MLSU: नई शिक्षा नीति के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम स्वीकृति


MLSU: नई शिक्षा नीति के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम स्वीकृति

सुविवि- एकेडमिक कौंसिल की बैठक 
 
MLSU: नई शिक्षा नीति के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम स्वीकृति
प्रतिवर्ष उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों, गैर शैक्षणिक कर्मियों और विद्यार्थियों को  मिलेगा नकद पुरस्कार 

उदयपुर। मोहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय में  नई शिक्षा नीति के अनुसार क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम स्वीकृति कर दिया गया साथ ही प्रतिवर्ष उल्लेखनीय कार्य करने वाले अपने शिक्षकों, गैर शैक्षणिक कर्मियों और विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार से सम्मानित करेगा। उक्त निर्णय कुलपति प्रो अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को आयोजित एकेडमिक कौंसिल की बैठक में किया गया।

विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ कुंजन आचार्य ने बताया कि कुल 13 पुरस्कार दिए जाएंगे। इनमें अलग अलग संकाय के कुल 5 शिक्षकों, 5 गैर शैक्षणिक कर्मचारियों, एक श्रेष्ठ विद्यार्थी, एक श्रेष्ठ खिलाड़ी विद्यार्थी तथा एक पूर्व विद्यार्थी को यह सम्मान दिया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक को 25  हज़ार रुपये नकद, प्रशस्ति पत्र हर साल एक समारोह में प्रदान किया जाएगा। इसकी पात्रता के लिए सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति मूल्यांकन करके नामों पर विचार करेगी।

कोविड काल में राज्य सरकार और यूजीसी की गाइडलाइन के अनुरूप विभिन्न पाठ्यक्रमों के प्रथम और दिव्तीय वर्ष के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट करने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट का अनुमोदन किया गया। उसी आधार पर परीक्षा परिणाम शीघ्र घोषित किया जाएगा।

रिसर्च एडवाजरी कमेटी की ओर से शैक्षणिक उन्नयन के लिए दिए गए विभिन्न सुझावों पर भी चर्चा की गई। समाज शास्त्र विभाग में मास्टर ऑफ सोशल वर्क एवम, मास्टर ऑफ एंथ्रोपोलॉजी के नए पाठ्यक्रम स्वीकृति किए गए।

गत एकेडमिक कौंसिल में विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग फेकल्टी खोलने का निर्णय किया गया था। इसी के तहत इस फेकल्टी को स्थापित करने के लिए मेरठ की आई आई एम टी यूनिवर्सिटी से एमओयू करने की स्वीकृति प्रदान की गई। इसमे बीटेक, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर पाठ्यक्रम स्थापित करने, संसाधन विकसित करने में मदद ली जाएगी। बैठक में क्रेडिट ट्रांसफर सिस्टम का भी अनुमोदन किया गया।

टीचिंग और अन्य अकेडमिक पदों पर नई भर्ती में गुणवत्ता जांचने के लिए एक मसौदा भी सदन द्वारा स्वीकृत किया गया। हिंदी विभाग में रोजगार परक डिप्लोमा और प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू करने की स्वीकृति प्रदान की गई।

एकेडमिक कौंसिल की बैठक में रजिस्ट्रार हिम्मत सिंह बारहट, वित्त नियंत्रक सुरेश जैन के साथ ही सभी डीन, डायरेक्टर और विभागों के अध्यक्ष उपस्थित थे। एकेडमिक कौंसिल के नए सदस्य प्रो बीएल वर्मा तथा डॉ अरविंद आशिया का स्वागत किया गया।

By Alfliya Khan

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