भारतीय लोक कला मण्डल का स्थापना दिवस समारोह 22 फरवरी को


भारतीय लोक कला मण्डल का स्थापना दिवस समारोह 22 फरवरी को 

लोकानुरंजन मेला एवं दिनांक 25, 26 एवं 28 फरवरी 2025 को

 
lok kala mandal

उदयपुर 15 फरवरी 2025। उदयपुर, लोक कलाओं की अन्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर का 74 वाँ स्थापना दिवस समारोह दिनांक 22 फरवरी 2025 से प्रारम्भ होगा जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार एवं रंगकर्मी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। उक्त समारोह की तैयारियाँ प्रारम्भ हो चुकी है।

स्थापना दिवस के अवसर पर प्रति वर्ष की भाँति इस वर्ष भी तीन दिवसीय लोकानुरंजन मेला एवं 21 वें पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाटक समारोह का आयोजन किया जा रहा है।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ लईक हुसैन ने बताया कि लोक कलाओं की ख्याति प्राप्त संस्था भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर की स्थापना वर्ष 1952 में स्व. पद्मश्री देवीलाल सामर द्वारा की गयी। स्थापना दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष राष्ट्रीय लोकानुरंजन मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष संस्था का स्थापना दिवस समारोह वर्ष बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा।  

स्थापना दिवस समारोह के आयोजनों में दिनांक 22 फरवरी से 24 फरवरी 2025 तक ‘‘लोकानुरंजन मेला एवं दिनांक 25, 26 एवं 28 फरवरी 2025 को ‘‘21 वे पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह’’ का आयोजन किया जाएगा। दोनों ही समारोह में राजस्थान, हिमाचल, जम्मु कश्मीर, पंजाब, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गुजरात, आदि 7 राज्यों के लोक कलाकार एवं रंगकर्मी भाग लेंगे।

उक्त समारोह कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, राजस्थान सरकार, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र-पटियाला, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, भाषा एवं संस्कृति विभाग, तेलंगाना सरकार, पंजाब फोक आर्ट सेन्टर, गुरूदासपुर  एवं राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर के सहयोग से किया जा रहा हैं।

स्थापना दिवस के अवसर पर ही संस्था में ‘‘21 वें पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह’’ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें एक्टिंग स्टूडियो, मुम्बई द्वारा साहेब नीतीश द्वारा निर्देशित नाटक कपास के फूल का मंचन दिनांक 25 फरवरी 2025 को एवं दिनांक 26 फरवरी 2025 को नाटक ‘खोया हुआ आदमी’’ का मंचन किया जाएगा तो समारोह के अंतिम दिन दिनांक 28 फरवरी 2025 को मंच-रंगमंच सस्था, अमृतसर द्वारा केवल धालीवाल निर्देशित नाटक एक था मंटो का मंचन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि स्थापना दिवस पर आयोजित होने वाला लोकानुरंजन मेला एवं 21 वें पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह में होने वाले सभी कार्यक्रम संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रतिदिन सायं 7ः15 बजे से प्रदर्शित किये जाएगें जिसमें आमजन हेतु प्रवेश निःशुल्क रहेगा।
 

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