गीतांजलि फार्मेसी इंस्टिट्यूट में "फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में रोज़गारोन्मुखी कौशल विकास" पर सेमिनार

गीतांजलि फार्मेसी इंस्टिट्यूट में "फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में रोज़गारोन्मुखी कौशल विकास" पर सेमिनार

गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी द्वारा आयोजित एक दिवसीय सेमिनार
 
geetanjali

"विद्यार्थियो में रोजगोन्मुखी कौशल व  सीखने की ललक विकसित कर फार्मास्यूटिकल सेक्टर में उपलब्ध अपार संभावनाओं का दोहन कर एक शानदार करियर बनाया जा सकता है"  अनिल व्यास, प्रबंध निदेशक मेड्नेक्सट फार्मा, उदयपुर ने गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी द्वारा आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में अपने विचार व्यक्त किये व अपने 32 वर्ष के फार्मास्यूटिकल करियर के अनुभव साझा किये।  

सेमिनार में मेड्नेक्सट के रेगुलेटरी अफेयर्स के जनरल मैनेजर प्रवीण वार्ष्णेय ने फार्मेसी पाठ्यक्रम में इंडस्ट्री ओरिएंटेड लर्निंग की आवश्यकता पर प्रकाश डाला । सेमिनार में मेड्नेक्सट की मैनेजर सुश्री रेखा ने फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट डेवलपमेंट के  विभिन्न चरणों के बारे में गीतांजलि के फार्मेसी विद्यार्थियो को आवश्यक जानकारी दी।  

सेमिनार के दौरान मेड्नेक्सट फार्मा व गीतांजलि इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के बीच विद्यार्थियों के चहुमुंखी विकास के लिए अकादमिक, रिसर्च व ट्रेनिंग में साझा कार्यक्रम चलाने पर एक करार पर हस्ताक्षर भी किये गए। 

प्रधानाचार्य डॉ महेंद्र सिंह राठौड़ ने अपने विद्यार्थियों व टीचिंग फैकल्टी से फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री में हो रहे  नवीनतम डेवलपमेंट की बारे में अपनी जानकारी अपडेट करते रहने व सतत विकास करने पर ज़ोर दिया।  गीतांजलि फार्मेसी कॉलेज की फैकल्टी सुश्री संतोष कितावत व डॉ नरेंद्र परिहार के  साथ बी फार्मा, एम् फार्मा , फार्म डी व डी फार्मा के विद्यार्थियों ने कोविद नियमो का पालन करते हुए सेमिनार के सफल सञ्चालन में अपना योगदान दिया।    
 

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal