अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा-मेवाड़ के प्रवक्ता रणवीर सिंह जोलावास ने बताया की अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा-मेवाड़ का क्षत्रिय प्रतिभा सम्मान समारोह 2021 शनिवार शाम प्रताप चौक, भूपाल नोबल्स संस्थान, परिसर में आयोजित हुआ। आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में समाज की 101 प्रतिभाएं सम्मानित हुई।
बतौर अतिथि समारोह की अध्यक्षता महाराज कुमार विश्वराज सिंह मेवाड़, महाराज कुवरानी सा. महिमा कुमारी मेवाड़, मुख्य अतिथि राजकुमारी दिया कुमारी जयपुर सांसद, अतिविशिष्ट अतिथि कीर्ति सिंह वाघेला - शिक्षा मंत्री गुजरात सरकार, श्रीमती प्रीति गजेन्द्र सिंह शक्तावत विधायक, ममता कंवर पंवार जिलाप्रमुख उदयपुर, सानिध्य दिग्विजय सिंह जी तंवर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राव शिवराज पाल सिंह इनायती उपाध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, आशीर्वचन 1008 श्री श्री महंत करूणेश्वर पूरी जी रावल महाराज महंत कल्ला जी बावजी धाम केसरिया, विशिष्ट अतिथि तेज सिंह बांसी, प्रदीप सिंह सिंगोली, महेन्द्र सिंह आगरिया, बालू सिंह जी कानावत, हिम्मत सिंह झाला, संगीता कंवर कोठारिया, मोहब्बत सिंह राठौड़, चंद्रगुप्त सिंह चौहान, कुमार लवदेव सिंह कुराबड़, मनवीर सिंह कृष्णावत, शक्ति सिंह कारोही ने प्रतिभाओं को सम्मानित कर गौरवान्वित किया।
महासभा अध्यक्ष यादवेंद्रसिंह रलावता एवं उपाध्यक्ष रणवीरसिंह जोलावास की उपस्थिति में आयोजित समारोह को संबोधित करते महाराज कुमार विश्वराज सिंह मेवाड़ ने आने आशीर्वचन में कहा कि क्षत्रिय समाज को छोटी बातों को नजरअंदाज कर समाज को एकजुट 36 कौन को साथ लेकर चलना होगा।
सांसद राजकुमारी दिया कुमारी जयपुर ने कहा आज मंच पर बिराजमान तीनों जनप्रतिनिधि बेटियां है, अब समाज की बेटियां पढ़ लिख कर आगे आ गयी है । समाज आज एक झंडे के नीचे एकजुट है । राजस्थानी भाषा की मान्यता के आप प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत बैठक तथा संसद में बात रखेगी।
श्रीमती प्रीति गजेन्द्र सिंह शक्तावत विधायक ने अपने उद्बोधन में कहा राष्ट्र की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए युवा प्रतिभाओं को तराशने की जिम्मेदारी समाज के ऐसे ही मंच को लेनी होगी। गुरू मां ने कहा कि समाज की 36 कौम का दायित्व क्षत्रियों पर है। अतः संपूर्ण समाज के विकास एवं हिन्दू धर्म की सुदृढ़ता का कार्य व दायित्व क्षत्रिय समाज पर है।
कीर्ति सिंह वाघेला - शिक्षा मंत्री गुजरात सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज की नई पीढ़ी को आत्मबल जागरूक करने की जरूरत है। वर्तमान परिस्थितियों में समाज को एकजुट होकर अपनी सनातन संस्कृति को बचाने की जरूरत है। पहले कभी सामाजिक मंच पर समाज में व्याप्त कुरूतियों को मिटाने पर चर्चा होती थी, लेकिन वर्तमान में राजपूत अन्य जागरूक समाजों की तरह समाज विकास पर जोर देने लगा है।
शाम करीब 4 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम का समापन रात करीब 8 बजे हुआ। सर्दी के बीच पांडाल में समाजजन सिकुड़ते रहे, लेकिन सामाजिक व्यवस्था में सबने जिम्मेदारी निभाते हुए पूरा समय दिया। कार्यक्रम में मारवाड़, गुजरात और उत्तर प्रदेश राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कर्मचारी संगठन अध्यक्ष सत्यवीरसिंह तंवर, भानू प्रतापसिंह सहित अन्य स्थानीय समाज प्रतिनिधियों ने भी शिरकत की।
महासभा अध्यक्ष श्री यादवेंद्र सिंह रलावता ने बताया सन 1897 में स्थापित अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा आज़ादी से भी पूर्व विगत 124 वर्षों से क्षत्रिय समाज हेतु इतिहास - सँस्कृति सरक्षण के साथ सामाजिक उत्थान, आर्थिक, खेलकूद, स्वास्थ्य सेवा, युवा मार्गदर्शन एवं परामर्श क्षेत्र में कार्य करता है । रलावता ने क्षत्रिय सम्मान समारोह की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की अलग-अलग क्षेत्रों में अपने असाधारण कार्यों से समाज की शान को बढ़ाने वाले अमूल्य रत्न जिनके विचार में, कार्य में, लक्ष्य में केवल सेवा है, ऐसी समाज की प्रतिभाओं द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु 15 वर्गों में वर्गीकृत कर सम्मानित किया गया । क्षत्रिय सम्मान समारोह के माध्यम से नवयुवकों को प्रोत्साहन और प्रेरणा देने का प्रयास है ।
महासभा के महासचिव हेमेंद्र सिंह दवाणा ने बताया की सम्मान समारोह में रक्षा सेवा, साहित्य, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अपने कार्यों से समाज का नाम रोशन करने वाले क्षत्रिय विभूतियों का मेवाड़ के महाराणाओं के नाम से सृजित सम्मानों से सम्मानित किया जाएगा ।
महाराणा कुम्भा सम्मान - (क्षात्र धर्म का पालन कर अपने उत्कृष्ट कार्य द्वारा समाज का नाम गौरवान्वित करने वाली विभूतियां)
महाराणा सांगा सम्मान - (अपने के क्षात्र धर्म का पालन कर क्षत्रिय समाज को गौरवान्वित करने वाले समाज की वरिष्ठ विभूति)
महाराणा उदय सिंह सम्मान - (अपने सतत योगदान से समाज की अविरल सेवा करने वाले अग्रणी हस्ताक्षर)
महाराणा प्रताप सम्मान - (रक्षा क्षेत्र में राष्ट्र सेवा कर क्षात्र धर्म को गौरवान्वित करने वाले जोशीली हस्ताक्षर)
महारानी पद्मिनी सम्मान - (अपने उत्कृष्ट कार्य से समाज का गौरव बढ़ाने वाली क्षत्राणी )
महाराणा अमर सिंह सम्मान - (चिकित्सा क्षेत्र में कार्य कर समाज को गौरान्वित करने वाले वरिष्ठ चिकित्सक)
महाराणा कर्ण सिंह सम्मान- (समाज को आवश्यकता पड़ने पर सहयोग एवं संबल प्रदान करने वाले दानवीर क्षत्रिय सिरदार)
महाराणा सज्जन सिंह सम्मान - (पर्यटन क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा प्रदान कर समाज का गौरव बढ़ाने वाले उज्ज्वल हस्ताक्षर)
महाराणा राज सिंह सम्मान - (खेलों के क्षेत्र में योगदान से समाज को गौरवान्वित करने वाले ऊर्जावान हस्ताक्षर)
बावजी चतुर सिंह जी सम्मान- (हमेशा क्षत्रित्व जी बात करना, संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करना व सहयोग करने वाली सम्मनित विभूति)
महारानी कर्णावती सम्मान- (अपने सतत प्रयासों व कार्यों से अपना व क्षत्रिय समाज का नाम रोशन करने वाली युवा क्षत्रिय बाईसा) - Junior category
महाराणा जगत सिंह सम्मान- (अध्यापन कार्य मे उत्कृष्ट कार्य)
महाराणा स्वरूप सिंह सम्मान- (क्षत्रिय समाज के युवा जोश व युवा समाज सेवी जो हर वक़्त समाज सेवा को तत्पर व आगे रहते हैं)
महाराणा फतह सिंह सम्मान - (चिकित्सा क्षेत्र व कोरोना महामारी में हरदम समाज की मदद करने वाले युवा क्षत्रिय स्वयंसेवक)
महाराणा भूपाल अवार्ड- महाविद्यालय स्तर पर शैक्षिक उपलब्धि हेतु - 90% से ज्यादा, NCC में उत्कृष्ट कैडेट्स, खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये - नेशनल लेवल पर, विद्यालय स्तर पर शिक्षा मे 90% से ज्यादा
महाराणा भगवत सिंह सम्मान
धन्यवाद हेमेंद्र सिंह दवाणा ने किया, तथा संचालन डाॅ. अनीता राठौड़ एवं रणवीर सिंह जोलावास ने किया
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