संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर हमला


संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर हमला 

हमलावरों ने संविधान की प्रस्तावना फाड़ी, तिरेगें का अपमान किया और यात्रा मे शामिल लोगों को जान से मारने की धमकी दी
 
संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर हमला
कल रविवार को भटेवर गांव के चौराहे पर संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर खेरोदा स्टेशन से भिंडर मोड़ वाले रास्ते पर कुछ लोगो ने हमला कर यात्रा में शामिल लोगो को जान से मारने की धमकी देते हुए जीप पर संविधान की प्रस्तावना फाड़ डाली। 
 

उदयपुर। कल रविवार को भटेवर गांव के चौराहे पर संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर खेरोदा स्टेशन से भिंडर मोड़ वाले रास्ते पर कुछ लोगो ने हमला कर यात्रा में शामिल लोगो को जान से मारने की धमकी देते हुए जीप पर संविधान की प्रस्तावना फाड़ डाली। 

संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा तकरीबन 1 बजे दिन मे भटेवर गाँव के चोराये पहुँची जहाँ कुछ लोगो ने हिंसात्मक लहजे मे यात्रा की गाड़ी को घेर लिया और मारने की धमकी देने लगे कि यह यात्रा यहाँ नहीं चल सकती। कुछ गाड़ी पर लगे बैनर भी फाड़ दिए । इसके बाद प्रचार गाड़ी खेरोदा बस स्टैंड से निकली जहाँ उसे रोकने का प्रयास किया गया। 

खेरोदा स्टेशन से भींडर मोड़ वाले रास्ते पर बीच सड़क पर मोटर साईकल लगा कर प्रचार गाड़ी को रोक लिया गया और करीब 20 लोगो ने गाड़ी को घेर लिया । इसके बाद जान से मारने की धमकी देने लगे । अज्ञात लोगों की भीड़ मे से लोग बोलने लगे कि तुम क्या मुसलमान हो या पाकिस्तानी हो जो नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध कर रहे हो। भीड़ ने इसके बाद अपमानजनक तरीके से गाड़ी पर लगा तिरंगा हटा दिया और बोनट पर लगा संविधान की मूल प्रस्तावना को फाड़ दिया । इसके अलावा गाड़ी पर लगी प्रचार सामग्री को फाड़ कर गाड़ी पर पीछे लाठी से हमला किया । 

इसके बाद यात्रा मे शामिल लोग इस पूरे मामले पर कानूनी कार्यवाही की मांग के साथ कलेक्टर कार्यालय, उदयपुर पहुँचे जहाँ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा के माध्यम से प्रकरण मे मुकदमा दर्जे करने के लिए ज्ञापन दिया गया और संविधान की मूल प्रस्तावना को फ़ाड़ने और तिरेगें के अपमान करने वालो पर कड़ी कार्यवाही की मांग की गयी है। 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मामला दर्ज कर कार्यवाही का आश्वाशन दिया है। हमले के वक्त गाड़ी मे सौरभ नरुका, प्रोफेसर हेमेंद्र चंडालिया, शंकरलाल मीणा, प्रोफेसर लालूराम पटेल, शांतिलाल त्रिवेदी मौजूद थे।

इस मौके पर बोलते हुए भाकपा (माले) के सौरभ नरुका ने बताया कि जिस तरह से हमलावर भीड़ मे से लोग कह रहे थे तुम पाकिस्तान के हो क्या या मुसलमान हो उससे साफ था कि यह भीड़ प्रायोजित भीड़ है जिसका मकसद संविधान के मूल विचारों को आमजन से पहुँचने से रोकना है । इसके साथ वो यह भी नहीं चाहते कि लोग जाने किस तरह से नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) नागरिकता मे धार्मिक आधार जोड़कर सावरकर-जिन्ना के दो राष्ट्र के सिद्धांत को लागू कर रहा है और अंग्रेज़ो की बाटो और राज करो कि नीति को आज़ाद भारत मे इस्तेमाल है। 

माकपा के शहर सचिव राजेश सिंघवी ने कहा कि संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा पर हमला अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोकतंत्र पर हमला है और दोषियों पर कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। सामाजिक कार्यक्रता एडवोकेट पी. आर. सालव ने कहा जिन लोगो को लगता है कि इस तरह से हमला करके वो बाबा साहेब के संविधान को मानने वाले लोगो को डरा देंगे तो वो मुगालते मे है, यात्रा जारी रहेगी। 

बहुजन क्रांति मोर्चा के मोहम्मद अनीस ने कहा कि केंद्र सरकार धार्मिक विभाजन खड़ा कर जनता के मूल सवालो महंगाई, रोजगार, भ्रष्टाचार,काला धन, बर्बाद किसानी, चौपट अर्थव्यवस्था से ध्यान हटाने का काम कर रही है। महंगाई और बेरोजगार की मार धर्म देखकर नहीं आती है।

प्रोफेसर हेमेंद्र चंडालिया ने कहा कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर से घुसपैठिये खोजने की बात नोटबंदी से कालाधन निकालने जैसा ही जुमला है।मानवाधिकार कार्यक्रता रिंकू परिहार ने इसमें जोड़ते हुए कहा कि जब गांव मे चोर घुस जाता है तो चोर को पकड़ा जाता है ना कि सब गाँववालो को कहा जाता है कि साबित करो तुम चोर नहीं हो। राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर नागरिकता साबित करने का वजन देशवासियों पर डाल कर उनको ही कटघरे मे खड़ा करने का काम कर रही है जबकि घुसपैठिये को खोजने के और भी तोर तरीक़े है । 

इस मौके पर कांग्रेस जिला महामंत्री दिनेश दवे ने कहा कि देश मे हर नागरिक को अपनी बात कहने की स्वतंत्रता है और यह हमला की बोखलाहट और कायरता को दिखाता है क्योंकि वह जनता के नागरिकता संशोधन विधेयक और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर पर वाजिब सवालो और देशव्यापी आंदोलन का जवाब नहीं दे पा रही है ।

मेवाड़ संभाग के लिए शहीद स्मारक, टाउन हॉल मे शहीदों को श्रदांजली देकर करीब 11 बजे शुरू हुई। सेवाश्रम पहुँचकर शहीदे-ए-आज़म भगत सिंह को याद करते हुए यात्रा मे शामिल लोगो ने संविधान बचाने का संकल्प लिया । संविधान बचाओ जन चेतना यात्रा का उद्देश्य नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) किस तरह से संविधान के मूल सिद्धांतों और लोकतंत्र के खिलाफ है उस पर जन चेतना बढ़ाना था। 
 

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