हैं। आरोपी राजकुमारी 7 माह के नवजात को 1.70 लाख में खरीद कर 2 लाख में दिल्ली के दलाल मनोज और सिमरन को सौंपने वाली थी।
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