उदयपुर, 15 दिसम्बर 2021, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर की प्रबन्ध मण्ड़ल की 56 वीं बैठक बुधवार 15 दिसम्बर, 2021 को कुलपति सचिवालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता कुलपति डा. नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने की।
बैठक में प्रबन्ध मण्ड़ल सदस्य श्रीमति सज्जन कटारा, विष्णु पारीक, जगदीश भण्डारी, डॉ. एस. आर. मालू, डॉ. आर. सी. तिवारी, वित्त सचिव के प्रतिनिधि अशोक कुमार, एडीएम सिटी, पशुपालन व गोपालन सचिव के प्रतिनिधि ड़ॉ बी. भारद्वाज, निदेशक अनुसंधान डॉ. एस. के. शर्मा एवं अधिष्ठाता डॉ. पी. के. सिंह उपस्थित थे।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के प्रतिनिधि, सहायक महानिदेशक डा. एस. के. झा ने बैठक में ऑनलाइन भाग लिया। प्रारंभ में कुलसचिव ने सभी सदस्यों का स्वागत किया। कार्यवाहक कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार इण्टोदिया ने सभी बिंदुवार मुद्दे सदन के पटल पर रखे।
माननीय कुलपति ने बताया कि हाल ही मे आइ.सी.ए.आर. द्वारा जारी रैंकिंग मे एमपीयूऐटी ने राजस्थान मे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर प्रथम स्थान और देश के सभी कृषि विश्वविद्यालयों मे 11 वां स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि आइ.सी.ए.आर. द्वारा विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों को एक्रीडेट कर दिया गया है जिससे राष्ट्रीय स्तर पर एमपीयूऐटी की पहचान बनी है और विभिन्न केंद्र पोषित परियोजनाओं को वित्तीय मदद मिलेगी।
कुलपति ने बताया कि एमपीयूऐटी द्वारा बांसवाड़ा मे नये उद्यानिकी महाविद्यालय, सलूम्बर मे एक जनजाति कृषि अनुसन्धान संस्थान का प्रस्ताव सरकार को भेजा जा रहा है। इसी के साथ बांसवाड़ा स्थित गोविंद गुरू राजकीय कृषि महाविद्यालय को एमपीयूऐटी के संगठक के रूप मे संचालित करने का प्रस्ताव भी भेजा जा रहा है। उन्होंने पाठ्यक्रम में स्टूडेन्ट रेडी व आइडिया को सम्मिलित करने के महत्व पर प्रकाश डाला एवं इससे विद्यार्थियों में कौशल विकास व उद्यमिता विकास की बात कही।
बैठक में केरियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत 43 प्राध्यापको को प्रमोशन देने का अनुमोदन किया गया। 04 सहायक प्राध्यापकों को वरिष्ठ वेतनमान, 32 सहायक प्राध्यापकों को सहप्राध्यापक एवं 07 सहप्राध्यापकों को प्राध्यापक पद पर पदोन्नत किया गया।
बैठक में गहन चर्चा के पश्चात् निम्न बिंदुओं का अनुमोदन किया गया।
1. बैठक में विगत 55वीं प्रबन्ध मण्ड़ल की बैठक में लिए गए निर्णयों व कार्यवाही का अनुमोदन किया गया।
2. बैठक में विगत 58वीं अकादमिक परिषद की बैठक में लिए गए प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया।
3. आगामी 20 दिसम्बर को विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में प्रदान की जाने वाली उपाधियों एवं स्वर्ण पदकों का अनुमोदन किया गया।
4. इसके अनुसार दीक्षांत समारोह में 938 उपाधियाँ प्रदान की जाएगी, जिनमें कृषि, इंजीनियरिंग, सामुदायिक विज्ञान, खाद्य एवं आहारिकी, डेयरी टेक्नोलॉजी व मात्स्यकी संकाय में 706 स्नातक, 150 स्नातकोत्तर व 82 विद्या-वाचस्पति की उपाधियाँ प्रदान की जाएगी। इस समारोह में स्नातक स्तर पर सभी संकायों में कुल 13 स्वर्ण पदक, स्नातकोत्तर स्तर पर 16 व पी.एच.डी. स्तर पर 5 एवं जैन इरिगेशन द्वारा इंजीनियरिंग संकाय के 2 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा एक विद्यार्थी को चांसलर्स गोल्ड मेडल और माननीय कुलपति द्वारा अपने पिता श्री की स्मृति मे ‘‘श्री फूल सिंह राठौड मेमोरियल स्वर्ण पदक‘‘ सहित कुल 38 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे।
5. इस अकादमिक सत्र से ही डिग्री प्रमाण पत्र उच्च कोटि के आसानी से न फटने वाले, वाटर प्रूफ और ए-4 साइज के कागज पर तैयार की जाऐगी। डिग्री में अनेक सिक्युरिटी फीचर्स भी अपनाए गये हैं। हिन्दी व अंग्रजी दोनों भाषा में छपी डिग्री पर विद्यार्थी का रंगीन फोटो, क्यूआर कोड इत्यादि अनेक सुरक्षा उपाय भी किये गये हैं।
6. प्रौद्योगिकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय की पी.एच.डी. छात्रा शिवानी जौहरी को मरणोपरांत इलेक्ट्रिीकल इंजीनियरंिग मे पी.एच.डी. की उपाधि प्रदान की जाऐगी। उल्लेखनीय है कि छात्रा की कोरोना से मृत्यु हो गई थी परंतु उसका पी.एच.डी. शोध ग्रंथ परीक्षकों द्वारा प्रमाणित किया जा चुका था।
7. कृषि महाविद्यालय में संचालित एग्री इनपुट डीलर डिप्लोमा कार्यक्रम में परीक्षा के पैटर्न में बदलाव को स्वीकृति प्रदान की गई।
8. कोविड लॉकडाउन के दौरान आयोजित परीक्षा में जिन विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिका इंटरनेट या अन्य कारणों से अपलोड नहीं हो पाई उनके लिए विशेष परीक्षा की अनुमति प्रदान की गई।
9. डेयरी टेक्नोलॉजी महाविद्यालय में प्रारंभ किए गए एम.टेक. डेयरी केमिस्ट्री एवं डेयरी माइक्रो बायोलॉजी पाठ्यक्रमां में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की अनुशंसानुरुप विस्तृत पाठ्यक्रम, सिलेबस का अनुमोदन किया गया।
10. कपासन स्थित आरएनटी कृषि महाविद्यालय एवं बांसवाड़ा स्थित गोविन्द गुरु राजकीय महाविद्यालय में कृषि संकाय को नियत शर्तों पर वर्ष 2020-21 के लिए सम्बद्धता प्रदान की गई।
11. सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के सभी पाँच विभागों के स्नातकोत्तर व पी.एच.डी. पाठ्यक्रमों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् की विस्तृत विषयवस्तु क्षेत्र (बसमा) समितियों द्वारा प्रस्तावित नवगठित पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया। यह पाठ्यक्रम इसी अकादमिक सत्र 2021-22 से लागू हो जाएंगे। जिससे एमपीयूएटी के विद्यार्थियों को सम्पूर्ण देश के समान पाठ्यक्रम पढ़ने का अवसर मिलेगा।
12. इसी के आई.सी.ए.आर., नई दिल्ली साथ बसमा के प्रस्तावों के अनुरुप सामुदायिक विज्ञान में डिग्री का नाम भी गृह विज्ञान से बदलकर सामुदायिक विज्ञान करने के प्रस्ताव को सहमति प्रदान की गई।
13. सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के स्नातकोत्तर उपाधियों व कोर्स कोड़ के नामों में भी आंशिक सुधार किया गया।
14. आई.सी.ए.आर., नई दिल्ली के बसमा दिशा-निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर व पीएच.डी. के नियमों की अनुशंसा को भी अपनाया गया।
15. सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के स्नातकोतर खाद्य एवं पोषण विज्ञान पाठ्यक्रम में इसी महाविद्यालय के स्नातक खाद्य एवं पोषण उपाधि धारकों के लिए 5 अतिरिक्त सीटों का प्रावधान किया गया।
16. माननीय कुलपति द्वारा सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम बी.एस.सी. फूड एण्ड न्यूट्रीशन में मेरिट के आधार पर प्रवेश की अनुमति दी गई।
17. अभियांत्रिकी महाविद्यालय मे श्रेष्ठ विद्यार्थियों को यूजी, पीजी व पीएचड़ी मे दी जाने वाली मेरिट स्कॉलरशिप की राशी को बढ़ाकर क्रमशः 500,1000,1500 करने का अनुमोदन किया गया।
अंत में निदेशक अनुसंधान डॉ. एस. के. शर्मा ने बैठक में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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