आज के इस तकनीकी युग में एनालिटिकल दिमाग ही सफलता की कुंजी हैं- जे.पी. अग्रवाल


आज के इस तकनीकी युग में एनालिटिकल दिमाग ही सफलता की कुंजी हैं- जे.पी. अग्रवाल

GITS में एक्सपर्ट टॉक का आयोजन 

 
expert talk at gits

गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नीकल स्टडीज (GITS) डबोक उदयपुर में नये सत्र के नवान्गतुक विद्यार्थियों के इण्डक्शन प्रोग्राम में गीतांजली ग्रुप के चेयरमेन जे.पी. अग्रवाल ने विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि जीवन में सफल होने के लिए आत्मविश्वास और धैर्य का होना बहुत ही जरूरी हैं। किताबी ज्ञान काॅलेज के कैम्पस में तो मिल जायेगा लेकिन बाहर की दुनिया में सफल होने के लिए बाहरी वातावरण के छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना होगा। समाज और देश के प्रति कृतज्ञ बनना होगा । अनुकुलता की आदत होनी चाहिए क्योंकि सीखने की कोई उम्र नहीं होती हैं। एडवान्समेंट के लिए एमपाॅवरमेंट करना होगा। लीडर बनने के लिए लीडरशीप का उदाहरण प्रस्तुत करना होगा। आज के तकनीकी युग में एनालिटिकल दिमाग ही सफलता की कुंजी हैं। नकारात्मक सोच छोडकर कोर कोम्पीटेंस विकसित करना होगा। संघर्ष जीवन का हिस्सा हैं। इससे हमें सीखने को मिलता हैं। इसलिए हमें जीवन में संघर्ष से कभी घबराना नहीं हैं।

संस्थान के निदेशक डाॅ. एन. एस. राठौड ने बताया कि इस कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि कोटा के वर्धमान महावीर ओपन युनिवसिर्टी के वाईस चांसलर डाॅ. के.सी. सोडानी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजकल लोग रिस्क लेने से डरते हैं जबकि रिस्क ना लेना ही सबसे बडी रिस्क हैं। यदि आप अपने काम के प्रति मोहब्बत रखेंगे तो आपका भविष्य सुनहरा होगा। आज के इस प्रतियोगी बाजार में विकासवादी सोच को सम्मान देना होगा। आज का युग ज्ञानवादी अर्थवादी व्यवस्था पर आधारित हैं इसलिए हमें ज्ञान को बढ़ावा देना होगा। जीवन का सबसे महत्वपूर्ण धन समय हैं। जिसे न तो बेचा जा सकता हैं और ना ही खरीदा जा सकता हैं। इसलिए समय की इज्जत करों। अपने विकास के साथ-साथ देश व समाज के विकास के बारे में सोचना होगा। राष्ट्रीयता के अभाव व धार्मिक असंतुलन के कारण देश में बहुत सारी विषमताए उत्पन्न हो गयी हैं जिससे बचना होगा। हमें जीवन में सफल होने के लिए भगवान राम की मर्यादाओं का पालन करते हुए भगवान कृष्ण जैसा कुशल रणनीतिकार बनना होगा।

एम.बी.ए. निदेशक डाॅ. पी. के. जैन ने मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमें इनके जीवन से सीख लेने की जरूरत हैं। इन्होने कैसे कठिनाइयों का सामना करते हुए सफलता के परचम को लहराया। संस्थान के वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने कहा कि हमारे जीवन में कई बार ऐसा समय आयेगा जब हम निराशा के पथ पर होंगे लेकिन हमें हार नही माननी हैं। अपने दृढ़ संकल्प और सकारात्मक सोच से चुनौतियों का सामना करना होगा। 

इस अवसर पर गीतांजली ग्रुप निदेशक श्रीमति कनिका अग्रवाल के साथ पूरा गीतांजली परिवार उपस्थित था। कार्यक्रय का संचालन डाॅ. अंजली धाभाई द्वारा किया गया।

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal