गीतांजली इन्स्टिटियूट ऑफ़ टेक्नीकल स्टडीज (GITS) डबोक, उदयपुर में शिक्षण के प्रति विद्यार्थियों में रूचि बढ़ाने के लिए केरियर डवलपमेंट सेंटर के तत्वाधान में एक दिवसीय इनोवेटिव टीचिंग स्ट्रेटीज पर एक्सपर्ट टाॅक का आयोजन किया गया।
संस्थान के निदेशक डाॅ. एन. एस. राठौड ने बताया कि शिक्षक वह व्यक्ति हैं जो विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षा एवं शिक्षा में रचनात्मकता उपलब्ध कराकर उसके भविष्य को आकार देता हैं। परन्तु बदलती परिस्थितियों के चलते विद्यार्थियों का शिक्षण कार्य से मोह भंग हो रहा हैं। क्योंकि पारंम्परिक शिक्षण विधियां पर्याप्त नहीं हैं। इसलिए आधुनिक दृष्टिकोण के लिए नवाचार को अपनाना होगा। क्योंकि नवाचार और रचनात्मकता से छात्रों का ध्यान केन्द्रित करना आसान हो जाता हैं। हमें ऐसे शिक्षण के तरीके अपनाने होंगे जिससे विद्यार्थियों का ध्यान शिक्षण के तरफ आर्कर्षित हो सके। इसके लिए हमें प्रोजेक्ट बेस लर्निंग, इनप्रेक्टिव टेक्नोलाॅजी को अपनाना होगा।
इन्ही सब बातों को बढ़ावा देने के लिए आई.सी.एफ.ए.आई. बिजनेस स्कूल जयपुर की निदेशक डाॅ. श्वेता जैन को मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। बतौर मुख्य वक्ता डाॅ. जैन ने कहा कि शिक्षकों को फ्लिफ क्लास रूम टीचिंग के साथ-साथ ग्रुप डिस्कशन और डिबेट्स पर ध्यान देना होगा। कक्षा में विद्यार्थियों के रूचि को जानकर उनके अनुसार हमें टिचिंग करना होगा। तभी हम शिक्षा जगत को नई ऊचाइयों पर ले जा पायेंगे।
कार्यक्रम संयोजक एवं ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट हेड अरविन्द सिंह पेमावत के अनुसार शिक्षकों को चाहिये कि वे अपने पाठ्यक्रम में नवीनता लाकर छात्रों को आर्कर्षित करे और साकारात्मक शिक्षण का अनुभव प्रदान करें। वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने कहा कि शिक्षक छात्रों को वास्तविक दुनिया की पहचान करने एवं उसका समाधान विकसित करने में मदद करें। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर शैलजा राणावत द्वारा किया गया।
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