उदयपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर अमृत माथुर द्वारा लिखित पुस्तक पिचसाईड में क्रिकेट के अनसुने किस्से एवं अनकही कहानी पर रविवार को स्वयं अमृत माथुर ने उदयपुर टेल्स द्वारा होटल लेकएण्ड में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किये।
अमृत माथुर ने बताया कि क्रिकेट में पहले के मैनेजर बननें एवं अभी के मैनेजर बनने में काफी अन्तर आ गया है। पूर्व की तुलना में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मैनेजर के समक्ष अनेक चुनौतियां आती है।
उन्होंने बताया कि भारतीय क्रिकेट के इतिहस में मुल्तान क्रिकेट मैच शायद कोई भूल पायेगा। उस मैच में भारत रत्न सचिन तेंदुलकर 195 रन पर अपनी पारी खेल रहे थे और उसी समय कप्तान राहुल द्रविड ने पारी की घेाषणा कर दी। उस समय सचिन के आश्चर्य का कोई ठिकाना नहीं था। जब वे ड्रेसिंग रूम में आये तो उनका चेहरा तमतमाया हुआ था। पारी घोषित करने का निर्णय कप्तान का नहीं बल्कि पूरी टीम का होता है। उसके बाद भारतीय टीम मैदान पर उतरी लेकिन सचिन गुस्सा होने के कारण मैदान पर फिल्डिंग के लिए नहीं उतरे। मैंने उन्हें समझाया और तब जा कर वे माने।
माथुर ने बताया कि ऐसा ही एक किस्सा वर्ष 2002 का है जब लॉर्ड्स के मैदान में सौरव गांगुली की कप्तानी में फाईनल मैच भारत ने जीता जिसके बाद सौरव शर्ट उतार कर लहराने लगे। यह किस्सा सभी को मालूम है। भारत ने हारा हुआ मैच जीता तो सौरव के लिए वह क्षण अद्भुत था और उसी का परिणाम था कि सौरव ने अपना शर्ट उतार कर हवा में लहराया। भारतीय टीम जीत का लक्ष्य ले कर उतरी और उतार-चढ़ाव के चलते आखिरकार भारत ने वह फाईनल जीता।
राजस्थान के क्रिकेट में उदयपुर क्रिकेट के योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। यहां के महाराणाओं ने समय-समय पर क्रिकेट को बढ़़ावा दिया। भारत में क्रिकेटर के रूप में सलीम दुर्रानी जैसे खिलाड़ी बहुत कम हुए है। रणजी क्रिकेट में दर्शक सिर्फ सलीम दुर्रानी को ही देखने आते थे। जब वे आउट हो जाते तो दर्शक मैदान छोड़कर चले जाते।
उन्होंने बताया कि सचिन तेंदुलकर को मैदान की घास और वहां की मिट्टी की बारीकी का बहुत ज्ञान था। वे वहां की मिट्टी को देखकर शॉट खेलकर रन बटोरते थे। युवराज सिंह देश का मैच विनर खिलाड़़ी रहा। टाईगर पटौदी एवं युवराज सिंह में काफी समानताएं रही।
उन्होंने बताया कि क्रिकेटर इमरान खान ने पाकिस्तान की क्रिकेट मैदान पर बनी ईमेज को सुधारने के लिये आईसीसी से पाकिस्तान में न्यूट्रल अम्पायर भेजने का आग्रह कर एक सकारात्मक कदम उठाया था। क्रिकेट मैदान पर कहासुनी होने के बावजूद मैदान के बाहर खिलाड़ियों में मित्रता बनी रहती थी। विराट कप्तानी में एग्रेसिव थे तो सौरव ने भारत को मैच जीतना सिखाया। सौरव खिलाड़ियों का टेलेन्ट देखकर उन्हें गोल देते थे। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व अध्यक्ष माधवराव सिंधिया ने मुझे एक चांस दिया और मुझे क्रिकेट का गोल्डन वीज़ा मिला।
समारोह में उदयपुर टेल्स से रजत मेंघनानी ने अमृत माथुर से उनकी अनकहीं कहानी कहने का संचालन किया। उदयपुर टेल्स के संस्थापक सलिल भण्डारी ने बताया कि यह पहला मौका है कि उदयपुर टेल्स ने स्टोरी फेस्टिवल के अतिरिक्त कुछ हस्तियों से अपनी अनकहीं कहानी कहने के लिये मंच प्रदान किया है।
इस अवसर पर शहर के क्रिकेट खिलाड़ी, पूर्व टेस्ट अम्पयार एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे। अंत में उदयपुर टेल्स की सह संस्थापक सुष्मिता सिंघा ने अमृत माथुर को स्मृतिचिन्ह प्रदान किया एवं आभार ज्ञापित किया।
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