MLSU में समारोहपूर्वक मनाया गया 60 वां स्थापना दिवस

MLSU में समारोहपूर्वक मनाया गया 60 वां स्थापना दिवस

एक साल के कार्यकाल की विशद उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वे इस विवि को देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालयों में शामिल करने के प्रति कृत संकल्पित है

 
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राजस्थान उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो दरियाव सिंह चुंडावत ने विवि की ऐतिहासिक यात्रा के विभिन्न पड़ावों का जिक्र करते हुए कहा कि आज गर्व का विषय है कि नवाचारों और शानदार कामकाज के कारण मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय प्रदेश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में गिना जाता है

मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय का 60 वां स्थापना दिवस सोमवार को बप्पा रावल स्वर्ण जयंती सभागार में ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से समारोहपूर्वक आयोजित हुआ। छह दशक की यात्रा प्रस्तुति के साथ विविध संगीत प्रस्तुतियों व टीकाकरण शिविर के जरिये स्थापना दिवस पर दिन भर कई आयोजन हुए।कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं कुलपति प्रो अमेरिका सिंह ने कहा कि यह बेहद गर्व का क्षण है कि आज हम 60 वां स्थापना दिवस मना रहे है। यह विवि की एक लंबी यात्रा है जो अनवरत जारी है। उन्होंने अपने एक साल के कार्यकाल की विशद उपलब्धियों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वे इस विवि को देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालयों में शामिल करने के प्रति कृत संकल्पित है। प्रो सिंह ने कहा कि वे कोरोना काल के बावजूद लगातार शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन को प्रोत्साहित करते रहे।

उन्होंने कहा कि मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस के आयोजन का सौभाग्य मिल रहा है जो कि मील का पत्थर साबित होगा। प्रो सिंह ने विवि के आगे के विजन और संकल्पना के बारे में भी विस्तार से बताया। विश्वविद्यालय के इतिहास ग्रंथ के संपादक प्रो एसके कटारिया ने विवि के छह दशक के इतिहास का विस्तृत प्रजेंटेशन दिया। एक घण्टे की इस प्रस्तुति में तथ्यात्मक और सचित्र जानकारियां साझा की गई। पदमश्री श्याम सुंदर पालीवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय बहुत ही शानदार नवाचार कर रहा है इसके लिए विवि प्रशासन को बधाई देता हूँ। उन्होंने पिपलांत्री में किये पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों की जानकारी दी और विवि को वहां आने का निमंत्रण दिया। राजस्थान उच्च शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रो दरियाव सिंह चुंडावत ने विवि की ऐतिहासिक यात्रा के विभिन्न पड़ावों का जिक्र करते हुए कहा कि आज गर्व का विषय है कि नवाचारों और शानदार कामकाज के कारण मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय प्रदेश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में गिना जाता है।

विश्वविद्यालय के पहले पीएचडी धारक डॉ के एल कोठारी ने कहा कि विश्वविद्यालय की विकास यात्रा देख कर अभिभूत हो गया। इस अवसर पर मुझे याद किया यानी विवि अपने एलुमिनाई को पूरा सम्मान देता है। गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा के कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्होंने इस विवि में छात्र से लेकर कुलपति तक का सफर किया। स्थापना दिवस पर प्रो त्रिवेदी ने कहा कि अपने इस विवि को आज शिखर पर देख पर बेहद प्रसन्नता और गर्व का अनुभव होता है। एमडीएस विश्वविद्यालय अजमेर के पूर्व कुलपति प्रो कैलाश सोडाणी ने विवि के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि विवि एक एक रंगमंच है जहां छात्र और शिक्षकों को अपनी सम्पूर्ण क्षमताओं को निखारने की अनेकानेक अवसर मिलते है।

प्रो सोडाणी ने कहा कि ज्ञान में धन पैदा करने की अदभुत क्षमता होती है इसलिए रोजगार परक शिक्षा बेहद जरूरी है। इस अवसर पर समाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता प्रो प्रेम सुमन जैन ने अपने निजी पुस्तकालय से एक हज़ार पुस्तकें विवि के पुस्तकालय में प्रदान करने की घोषणा की।विवि के वित्त नियंत्रक दलपत सिंह राठौड़ ने स्थापना दिवस पर अपनी शुभकामनाएं दी। स्थापना दिवस समारोह में संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने विविध संगीतमय प्रस्तुतियों से उपस्थित अतिथियों का मन मोह लिया। इस अवसर पर इतिहास लेखन समिति के सदस्यों का कुलपति प्रो सिंह ने अभिनन्दन किया।  संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो नीरज शर्मा ने स्वागत उद्धबोधन और धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन कुमुद पुरोहित व तमन्ना सोनी ने किया।

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