महाआरती के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन


महाआरती के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन

मेला 23 अक्टूबर तक रहेगा यथावत

 
nagar nigam diwali mela

उदयपुर 17 अक्टूबर 2025। नगर निगम दीपावली मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अंतिम दिन संपूर्ण रूप से गंगा एवं क्षिप्रा मय हो गया। बनारस एवं उज्जैन के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत महाआरती से उपस्थित दर्शक भावुक हो गए।

नगर निगम मेला संयोजक दिनेश मंडोवरा ने बताया कि गुरुवार को दीपावली मेले का शुभारंभ उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, ज़िला कलक्टर नमित मेहता, निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना, UDA आयुक्त राहुल जैन, निवर्तमान उप महापौर पारस सिंघवी आदि द्वारा मां सरस्वती एवं विघ्न विनाशक श्री गणेश जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम में उड़िसा के बालांगीर जिले से सांसद संगीता कुमारी सिंह देव, निवृत्ति कुमारी मेवाड़ भी उपस्थित रही।

नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बताया कि गुरुवार को दीपावली मेले की सांस्कृतिक संध्या भारत की पवित्र नदी मां गंगा एवं क्षिप्रा के नाम रही। सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंत्र उच्चारण के साथ गंगा की आरती प्रारंभ की गई, मेले में इस पल ने उपस्थित दर्शकों को बनारस के गंगा घाट की याद दिला दी। दर्शक आरती होने तक पूरे समय हाथ जोड़ अपने स्थान पर खड़े रहे और पवित्र मां गंगा का स्मरण कर उन्हें प्रणाम कर अपने पाप हरने की कामना करने लगे। 

कलाकारो ने मंच से मां गंगा की आरती का ऐसा अविस्मरणीय पल संजो दिया। मंच से गंगा आरती के अद्भुभुद्ध नज़ारे ने मेलार्थियों के कदमों को रोक दिया। महा आरती के इस पल को दर्शक कभी नहीं भूल पाएंगे। मेले में कई दर्शकों के मुंह से यह भी निकल पड़ा को उदयपुर में मां गंगा की आरती से इतना आनंद आ रहा है तो साक्षात् बनारस में होने वाली गंगा आरती में कितना आनंद मिलता होगा। कलाकारो ने मां गंगा के साथ अष्टविनायक, माता रानी आदि की आरती भी की गई। मां गंगा की महा आरती ने पूरे मेले के स्थान को गंगा घाट में परिवर्तित कर दिया। 

कार्यक्रम के प्रथम चरण में जहां मां गंगा की महा आरती से दर्शकों को बनारस के गंगा घाट की अनुभूति होने लगी थी वहीं दूसरे चरण में उज्जैन के महाकाल की भस्म आरती ने पूरे वातावरण को शिव भक्ति से गुंजाय मान कर दिया। कलाकारों ने भस्म आरती को ऐसे प्रस्तुत किया कि दर्शक अपने आप को उज्जैन के महाकाल मंदिर में उपस्थित समझने लगे। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली भस्म आरती का कलाकारों ने जीवंत प्रस्तुत किया। भस्म आरती की प्रस्तुति देखकर हर दर्शन आश्चर्यचकित हो गया, मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतिम दिन एक से बढ़कर एक महा आरती की प्रस्तुतियों से उदयपुर का दीपावली मेला मां गंगा एवं मां शिप्रा का ऋणी हो गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन। मेला 23 अक्टूबर तक यथावत रहेगा

नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने स्पष्ट किया है कि गुरुवार को महा आरती के साथ ही रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समापन हुआ है जबकि दीपावली मेला लगातार 23 अक्टूबर तक यथावत रहेगा। 9 अक्टूबर से  23 अक्टूबर तक चलने वाले दीपावली मेले में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। शहरवासियों ने सभी कार्यक्रमों को खूब सराहा एवं पसंद किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गुरुवार की रात को आख़िरी प्रस्तुति प्रस्तुत कि गई। शहरवासियों के मनोरंजन के लिए यह मेला 23 अक्टूबर तक अनवरत जारी रहेगा,  मेले में आने वाले झूलों के साथ साथ विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों एवं खरीददारी का लुफ्त ले सकेंगे।

121 फीट ऊंची डोलर कर रही सबको आकर्षित

नगर निगम दीपावली मेला 2025 दिनों दिन परवान पर चढ़ रहा है। मेले में लगे झूले मेलार्थियों को बहुत आकर्षित कर रहे हैं। इस बार दीपावली मेले में 121 फीट की ऊंची डोलर सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है इस झूले पर चढ़ने के बाद पूरे उदयपुर का नजारा देखा जा सकता है एवं इस में बैठने के बाद रोमांच का अनुभव होता है। खासकर युवाओं का झुकाव इसमें बैठने को ज्यादा हो रहा है इसी के साथ चांद तारा, मिकी माउस, नाव, 80 फीट ऊंचा झूला, ऑक्टोपस झूला, ड्रैगन झूला, टोरा टोरा, ब्रेक डांस झूला के साथ साथ एक से एक बढ़कर झूले मेले में लगाए गए हैं। शाम ढलते ही झूलों में बैठने की कतारें शुरू हो जाती है जो देर रात तक अनवरत जारी रहती है। बड़ों के साथ साथ बच्चों के झूले भी सभी को मोहित कर रहे हैं।

1 किलो प्लास्टिक जमा करवाने पर 11 दीपक फ्री

राजस्थान स्टेट प्रदूषण नियंत्रण मण्डल ,ट्रस्ट ऑफ़ पीपल संस्था द्वारा उदयपुर में नगर निगम के सहयोग से चलाए जा रहे फिनीलूप कार्यक्रम के तहत इस दीपावली मेले में उदयपुर शहर के लोगो के साथ प्लास्टिक कचरा प्रबंधन को लेकर एक अनूठी पहल का आयोजन किया जा रहा है । जिसके अंतर्गत प्लास्टिक दान को प्रमोट करने व प्लास्टिक वेस्ट व ई वेस्ट मैनेजमेंट को सीखने के उद्देश्य से दीपावली मेंले में एक स्टॉल को सजाया गया हैं। जिसके अंतर्गत राजस्थान स्टेट प्रदूषण नियंत्रण मण्डल, फिनीलूप व नगर निगम उदयपुर की जनता से अपील की गई हैं कि आप जब मेला भ्रमण करने आये तो अपने साथ 1 किलो प्लास्टिक वेस्ट या ई वेस्ट लेकर आये और  इस दिवाली 11 मिट्टी के दीये उपहार के साथ साथ प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से 1 कपड़े का बैग व मुफ्त हेल्थ चेकअप वाउचर उपहार में पाए। साथ ही फिनीलूप टीम के द्वारा मेले के दौरान स्थानीय कलाकरो द्वारा कचरा प्रबंधन पर नुक्कड़ नाटक व कठपुतली कार्यक्रम के साथ ही हर दिन प्लास्टिक कचरा प्रबंधन पर विचित्र वेशभूषा के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन मेले में फिनीलूप कार्नर पर उपलब्ध रहेगा। सभी उदयपुर वासियो से अपील हैं  कि आप भी मेले में विजिट करे अपने घरों में पड़े प्लास्टिक वेस्ट को फिनीलूप कॉर्नर पर जमा करवाकर उपहार प्राप्त करे। व उदयपुर को सुंदर व प्लास्टिक वेस्ट फ्री शहर बनाने में सहयोग करे। आज इस हेतु अंतिम दिन निश्चित किया गया है।
 

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