जैन समाज मे होने वाले मांगलिक कार्यक्रम, शादी समारोह में अधिकतम 21 व्यंजनों की सीमा निर्धारित करने की मुहिम को एक बार फिर से तेजी दी गयी है। इस मुहिम में उदयपुर से 10 हजार परिवारों को जोड़ते हुए उनसे संकल्प पत्र भरवाने का बीड़ा जैन सोशल ग्रुप मेवाड़ रीजन ओर जैन सोशल ग्रुप विजय ने उठाया है। संकल्प पत्र भरवाने के इस कार्यक्रम का शुभारंभ रविवार को सेक्टर 4 स्थित नाकोड़ा कॉम्लेक्स से किया गया।
अधिकतम 21 व्यंजन मुहिम के प्रणेता अनिल नाहर, जेएसजी मेवाड़ रीजन के चैयरमेन ओपी चपलोत, आगामी अध्यक्ष आरसी मेहता, महामंत्री पंकज माण्डावत, पीआरओ सुशीम सिंघवी, जेएसजी विजय के अध्यक्ष गुणवंत वागरेचा, महामंत्री गोपाल बम्ब सहित बीपी जैन, गगन तलेसरा, विजय चपलोत, बीएल लोढा एवं महिला सदस्याओं ने नाकोड़ा कॉम्प्लेक्स में जैन परिवारों के घर जाकर अपने घर परिवार में होने वाले मांगलिक कार्यक्रमो में 21 व्यंजन से ज्यादा नही बनाने की अपील की ओर साथ ही संकल्प पत्र भरवाए।
इस दौरान मेवाड़ रिजन के चैयरमेन ओपी चपलोत ने कहा कि जेएसजी जैन समाज के दंपति सदस्यों का एक बड़ा संगठन है साथ ही जेएसजी विजय से मिलकर 10 हजार परिवारों से अधिकतम 21 व्यंजन नही बनाने के संकल्प पत्र भरवाने के लिए सहयोग लिया जाएगा। यह जैन समाज के लिए एक बड़ा बदलाव होगा जिससे जैन समाज के मांगलिक कार्यक्रमो में होने वाली फिजूल खर्ची तो खत्म होगी ही साथ ही गरीब अमीर का भेदभाव भी खत्म होगा।
अधिकतम 21 व्यजनं मुहिम के प्रणेता अनिल नाहर ने कहा कि 10 हजार संकल्प पत्र भरवाने का यह कार्यक्रम अनवरत जारी रहेगा इसके साथ ही इस मुहिम को ओर अधिक मजबूती देने के लिए जैन साधु – संतों, मुनियों के चातुर्मास व अन्य धार्मिक आयोजनों में जैन मुनियों से भी आग्रह किया जाएगा की वे भी इस मुहिम को सम्पूर्ण जैन समाज मे लागू करने के लिए अपील करे।