उदयपुर 7 जुलाई 2025। गीतांजली हॉस्पिटल उदयपुर एवं रोटरी मीरा उदयपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय जनजागरूकता सेमिनार में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने डिजिटल युग में स्क्रीन टाइम के बढ़ते प्रभाव पर महत्वपूर्ण चर्चा की और इससे उत्पन्न होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में गीतांजली हॉस्पिटल के वरिष्ठ सीटीवीएस सर्जन डॉ. संजय गांधी ने बताया कि "लंबे समय तक मोबाइल और डिजिटल स्क्रीन के संपर्क में रहना सिर्फ आंखों को ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क, हृदय और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। यह उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, तनाव और नींद से संबंधित समस्याओं का प्रमुख कारण बनता जा रहा है।"
प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुबाला चौहान ने बताया कि "महिलाओं में अत्यधिक स्क्रीन टाइम से हार्मोनल असंतुलन, अनियमित माहवारी और प्रजनन संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। आज की कार्यशील महिलाओं के लिए डिजिटल संतुलन अत्यंत आवश्यक हो गया है।"
प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या चौधरी ने भी बताया कि "स्क्रीन पर अधिक समय बिताने से महिलाओं में अवसाद, चिंता, अनिद्रा और तनाव की समस्या तेजी से बढ़ रही है। विशेषकर गर्भवती महिलाओं में यह मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।" उन्होंने डिजिटल डिटॉक्स और मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए योग, नियमित दिनचर्या और परिवार के साथ संवाद को आवश्यक बताया।
गीतांजली हॉस्पिटल का उद्देश्य समाज को बेहतर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है और इस दिशा में यह एक प्रभावशाली पहल रही।
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