छः दलों तीन एकल प्रस्तुतियों ने नेशनल लेवल के लिये दी दस्तक

छः दलों तीन एकल प्रस्तुतियों ने नेशनल लेवल के लिये दी दस्तक

शिल्पग्राम में ‘वंदे भारतम् नृत्य उत्सव’ 

 
shilpgram

उदयपुर 30 नवंबर 2022। संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आगामी गणतंत्र दिवस परेड के लिये कलाकारों के चयन के लिये आयोजित ‘वंदे भारतम् नृत्य उत्सव’ जोनल लेवल प्रतियोगिता का आयोजन बुधवार को किया गया। जिसमें राजस्थान की एक तथा गुजरात की चार तथा दीव की एक दलीय प्रस्तुति तथा तीन एकल प्रस्तुतियों ने दिल्ली में आयोज्य नेशनल लेवल कम्पीटीशन के लिये अपने राज्य की ओर से दस्तक दी।

शिल्पग्राम के दर्पण सभागार में आयोजित जोनल स्तर की प्रतियोगिता बुधवार सुबह प्रारम्भ हुई जिसमें राजस्थान, गुजरात तथा केन्द्र शासित प्रदेश दीव और दादरा नगर हवेली की प्रस्तुतियां देखने को मिली। कार्यक्रम में उदयपुर की दिव्यांग नृत्यांगना दिया श्रीमाली की प्रस्तुति को सराहा गया। 

इस अवसर पर गुजरात के भावनगर के चेतन चौहान के दल की प्रस्तुति मनोरम बन सकी वहीे राजकोट की वर्षा मनसुखलाल कानाबर तथा भुज के नुपुर डांस अकादमी की प्रस्तुति में गुजरात का पारंपरिक वेश धारण किये नृत्यांगनाओं ने गुजराती संस्कृति की अनूठी छाप दर्शकों के मानस पटल पर छोड़ी। 

गुजरात के ही जाम खम्भालिया के डाया भाई दल का बेड़ा रास रोचक पेशकश रही वहीं जयपुर की तान्या चौधरी के दल का भवाई के जरिये खूबसूरत राजस्थानीय पोशाक में अपने नर्तन की छाप छोड़ी। दीव की टीम राइसिंग स्टार का फ्यूजन नृत्य अभिनव प्रस्तुति रही। शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुतियों में एकल प्रस्तुतियों में कत्थक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी तथा सामूहिक प्रस्तुति में कत्थक की प्रस्तुति दर्शनीय बन सकी।

बाद में निर्णायक मण्डल द्वारा घोषित परिणामों में भावनगर के चेतन चौहान व उनका दल, राजकोट का वर्षा मनसुख लाल कानाबर के दल, जयपुर की तान्या चौधरी व उनके दल का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिये किया गया है। शास्त्रीय नृत्य की एकल प्रस्तुतियों में सूरत की हिरण्यमयी दीप्ती वखारवाला, अहमदाबाद की धारणाबेन मुकेश भाई ठाकर तथा जयपुर की चारू शर्मा को नेशनल कम्पीटीशन के लिये चुना गया है। 

शास्त्रीय समूह प्रस्तुतियों में राजकोट की हर्षा ठक्कर कानाबर तथा जयपुर की हर्षिता शर्मा के दल का चयन किया गया। फ्यूजन श्रेणी में दीव के टीम राइजिंग स्टार दल ने नेशनल के लिये दस्तक दी।

इस अवसर पर पद्मश्री गुलाबी सपेरा, कत्थक नृत्यांगना डॉ. प्रेरणा श्रीमाली, कत्थक की नामचीन हस्ताक्षर तथा सितारा देवी की पुत्री जयन्ती माला मिश्रा तथा गुजरात के लोक कला विद कल्पेश दलाल निर्णायक रहे। बाद में प्रस्तुतियों का जोश देख कर पद्मश्री गुलाबी ने अपने जीवन संघर्ष को बताते हुए नारी शक्ति की रक्षा तथा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया और कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी। । अन्य निर्णायकों ने प्रतिभागियों को प्रस्तुति को बेहतर बनाने के टिप्स भी दिये। 

केन्द्र निदेशक किरण सोनीगुप्ता ने इस अवसर पर प्रतिभागियों और निर्णायकों के प्रति आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट, केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता, डॉ. प्रेरणा श्रीमाली, जयंती माला मिश्रा, कल्पेश दलाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर आयोजन का शुभारम्भ किया।
 

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