स्थानीय कलाकरों को ‘प्रतिभा’ - ऑनलाइन टैलेंट हंट के माध्यम से मंच होगा प्रदान

स्थानीय कलाकरों को ‘प्रतिभा’ - ऑनलाइन टैलेंट हंट के माध्यम से मंच होगा प्रदान

भजन सम्राट अनुप जलोटा, पद्म श्री कत्थक गुरु शोवना नारायण, तबला वादक पंडित चरणजीत चतुरलाल और भारतीय फ्लूटिस्ट पंडित रोनू मुजुमदार होंगे मुख्य ज्यूरी

 
स्थानीय कलाकरों को ‘प्रतिभा’ - ऑनलाइन टैलेंट हंट के माध्यम से मंच होगा प्रदान

‘प्रतिभा’ के लिए हुए रजिस्ट्रेशन प्रारंभ

‘प्रतिभा’ में कलाकारों को मिलेगा अपनी कला प्रस्तुत करने का मौका

उदयपुर, 25 जनवरी 2021 । हिंदुस्तान जिंक द्वारा सीएसआर पहल के तहत पंडित चतुरलाल मेमोरियल सोसाइटी की सहभागिता से ‘प्रतिभा’ - एक अद्वितीय ऑनलाइन टैलेंट हंट’ का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर एक वर्चुअल मंच के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत एवं नृत्य में अपनी प्रतिभा को पहचानने और दिखाने का अवसर देना है। 

राजस्थान के पांच शहरों में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर के कलाकार अपनी वीडियो प्रविष्टियों को भेजकर ‘प्रतिभा’ के इस मंच में भाग ले सकते हैं। इसमें भाग लेने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं है। 10 साल से अधिक आयु वर्ग के सभी लोग 28 जनवरी 2021 तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन के बाद, उम्मीदवार ऑडिशन राउंड से लेकर एलिमेशन राउंड से गुजरते हुए सेमीफाइनल और फाइनल तक जाएंगे। प्रतिभागियों का मूल्यांकन प्रख्यात संगीतज्ञों के पैनल द्वारा किया जाएगा। इसमें भजन सम्राट अनुप जलोटा, पद्म श्री कत्थक गुरु शोवना नारायण, तबला वादक पंडित चरणजीत चतुरलाल और भारतीय प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार होंगे। 

प्रतिभा- ऑनलाइन टैलेंट हंट के विजेता को प्रतिष्ठित ‘स्मृति संगीत समारोह’ में प्रसिद्ध वैश्विक कलाकारों के सम्मुख  लाइव प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। वर्चुअल ‘स्मृति संगीत समारोह’, मैस्ट्रो डॉ. मैसूर मंजूनाथ, विदवान बी.सी मंजूनाथ, पंडित गौरव मजूमदार और प्रांशू चतुरलाल का हिंदुस्तानी और कर्नाटक संगीत का संगम  प्रतिष्ठित वैश्विक संगीत कार्यक्रम है। इस महोत्सव की अवधारणा पंडित चतुरलाल महोत्सव की कलात्मक निर्देशक, श्रुति चतुरलाल द्वारा की गई है।

स्थानीय प्रतिभाओं और  कलाकारों को आगे लाने के लिए अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर बल देते हुए हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा ने  कहा, “भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत एवं नृत्य हमेशा से हमारी संस्कृति और विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। हिंदुस्तान जिंक और वेदांता ने हमेशा युवा प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने, सीखने और विकसित करने के लिए विभिन्न मंच  दिये हैं। साथ ही उन्हें प्रोत्साहित कर उनका समर्थन किया है। ‘प्रतिभा’ हमारे आसपास के स्थानीय गांवों और समुदायों में छिपी हुई संगीत प्रतिभाओं को खोज कर उन्हें मंच देने और विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का एक अनूठा प्रयास है।”

स्मृतियां मंच 2021 के संगीत समारोह के रूप में वर्चुअल मंच की अवधारणा और उद्देश्य पर अपने विचार साझा करते हुए, पंडित चतुरलाल मेमोरियल सोसाइटी के संस्थापक और सचिव चरणजीत चतुरलाल ने कहा कि भारत  में बहुत सारी प्रतिभा है, और हमें इसे प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना होगा। ‘प्रतिभा’ के प्रचार के वर्चुअल होने के साथ, उम्मीदवारों के लिए राजस्थान के किसी भी कोने से भाग लेना आसान हो जाएगा। 
 

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