उदयपुर 4 जुलाई 2025 । शैफर्ड मेमोरियल चर्च, उदयपुर शहर के मध्य स्थित एक प्राचीन एवं ऐतिहासिक ईसाई गिरजाघर है, यह गिरजाघर आज अपनी 134वीं स्थापना दिवस मना रहा है जिसके उपलक्ष में एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें उदयपुर शहर के सभी चर्चों के धर्मावलंबी उपस्थित होंगे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डायोसिस ऑफ राजस्थान के बिशप राइट रेवरेंड रैमसन विक्टर होंगे।
इस गिरजाघर की स्थापना वर्ष 1891 में की गई थी। यह चर्च, न केवल ईसाई समुदाय की आस्था का केंद्र है, बल्कि मेवाड़ की धार्मिक सहिष्णुता, परंपरा और सामाजिक समरसता का प्रतीक भी है।
इस चर्च की स्थापना ब्रिटिश मेडिकल मिशनरी डॉ. जेम्स शैफर्ड द्वारा की गई थी, जो महाराणा फतेह सिंह जी के राजदरबार में चिकित्सक के रूप में सेवा कर रहे थे। डॉ. शैफर्ड ने न केवल चिकित्सा सेवा के माध्यम से जनकल्याण किया, बल्कि उदयपुर के नागरिकों के लिए आत्मिक मार्गदर्शन और सेवा का एक नया अध्याय भी प्रारंभ किया।
महाराणा फतेह सिंह जी, जो धार्मिक सहिष्णुता के लिए प्रसिद्ध थे, उन्होंने इस चर्च के लिए भूमि और संसाधन प्रदान किए। 4 अगस्त 1889 को महाराणा फतेह सिंह जी इस भवन के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवाई थी। उस समय यह निर्णय मेवाड़ रियासत की धर्मनिरपेक्ष सोच और पारस्परिक सम्मान को दर्शाता है। लगभग 23 महीनों बाद यह भवन बन कर तैयार हुआ तथा 5 जुलाई 1891 को इस चर्च भवन का समर्पण रखा गया जिसमें महाराणा फतेह सिंह जी भी उपस्थित थे।
शैफर्ड मेमोरियल चर्च की इमारत गोथिक शैली में निर्मित है, जिसकी वास्तुकला और संरचना आज भी अपने मूल रूप में विद्यमान है। यह राजस्थान के कुछ गिने-चुने चर्चों में से एक है जो इतनी पुरानी होने के बावजूद नियमित आराधना और सेवाकार्य में सक्रिय है।
शैफर्ड मेमोरियल चर्च, उदयपुर के सचिव बोलवीन बी लाल ने बताया कि 134 वर्षों से यह चर्च उदयपुर व आसपास के क्षेत्रों के लोगों की आत्मिक और सामाजिक सेवा करता आ रहा है। चर्च के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य और जनकल्याण के अनेक कार्य संचालित किए गए। यह स्थल केवल ईसाई समुदाय ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए प्रेम, शांति और सेवा का संदेश देता रहा है।
आज, जब यह चर्च अपनी 134वीं अभिषेक वर्षगांठ मना रहा है, तब भी यह समुदाय के बीच सेवा और एकता का दीप प्रज्वलित किए हुए है। आने वाले समय में चर्च परिसर में युवा पीढ़ी के लिए आध्यात्मिक प्रशिक्षण, सामाजिक सेवा, शिक्षा सहायता, और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नियमित किया जाएगा।
ऐतिहासिक धरोहर के रूप में इसकी मूल संरचना को संरक्षित रखते हुए इसका संवर्धन किया जाएगा। चर्च प्रशासन इस पवित्र स्थल को भावी पीढ़ियों के लिए न केवल एक प्रार्थना स्थल, बल्कि एकता, गवाही और सेवा के केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
शैफर्ड मेमोरियल चर्च न केवल एक भवन है, बल्कि यह एक जीवंत इतिहास है
आस्था, सेवा और त्याग का इतिहास। हम इस चर्च की ऐतिहासिकता की रक्षा करेंगे, उसकी सेवाओं को विस्तार देंगे, और आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे प्रेरणा का केंद्र बनाएँगे। हमारी सोच हैं कि "जहाँ परमेश्वर की सेवा होती हैं, वहीं से समाज का कल्याण सुनिश्चित होता है।
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