उदयपुर 3 मार्च 2022 । हिरणमगरी थाना पुलिस ने फर्जी पट्टे बनाकर धोखधड़ी से जमीन बेचने के मामले में एक सरपंच पति समेत 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। हिरणमगरी पुलिस ने कलड़वास सरपंच चंदा देवी गमेती के पति एवं उसके दो साथियों के साथ पकड़ा है। आरोपियों में यूआईटी जमीन को उनका प्लॉट बताते हुए 1986 का पट्टाशुदा बताकर पीड़ित को विश्वास में लेकर बेच कर धोखाधड़ी की थी।
थानाधिकारी रामसुमेर मीणा ने बताया कि 12 अगस्त 2021 को गरियावास निवासी हितेश पिता किशनलाल निवासी गारियावास ने धोखाधड़ी से सरकारी प्लॉट को बेचने का मामला दर्ज करवाया। सरपंच चंदा देवी गमेती के पति सोहनलाल गमेती ने उसके मित्र लच्छीराम गमेती के पास एक प्लॉट होना बताया। इसके बाद सोहनलाल और कल्याण सिंह ने लच्छीराम का प्लॉट उसको बेच दिया। कई दिनों बाद संशय होने पर प्लॉट का पूरा पता किया तो सामने आया कि वो यूआईटी की जमीन थी।
पुलिस ने लंबी जांच के बाद गुरूवार को सरपंच चंदा देवी गमेती के पति सोहन लाल पिता धन्ना निवासी कलड़वास, लच्छीराम पिता लालूराम निवासी कलड़वास और कल्याण सिंह पिता भैरु सिंह निवासी आमेट राजसमंद हाल सेक्टर 14 राजसमंद को गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में सामने आया है कि कलड़वास सरपंच चंदा देवी गमेती के पति सोहनलाल गमेती ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यूआईटी की सरकारी जमीन के पट्टे बनवाये। पीड़ित हितेश बोड़ा को यह ढाई लाख रुपए में प्लॉट बेच दिया था।
पीड़ित ने भी भूखण्ड पर बाउंड्री वॉल बना दी थी। गांव में स्टेडियम का काम शुरू हुआ तब पता चला कि यह जमीन यूआईटी की है और सरपंच पति ने फर्जीवाड़े से पट्टा बनाया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
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