उदयपुर, 23 अक्टूबर । महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन की ओर से सिटी पैलेस के जनाना महल में सृजन-2023 मेला शनिवार को शुरू हुआ। यह 4 दिन चलेगा। इसमें देसी गायों के गोबर से बने उपयोगी एवं सजावटी-कलात्मक सामग्री का प्रदर्शन किया जा रहा है।
फाउंडेशन के प्रशासनिक अधिकारी भूपेन्द्र सिंह आउवा ने बताया कि पर्यावरण के क्षेत्र में लाभप्रद एवं उपयोगी हस्त निर्मित सामग्री और हस्तशिल्पियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेले का आयोजन किया जा रहा है। इससे देश-विदेश से यहां आने वाले पर्यटकों को देशी गायों के गोबर से बनी इन लाभप्रद सामग्री की जानकारी मिलेगी और इन हस्त कलाकारों के लिए रोजगार के नवीन बाजार भी मिलेगा।
जयपुर की संस्था गौकृति भविष्य में पर्यावरण, को होने वाले लाभ को ध्यान में रख बायो-डिग्रेडेबल पेपर में वनस्पतियों और सब्जियों के बीज को एम्बेडेड करते है। इस कागज के उपयोग के बाद इन्हें मिट्टी में फेंक दिया जाता है, जो विभिन्न प्रकार के पौधों में विकसित होते है। अवशिष्ट कागज से बचे हुए फाइबर का उपयोग उर्वरक के रूप में काम में लिया जाता है। ये पर्यावरण के लिए बेहद फायदेमंद होता है। गौकृति संस्था द्वारा 100 से अधिक विभिन्न उत्पादों का नवाचार किया गया है।
जिसमें गऊ गोबर पेपर से निर्मित पेन, नोट पेड, डायरियां, धार्मिक पुस्तकें, सजावटी सामग्री, हवन सामग्री, टेबल कैलेंडर आदि है। नई दिल्ली की देवात्री इकोलॉजिकल ग्रीन पेंट्स ने 80 प्रतिशत केमिकल फ्री देशी गायों के गोबर से निर्मित पेंट तैयार किया है जो पर्यावरण के साथ-साथ मानव समाज के लिए भी लाभप्रद है। यह गर्मियों में कम गर्म और सर्दियों में कम उण्डा रखता है।
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