यांत्रिकी अभियन्ताओं की 33वीं राष्ट्रीय सगोंष्ठी


यांत्रिकी अभियन्ताओं की 33वीं राष्ट्रीय सगोंष्ठी

दि इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स: इंडिया उदयपुर लोकल सेण्टर द्वारा यांत्रिकी अभियताओं की दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का प्रारम्भ दि इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स ;इंडियाद्ध स्थित सभागर में हुआ। इस अवसर पर “एडवांसेस इन एम.ई.एम.एस एवं रोबिटिक्स इन मैनूफैक्चरिगं इण्डस्ट्रीज पर राष्ट्रीय सेमीनार का भी आयोजन हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि डाॅ एम.पी. पूनिया, माननीय उपाध्यक्ष, आॅल इंडिया काउसिल आॅफ टेकनिकल एजुकेशन, नई दिल्ली नेे अपने उद्बोदन में कहा कि भारत में वर्तमान परिस्थिति में कुशल एवं शिक्षित अभियन्ताओं की काफी कमी है तथा विश्व के विकसित राष्ट्रों की श्रृखला में आने में काफी प्रयास करने होगें साथ ही शिक्षण संस्थाओं की भी विकास करना होगा तथा शिक्षा की वर्तमान लागत को कम करना होगा।

 
यांत्रिकी अभियन्ताओं की 33वीं राष्ट्रीय सगोंष्ठी

दि इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स: इंडिया उदयपुर लोकल सेण्टर द्वारा यांत्रिकी अभियताओं की दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का प्रारम्भ दि इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स ;इंडियाद्ध स्थित सभागर में हुआ। इस अवसर पर “एडवांसेस इन एम.ई.एम.एस एवं रोबिटिक्स इन मैनूफैक्चरिगं इण्डस्ट्रीज पर राष्ट्रीय सेमीनार का भी आयोजन हुआ। इस समारोह के मुख्य अतिथि डाॅ एम.पी. पूनिया, माननीय उपाध्यक्ष, आॅल इंडिया काउसिल आॅफ टेकनिकल एजुकेशन, नई दिल्ली नेे अपने उद्बोदन में कहा कि भारत में वर्तमान परिस्थिति में कुशल एवं शिक्षित अभियन्ताओं की काफी कमी है तथा विश्व के विकसित राष्ट्रों की श्रृखला में आने में काफी प्रयास करने होगें साथ ही शिक्षण संस्थाओं की भी विकास करना होगा तथा शिक्षा की वर्तमान लागत को कम करना होगा।

समारोह के प्रारम्भ में संस्था के अध्यक्ष इंजीनियर एम.के माथुर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा विषय पर अपने विचार रखे एवं संयोजक इंजी. ए.एस. चूण्डावत ने 33 वें राष्ट्रीय संगोष्ठी के विषय के बारे में विस्तार से बताया एवं विषय के इतिहास के साथ ही इसकी वर्तमान में महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेकेनिकल अभियांत्रिकी डिविजन बोर्ड के डाॅ. ए.के श्रीवास्तव ने की व बताया कि कि अभियांत्रिकी में पिछले 15 सालों में भारी बदलाव आया है व इससे उद्योग जगत में अप्रत्याशित प्रगति हुई है।

मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग आई.आई.टी. जोधपुर के प्रोफेसर प्रो. लालटू चन्द ने बतौर स्टेट आॅफ आर्ट लेक्चर वने विशिष्ट अतिथि समारोह में शिरकत हुए और कनवेकटिव सोलर एनर्जी पर प्रकाश डाला।

समारोह में ‘‘आर्चाय एस. सी भटटा्चार्य मेमोरियल व्याख्यान’’ के तहत प्रो. सुहास जोशी, आई.आई.टी. मुम्बई ने ‘‘टेक्सरड सरफेसेस फाॅर एम.ई.एम.एस. एपलीकेशन्स’’ पर अपना मेमोरियल लेक्चर दिया। समारोह में ‘‘आर्चाय एस. पी लूथरा मेमोरियल व्याख्यान’’ के तहत प्रो. रजत भागवत, जय नारायण व्यास यूनिवसीटी, जोधपुर ने मोडलि आॅफ ए मैन्यूफेक्टरिंग सिस्टमः एन आई.टी. परसपेक्टिव पर अपना मेमोरियल लेक्चर दिया।

इस समारोह में इंस्टिट्यूशन आॅफ इंजीनियर्स डाॅ. आर. के जैन, सी.एम.आर.ई, दुरगार व प्रो. जी.एस. डागयाच, हेड़ एम.एन. आई. टी, जयपुर को एमीनेन्ट इंजीनियरिंस अवार्ड दिया गया तथा एक युवा अभियन्ताओं को उनके यांत्रिकी अभियांत्रिकी क्षैत्र में योगदान के लिए प्रशस्त्री पत्र देकर सम्मानित किया गया। संभाग के लगभग 100 अभियन्तागणों ने भाग लिया। इस अवसर पर समारोह का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन मानद सचिव इंजी. अनुरोध प्रशान्त द्वारा किया गया।

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