दाउदी बोहरा समुदाय ने आज अपने इमाम, इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद साहब (स.अ.व.) के नवासे, हज़रत अली (अ.स.) और सैय्यदा फातिमा (अ.स.) के बेटे इमाम हुसैन की शहादत की याद में यौम ए आशूरा मनाया। 10 मुहर्रम (20 सितम्बर) को इमाम हुसैन की शहादत की याद में हर वर्ष निकलने वाला अज़ादारी जुलुस बोहरवाड़ी स्थित मोहियतपुरा मस्जिद से ज़ोहर अस्र की नमाज़ के बाद दो बजे निकला और वजीहपुरा मस्जिद पर समाप्त हुआ।
जुलुस में इमाम हुसैन के भाई मौला अब्बास के अलम निकाले गए। जुलुस में मार्ग के दोनों ओर समज की महिलाये आँखों में अपने इमाम का ग़म लिए हुए खड़ी हुई थी। वहीँ छोटे छोटे मासूम बच्चे भी ‘या हुसैन’ ‘या अली’ पुकार के मातम कर रह रहे थे।
जुलुस में असरार जावरिया वाला एन्ड पार्टी, मुजम्मिल मुजाहिर एन्ड पार्टी, मुश्ताक़ ज़रीवाला एंड पार्टी मातमी नौहा पढ़ते हुए चल रहे थे। जुलुस के संचालन को अंजुमन ए फिदायने हुसैनी के कार्यकर्ताओ ने अंजाम दिया।
दाउदी बोहरा जमात के सचिव ज़ाकिर हुसैन पंसारी ने बताया की जुलुस के फ़ौरन बाद वजीहपुरा मस्जिद में इमाम हुसैन और उनके 72 साथियो की शहादत मुल्ला पीर अली साहब द्वारा वजीहपुरा मस्जिद में पढ़ी गई। आशूरा के दिन सामूहिक इफ्तारी का आयोजन भी किया गया। मग़रिब ईशा की नमाज़ सामूहिक नियाज़ का आयोजन बोहरवाड़ी स्थित जमाअतखाना में रखा गया है।
शाम ए गरीबां का रात को
आज रात को शाम ए गरीबां की मजलिस का आयोजन वजीहपुरा मस्जिद में किया जायेगा,जिनमे इरफ़ान अल्वी मस्जिद में बत्ती गुल कर अँधेरे में शाम ए रीबां का मंज़र पेश करेंगे। जबकि असरार अहमद जावरिया वाला सलाम ए आखिर पेश करेंगे।
Photo Clicks by Sayed Ahmed/Mansoor Ali