उदयपुर 3 फरवरी 2024। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय में आज एन एस एस शिविर में मुख्य वक्ता जलस्टार पीसी जैन द्वारा रचित जल-डकैती नाटक का छात्र-छात्राओं ने सफल मंचन किया ।
नाटक के माध्यम से यह संदेश दिया गया की आने वाले समय में पानी की प्यास बुझाने के लिए पानी की डकैती भी संभव है। इसमें पनिहारी ने जब डाकुओं को पानी नहीं देती है तो वे उनसे पानी छीन लेते हैं और इस छीना झपटी में एक मटकी भी फूट जाती है और एक पनिहारी को गोली भी लग जाती है। डॉ जैन द्वारा निर्देशित दूसरी लघु नाटिका में दो लड़कियों में पानी के लिए अपनी प्यास बुझाने के लिए किस हद तक लड़ाई होती है। इसका प्रदर्शन भी किया गया और बताया गया कि यह आने वाले जल संकट का जल युद्ध का लघु रूप है।
अपने 1135 वें प्रेजेंटेशन में डॉ पीसी जैन ने आने वाले जल संघर्ष से बचने के लिए तीन तरीके बताएं पहला दैनिक जीवन में जल का सीमित उपयोग दूसरा घर-घर में रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग द्वारा भूजल रिचार्ज करना तीसरा जल शुद्धिकरण एवं उसका सही उपयोग करना। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में घर में काम-सहायिका भी जल को बर्बाद और प्रदूषित होने से बचाकर जल संरक्षण में सहयोग दे सकती है।
डॉ जैन ने सबसे अनुरोध किया कि वे विद्यार्थी जल मित्र स्वेच्छा से बने और जीवन भर जल संरक्षण कर इस अभियान से जुड़े रहे। कार्यक्रम के अंत में अभी ने मिलकर जल नृत्य कर बरसात में जल बचाने की गीतिका सुनाई। डॉ जैन का स्वागत अधिष्ठाता सामाजिक एवं मानवीकीय संकाय भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय उदयपुर, डॉ प्रेम सिंह रावलोत द्वारा किया गया ने किया और धन्यवाद डॉ जे एस भाटी समन्वयक एनएसएस भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय उदयपुर द्वारा ज्ञापित किया।
द्वितीय सत्र में एनएसएस के स्वयंसेवकों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें स्वयंसेवको द्वारा स्वच्छ भारत, कैंसर जागरूकता, सड़क सुरक्षा अभियान इत्यादि पर पोस्टर बनवाए गए। इस कार्यक्रम में सभी इकाइयों के प्रभारी डॉ लोकेश्वरी राठौड़, डॉ गिरधरपाल सिंह, डॉ सृष्टिराज सिंह जी चुंडावत, डॉ प्रताप सिंह राव एवं डॉ दीप्ति सुहालका उपस्थित रहे।
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