mlsu कुलपति का ऐतिहासिक फैसला


mlsu कुलपति का ऐतिहासिक फैसला 

अब अंकतालिकाओं में ‘ग्रेस’ अंकन नहीं होगा

 
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कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने बताया कि ग्रेस शब्द दया या कृपा का परिचायक

मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने विद्यार्थियों के हित में एक ऐतिहासिक फैसला किया है। इस फैसले से अब यह विश्वविद्यालय राजस्थान का एकमात्र विश्वविद्यालय हो गया है जहां पर विद्यार्थियों के परिणाम में ग्रेस आने पर अंक तालिका में ग्रेस अंकित नहीं किया जाएगा और सिर्फ श्रेणी दर्शाई जाएगी। इस फैसले से सभी विद्यार्थियों में हर्ष व्याप्त है।
 

कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने बताया कि ग्रेस शब्द दया या कृपा का परिचायक है। अंकतालिका में इसके अंकन ने विद्यार्थियों में अपनी उपलब्धि के प्रति हीन भावना आती है। ऐसे शब्द के अंकन को हटाकर उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित ही किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही विद्यार्थियों के हित में एक फैसला यह भी किया गया है कि यदि कोई विद्यार्थी एक अंक से प्रथम व द्वितीय श्रेणी से वंचित रहता है तो विद्यार्थियों को 1 अंक का मॉडरेशन विश्वविद्यालय द्वारा दिया जाएगा। इससे अनेक छात्र जो एक अंक की वजह से अपनी श्रेणी तृतीय व द्वितीय श्रेणी प्राप्त करते हैं, उन्हें क्रमोन्नति मिलेगी।

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