लोक संस्कृति की चित्ताकर्ष प्रस्तुतियों के साथ दर्शकों के थिरके कदम


लोक संस्कृति की चित्ताकर्ष प्रस्तुतियों के साथ दर्शकों के थिरके कदम

बी.एन.पी.जी. गर्ल्स काॅलेज में मयूरी 2020 त्रिदिवसीय सास्ंकृतिक आयोजन का आगाज
 
लोक संस्कृति की चित्ताकर्ष प्रस्तुतियों के साथ दर्शकों के थिरके कदम
ऋतुराज बंसत की सौरभमयी मादकतापूर्ण मलयानिल के कोमल स्पर्श व सुनहरी दोपहर से ढलकती गुलाबी सांझ के साथ सुर, ताल, लय और पैरों की थिरकन के साथ प्रतिभागियों और दर्शकों के उमंग उल्लास की लहरों ने एक अद्भुत समां बांघ दिया। लोक संस्कृति एवं गीत-गजलों की शब्द लड़ियों के साथ मयूरी 2020 का रंगारंग सांस्कृतिक परम्पराओं को सहजते हुए शुभारम्भ हुआ।

उदयपुर 6 फरवरी, 2020। ऋतुराज बंसत की सौरभमयी मादकतापूर्ण मलयानिल के कोमल स्पर्श व सुनहरी दोपहर से ढलकती गुलाबी सांझ के साथ सुर, ताल, लय और पैरों की थिरकन के साथ प्रतिभागियों और दर्शकों के उमंग उल्लास की लहरों ने एक अद्भुत समां बांघ दिया। लोक संस्कृति एवं गीत-गजलों की शब्द लड़ियों के साथ मयूरी 2020 का रंगारंग सांस्कृतिक परम्पराओं को सहजते हुए शुभारम्भ हुआ।

इससे पुर्व सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख मुख्य अतिथि महाराज कंवरानी साहिबा श्रीमंत महिमा कुमारी जी मेवाड़ एवं भंवर बाईसा जयति कुमारी मेवाड़ एवं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। अधिष्ठाता डाॅ. देवेन्दं सिंह सिसोदिया, सह अधिष्ठाता डाॅ. अर्पणा शर्मा, आयोजन सचिव डाॅ. गरिमा बाबेल और सह आयोजन सचिव डाॅ. माधवी राठौड़ ने अतिथियों का पुष्पगुछ भेट कर स्वागत अभिनंदन किया। 

इस अवसर पर भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन गुणवंत सिहं झाला, भूपाल नोबल्स संस्थान के प्रबंध निदेशक मोहब्बत सिंह राठौड़, वित मंत्री प्रो. दरियाव सिंह चुण्डावत, बी.एन. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. रघुवीर सिंह चौहान, वित नियंत्रक पर्बत सिंह राठौड़, कार्यकारिणी सदस्यगण, ओल्ड बाॅयज एसोसिएशन के सदस्य, समस्त संकायो के अधिष्ठाता, अभिभावक उपस्थित थे। अतिथियों द्वारा अकादमिक, एन.सी.सी., खेलकुद, साहित्यिक, कला आदि क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरूस्कार प्रदान किये गये।

त्रि-दिवसीय इस सांस्कृतिक महोत्सव के पहले दिन गजल, फिल्मी और लोक एकल गीत, समूह गीत, एकल नृत्य समूह नृत्य की दर्शकों की हुटिंग के साथ जोरदार प्रस्तुतियां हुई। एकल एवं समूह नृत्यों में राजस्थानी, हरियाणवी, मराठी एवं पंजाबी लोक नृत्यों के साथ भारत की विविधता में एकता की अवधारणा मयूरी में साकार हुई। 

परम्परागत राजस्थानी लोक गीत पधारो म्हारे देश, काजलिया री रेख, कागसीयों, पन घट पे पानी, झुमका बरेली वाला, उड़े जब जब जुल्फें मेरी, आदि संगीतमयी धुनों पर छात्राओं ने पांडाल को जीवन्त कर दिया। आज का मुख्य आकर्षण रिजनल इवेंट रहा जिसमें छात्राओं ने मेवाड़ के लोक नृत्य नाटिका गवरी, पंजाब का लोहडी पर्व, बंगाल का नव दुर्गा नृत्य, विवाह संस्कार, शिव ताडंव आदि की मनोहारी प्रस्तुतियों ने दर्शकों भावविभोर कर दिया। फैन्सी ड्रैस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों में गुत्थी, बाला आदि कलात्मक रूप धारण कर दर्शकों को हसीं से लोटपोट कर दिया।
 

आज के परिणाम

सोलो साॅंग (गजल) में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः पदमजा चुण्डावत,  श्रैया मेनारिया एवं रचिता पालीवाल, पूजा चावरिया रही। सोलो साॅंग (लोक) में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः ऐश्वर्या सिंह एवं श्रैया मेनारिया, पूजा चावरिया, रचिता पालीवाल रही वहीँ ग्रुप साॅंग (फिल्मी) में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः यारों का टशन ग्रुप, वाईब्स ग्रुप, याराना ग्रुप रहे।  

इसी प्रकार फैन्सी ड्रैस प्रतियोगिता में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः नेहा माली, चारूल धनक, अफशीन खान रही। युगल नृत्य (फिल्मी) में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः पदमजा चुण्डावत एवं ऐश्वर्या सिंह, मानसी एवं सलोनी, नन्दनी एवं नन्दनी पालीवाल रही। रिजनल इवेंट में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः पद्मिनी ग्रुप, कोबरा ग्रुप, क्रिएशन ग्रुप रहा जबकि सोलो डांस (फिल्मी) में पहले, दुसरे और तीसरे स्थान पर क्रमशः लविना लखारी, किरण प्रजापत तथा युक्ती खमसेरा रही। 

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