उदयपुर 24 अगस्त 2022 । माईनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, राजस्थान चेप्टर, उदयपुर एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड, उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में रोल ऑफ इनोवेशन एडं टेक्नोलॉजी इन टर्नअराउण्ड ऑफ माईनिंग इंडस्ट्री विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन 26 से 28 अगस्त तक न्यू भूपालपुरा स्थित ऑरबिट रिसोर्ट में किया जा रहा है। जिसमें भारत सहित चाईना, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया के खनन विशेषज्ञ, भू-वैज्ञानिक भाग ले कर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेगें। देश के लगभग 15 राज्यों से भी खनि अभियंता एवं भू वैज्ञानिक अपने शौध पत्र प्रस्तुत करेंगे।
एमईएआई के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूण कोठारी ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य सचिव खान एवं पैट्रोलियम डाँ सुबोध अग्रवाल होंगे तथा विशिष्ट अतिथि निदेशक खान केबी पन्ड्या, मैनेजिंग डाईरेक्टर राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल लिमिटेड, प्रदीप गवन्डे एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूण मिश्रा होगे।
हिजिंलि के महाप्रबन्धक सुनील वशिष्ठ एवं आयोजन सचिव प्रवीण शर्मा ने बताया कि बताया कि इस संगोष्ठी में खनन अन्वेषण, उत्खनन पर्यावरण, रिसोर्स मॉडलिंग एवं रिर्जव-रिर्सोस इन्वेन्ट्री मेनेजमेन्ट का टेक्नीकल सोल्युशन, स्वचालन कृत्रिम बुद्धि एवं रोबोटिक्स का खनन उधोग में उपयोग, इंटरनेट ऑफ थिंग ए ओटोमेटेड ड्रोन, 3डी प्रिटिंग एवं विद्युत चलित वाहनो का उपयोग वेस्ट से वैल्थ की तरफ, उत्पादकता एवं उपकरणो का पूर्ण दक्षता से उपयोग, खनन की लागत को कम करना, नवाचार एवं उच्च तकनीकी में कानुन का महत्व, खनन क्षैत्र मे ट्रेनिंग एवं स्कील्ड डवलपमेंट आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे। जिसका सीधा सीधा लाभ इस क्षेत्र में कार्य करने वाले इंजीनियरो, उद्योगपतियों के साथ इस उद्योग मेे कार्य करने वालो के रोजगार के अवसर बढगे।
एमईएआई उदयपुर के अध्यक्ष एम.एस.पालीवाल ने बताया कि इस सेमिनार में विषय विशेषज्ञों के साथ साथ खनन उधोग से जुडे हुए 400 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। यह सेमिनार खनन उद्योग मे नवाचार एवं आधुनिक तकनीक द्वारा आमूलचूल परिवर्तन कर खनिज दोहन, निर्गमन, बेनिफिशियशन, पर्यावरण संरक्षण मे मील का पत्थर साबित होगा।
अधीक्षण खनि अभियन्ता गौड ने बताया कि सेमिनार में 27-28 अगस्त को पांच तकनीकी सत्र में लगभग 40 पत्रों का वाचन होगा व इनसे प्राप्त निष्कर्ष से रिकमन्डेशन के रूप में राज्य एंव केन्द्र सरकार को अवगत कराया जायेगा। भारत में खनन उद्योग एक प्रमुख आर्थिक गतिविधि जो भारत की अर्थव्यवस्था मे महत्तवपूर्ण योगदान देता है। खनन उद्योग का जीडीपी में योगदान 2.2 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत है। हालाकिं कुल औद्योगिक क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो यह जीडीपी में 10 से 11 प्रतिशत के आसपास योगदान देता है।
छोटे पैमाने पर किये गये खनिज उत्पादन का कुल खनन मे 6 प्रतिशत योगदान रहता है। भारतीय खनन उद्योग लगभग 7 लाख लोगो को रोजगार प्रदान करता है। देश लगभग 100 खनिज का उत्पादन करता है जो विदेशी मुद्रा अर्जित करने के साथ साथ घरेलु जरूरतो को पुरा करने के लिए एक महत्तवपुर्ण स्त्रोत है। भारत लोह अयस्क, टाईटेनियम, मेगनीज, बाक्साइड, ग्रेनाईट का निर्यात और कोबाल्ट, पारा, ग्रेफाईट आयात करता है।
औद्योगिकीकरण के फलस्वरूप प्रति व्यक्ति आय और राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है जो कि आर्थिक विकास में परिचायक है। निश्चित तौर पर खनन उद्योग देश के आर्थिक स्थिति को मजबुत करने मे अपनी महत्वपुर्ण भूमिका रखता है परन्तु यह देखा गया है कि इस उद्योग में आधुनिक तकनीक एवं इनोवशन (नवाचार) को अपनाने की कमी दिखाई देती है और यही वजह है कि पिछले दशको मे अयस्क के गुणवता मे गिरावट सतही खनन डिपोजिट अधिक खनन, नये खनिजों के अनुंसधान मे विलम्ब, गहरे डिपोजिट खनन हैतु विशेष तकनीक, बेनीफिशिएशन तकनीक, वेस्ट की उपयोगिता, पर्यावरण एवं स्कील प्रोफेशनल की कमी से यह उद्योग अपनी पुर्ण दक्षता से कार्य नहीं कर पा रहा है।
यही कारण है कि खनन क्षैत्र में इम्पू्रविंग ऑपरेशन फिएसिबिलिटी, दक्षता,एवं कोस्ट अज्ञॅप्टीमिजिएशन में नवाचार एवं आधुनिक तकनीक का उपयोग इस उद्योग मे मील का पत्थर साबित हो सकता है, साथ ही सोशल एवं पर्यावरण जिम्मेदारी को भी निभाया जा सकता है।
संगोष्ठी का उद्देश्य खनन उद्योग में नवाचार एवं आधुनिक तकनीक का उपयोग जिससे कि दक्षता, लाभ एवं सुरक्षा को बढावा दिया जा सकें। इस अवसर पर खनन उद्योग मे नवाचार एवं आधुनिक तकनीक पर आधारित उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी। सेमिनार का समापन दिनांक 28 अगस्त, 2022 को होगा एवं उसके पश्चात डेलीगेटस को हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की जावर माईन्स की विजिट करायी जायेगी ।
माईनिंग इन्जिनियर्स एसोसिएशन ऑफ इडियां एक राष्ट्रीय संगठन है जिसके देश एवं विदेश में 6000 से अधिक सदस्य है तथा भारत में 26 शाखाएं है जिनमे से 3 शाखाए राजस्थान में उदयपुर, जोधपुर व जयपुर में है। इसके अलावा 83 भारत सरकार व राज्य सरकारों के खनन से संबधित राजकीय उपक्रम व बड़े खनन उद्योग इस संस्था के लाइफ इंस्टीट्युशनल मैम्बर्स है। साथ ही देश के खनन संबधित कई इंजीनियरिंग कॉलेज में स्टुडेन्ट चैप्टर कार्यरत है।
एसोसिएशन में खनन विभागों से संबधित अधिकारी, खनन इंजीनियर्स, भू-वैज्ञानिक, खनन उद्यमी, कॉलेज प्रोफेसर्स एवं लेक्चरर आदि विषय विशेषज्ञ सदस्य है तथा देश भर में प्रति वर्ष 100 से भी अधिक सेमिनार, वर्कशाप, तकनीक वार्ताए, स्कील डेवलपमेंट का कार्य, खनन राज्यों मेें पर्यावरण व सुरक्षा के उपाय, नई तकनीक के बारे मे जानकारी आदि के कार्यक्रम आयोजित कर खनन उद्योगों व तकनीकी कर्मचारियों को प्रशिक्षित व जागरूकता बढाने का प्रयास करता है।
इसी क्रम मे स्वतंत्रता के 75 वर्ष पुरे होने तथा आजादी के अमृत महोत्सव एवं उदयपुर शाखा की स्थापना की रजत जंयति वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की जा रही है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal