Rajsamand: मां बाजार में साथ ले नहीं गई तो नाराज बेटा साड़ी के फंदे पर लटका


Rajsamand: मां बाजार में साथ ले नहीं गई तो नाराज बेटा साड़ी के फंदे पर लटका

तेज गर्मी से बेटे को बचाना चाहती थी इसलिए साथ नहीं ले गई, लेकिन मौत से नहीं बचा पाई, जिद्दी बचपन के आगे ममता हारी

 
rajsamand

राजसमंद ज़िले के राजनगर थाना क्षेत्र स्थित पुठोल में बाजार गई मां गर्मी के चलते 13 वर्षीय बेटे को साथ नहीं ले गई। इससे नाराज किशोर ने मां की साड़ी से फंदे पर लकट अपनी जान दे दी। बाजार से वापस आने पर परिजनों को घटना का पता चला तो सभी के होश उड़ गए।

थानाधिकारी योगेश चौहान ने बताया कि पुठोल निवासी कक्षा 6 का छात्र कौशलराज उर्फ युवराजसिंह (13) पुत्र उम्मेदसिंह राठौड़ ने घर में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।   

युवराज की मां अणछीकुंवर बुधवार दोपहर एक बजे घरेलू सामग्री लेने के लिए बाजार जाने लगी तो कौशलराज ने भी साथ जाने की जिद की। मगर मां ने चिलचिलाती धूप के चलते उसे समझा बुझाकर घर पर रहने के लिए कहा। इसके बाद मां और बेटी दोनों स्कूटी पर बाजार चले गए। 

साथ नहीं ले जाने पर युवराज घर में अकेला ही था। युवराज अपनी बहन को जाते देख मां से नाराज होकर कमरे में गया और साड़ी का फंदा लगा लिया। जब युवराज की मां और परिजन करीब दो बजे घर वापस आए तो उन्होंने कमरे का दरवाजा खटखटाया, परिजनों ने देखा कि युवराज सो रहा होगा। मगर काफी देर तक दरवाजा खटखटाने पर नहीं खोला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया। 

होनहार था युवराज, कक्षा में प्रथम आता था, बुझ गया इकलौता चिराग।

उम्मेदसिंह विदेश वियतनाम में व्यापार करते हैं और पुत्र की मौत की सूचना पर राजसमंद के लिए रवाना हो गए। वे गुरुवार को राजसमंद पहुंचेंगे। युवराज घर का एक ही बेटा है। एक बहन संयोगिता उर्फ तनू 15 वर्ष की है। युवराजसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुठोल में कक्षा 6 का छात्र था। युवराज की मौत के बाद गांव में मातम छा गया। युवराज की मां का रो-रो कर बुरा हाल है। वो बार बार अपने बेटे को पुकारती रही। वहीं गांव के लोग भी घर पहुंचे और उन्होंने परिजनों को ढांढ़स बंधाया।

दादा कार्यक्रम में ले जाना चाहते थे, वहां भी नहीं गया

युवराज को साथ नहीं ले जाने पर नाराज हुआ और कमरे में जाने लगा तो दादा हीरसिंह राठौड़ ने समझाइश करते हुए गांव में सामाजिक कार्यक्रम में खाना खाने के लिए ले जाने लगे तो दादा के साथ नहीं गया। दादा और मां बेटी वापस आए और घर के काम में लग गए। दोपहर करीब ढाई बजे मां अणछीबाई ने बेटे को सोया समझकर कमरे का गेट खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद दरवाजा तोड़ा तो मासूम का शव लटका मिला। ये नजारा देखकर सभी के होश उड़ गए। जैसे ही मां ने युवराज की लाश देखी तो रो पड़ी। बड़ी संख्या में लोग घर पर एकत्र हो गए। सूचना पर राजनगर थाने से भी पुलिस मौके पर पहुंची।

एक्सपर्ट व्यू : एग्रेसिव बच्चों की काउंसलिंग कराएं, थेरेपी की जरूरत

अगर बच्चा छोटी-छोटी बात पर एग्रेसिव होता है, गुस्सा करने के साथ-साथ तोड़फोड़ करता है। तो ऐसे बच्चों को गंभीरता से लेते हुए काउंसलिंग करवानी चाहिए। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करने वाले बच्चों को विशेष तौर पर एग्रेसिव थेरेपी करवानी चाहिए, ताकि वह इन सब चीजों पर अपना नियंत्रण रख सके। गुस्से में कभी-कभी बच्चा माता-पिता को सबक सिखाने के लिए गलत कदम उठा लेता है, जिसका परिणाम वह स्वयं भी नहीं जानता-डॉ. लालचंद, मनो चिकित्सक, आरके अस्पताल राजसमंद

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal