सलूंबर - ज़िले के अदवास गांव में हुई 40 वर्षीय सरकारी टीचर की हत्या (Murder) के मामले में परिजनों का अपनी मांगों को लेकर आक्रोश लगातार घटना के दूसरे दिन भी जारी रहा।
गौरतलब है की 48 घंटे से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हुए हैं। इधर हत्या करने वाले आरोपी की भी मौत के बाद भी शिक्षक शंकरलाल के परिजन ओर ग्रामीण परिवार को सरकारी मदद सहित अन्य मांगो को लेकर उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर बैठे रहे।
शिक्षक के परिवार को न्याय दिलाने के लिए समाज के लोगों की माने तो जब तक मुआवजा और मृतक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं मिलती तब तक किसी भी सूरत में उसके शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देगें ।
शनिवार को भी हलकी रिमझिम के बीच एमबी अस्पताल में समाजजन बड़ी संख्या में इखट्टा हुए और उन्होंने मोर्चरी के बाहर जमे रहे । सुरक्षा की से दृष्टि से पुलिस बल तेनात रहा ।
शनिवार को एक बार फिर समाजजनों ने साफ किया कि समय कितना ही क्यों न लगे लेकिन पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इधर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर से उदयपुर पहुंचे गिगराज ने बताया कि प्रदेश में भाजपा सरकार में दलितों की हालत बहुत खराब हैं, इस बात को शब्दों ने नहीं बया किया जा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि शंकरलाल मेघवाल की हत्या जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं, आंदोलन बड़ी तेजी से आगे बढ़ रहा है और कोई भी लेकिन कोई सुन ने को तैयार नहीं हैं जब तक सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आ जाता।
गौरतलब है की गुरुवार शाम को अदवास गांव में अपने पिता की किराणा की दूकान के बाहर बैठे 40 वर्षीय जयसमंद के पूरी सरकारी स्कूल के टीचर मेघवाल की तलवार से हमला कर हत्या कर दी गई थी, तो वहीं बीच बचाव करने आये उसके बुजुर्ग पिता दाल चंद पर भी हमला किया गया था , जिसमे उनका एक हाथ काट गया था और तभी से उन्हें इलाज के लिए उदयपुर के एमबी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस जाँच में सामने आया की टीचर की हत्या करने वाला उसी के गांव का फतह सिंह है जिस से किसी बात को लेकर उसकी 2 महीने पहले लड़ाई हुई थी।
पुलिस जब आरोपी को पकड़ने के लिए गांव के पास जंगलों में पहुंची तो उसने पुलिस की टीम को देखकर अपनी ही तलवार से खुद का गला रेत् दिया। पुलिस ने उसे घायल अवस्था में एमबी हॉस्पिटल पहुंचाया जहां उसे डॉक्टर ने मर्त घोषित कर दिया।
जानकारी में आया की दोनों के बिछी किसी बात को लेकर 2 महीने पहले लड़ाई हुई थी जिसको लेकर शंकर में फतह सिंह के खिलाफ थाने में रिपोर्ट भी दी थी।
लोगों की माने तो यह मामला अंधविश्वास से भी जोड़ा जा रहा है , लोगों का कहना है की कुछ समय से फतह सिंह का काम अच्छा नहीं चल रहा था , जिसको लेकर जैम उसने किसी बाबा से पूछा तो उसने उसे शंकर लाल के बारे में बोलै ,इसी से नाराज हो कर फतह सिंह ने शंकर लाल पर हमला कर दिया। हालांकि उदयपुर टाइम्स इसकी कोई पुष्टि नहीं करता है।
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