उदयपुर बार एसोसिएशन द्वारा जारी एक पत्र में जहाँ एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है, वहीं एक गंभीर चिंता का विषय सामने आया है।
उदयपुर के युवा जहां पिछले लंबे समय से नशे की लत से परेशान है और ज़िले की पुलिस भी लगातार युवाओं में बढ़ रही MDMA जैसी घातक ड्रग के प्रचलन और खरीद फरोख्त करने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें सीखचों के पीछे पहुंचने का काम लगातार कर रही है तो वहीं अब MDMA नशा नामक इस दीमक की पहुँच स्कूली छात्रों तक पहुँचने की बात सामने आ रही है।
गौरतलब है की शहर के एक्स आर्मीमैन के ज़रिए ये बात सामने आई है, की शहर के एक नाम-चीन प्राइवेट स्कूल में ड्रग माफिया 12 -17 वर्ष के बच्चों को ड्रग देकर उन्हें अपने जाल में फंसा रहे हैं।
बार एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश मोगरा ने बताया की घटना उस समय सामने आई जब 6 सितम्बर को घटना की जानकारी मिलने पर अधिवक्ता थाने पहुंचे जहाँ उनकी मुलाक़ात पीड़ित व्यक्ति (एक्स आर्मीमैन) से हुई, जिसने उन्हें बताया की ड्रग माफिया द्वारा उनके 14 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया गया है और पिछले 10 दिनों से उनका बेटा गायब है। पीड़ित ने अधिवक्ताओं से मदद की गुहार लगाई। साथ ही ये भी जानकारी में आया है की ऐसे अपराधी ड्रग माफिया बच्चों को उनसे दोस्ती कर ड्रग माफिया उन्हे एमडी, एमडीए, ड्रग्स, चरस, गांजा, शराब नशे की लत लगाते हैं। उसके बाद बच्चो को ब्लेकमेल कर उनके साथ योन अपराध कर, उनके पोर्न विडियो बनाकर ब्लेकमेल करते हैं और उनसे अपने घर से जेवरात, नकदी आदि चुराकर अन्य अपराधो मे लिप्त करा बच्चो का शोषण करते है। इससे अनेक बच्चे मानसिक अवसाद मे चले गए है, तथा ऐसे ड्रग माफियाओ से पीड़ित बालको के द्वारा आत्महत्या कर ली जाती है।
बार एसोसिएशन उदयपुर ने अपने पत्र में अपील की है की यदि आपने या आपके किसी साथी ने ऐसी कोई घटना सुनी हैं या उससे अवगत हुए हैं तो वकीलों के इस समूह के नोटिस में लाएं।
मामले की गम्भीरता को देखते हुए बार एसोसिएशन उदयपुर ने एक पब्लिक नोटिस जारी कर ये बताया की बार एसोसिएशन उदयपुर ने इस प्रकार की घटनाओ के पीड़ितों की निःशुल्क सहायता करने का निर्णय लिया है तथा ऐसे पीड़ित बालको एवं उनके परिवार वालो की सहायता के लिये अधिवक्ताओ की एक कमेटी बनाई गई है। पीड़ित की ओर से मुकदमा दर्ज करवाया गया है, व अन्तिम निर्णय तक साथ देने का निर्णय लिया।
उन्होंने पत्र के माध्यम से बताया की एसोसिएशन के सदस्य उदयपुर के अभिभावको से अपील करते है कि घर मे या स्कुल में बच्चे मानसिक अवसाद मे डरे-डरे रहे या घर मे चिडचिडा व्यवहार करें तो तुरन्त बच्चे की काउन्सलिंग करवाएं। बच्चा स्कुल के बाहरी बच्चे के द्वारा कोई व्यवहार या धमकी या अपने साथ कोई घटना की सम्बन्धित पुलिस थाने में शिकायत करे तो उसे इग्नोर ना करे।
बार एसोसिएशन उदयपुर के अध्यक्ष राकेश मोगरा ने कहा की अधिवक्ताओं की बनाई गई कमेटी में शामिल अधिवक्ताओं से विधिक सहायता के लिये पीड़ित अभिभावक निःशुल्क सहायता पाने के लिए सम्पर्क करें। उन्होंने कहा की अगर कोई अभिभावक किसी कारण अपनी पहचान नहीं बताना चाहते हैं, तो उनकी पहचान को भी गुप्त रखा जाएगा।
दूसरी ओर गोवर्धन विलास थाना अधिकारी, अजय सिंह राव ने उदयपुर टाइम्स को बताया कि एक्स आर्मीमैन की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है।
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