मास्टर प्लान में गिर्वा के 60 गाँव, एक माह में दर्ज करायें आपत्तियाँ
नगर विकास प्रन्यास उदयपुर के मास्टर प्लान के दायरे में गिर्वा के 60 गाँव आते हैं। इनसे सम्बन्धित सुझाव व आपत्तियाँ एक माह में दर्ज कराई जा सकती हैं। यह जानकारी आज गिर्वा पंचायत समिति सभागार में विद्या भवन स्थानीय स्वशासन एवं उत्तरदायी नागरिकता संस्थान की ओर से आयोजित पंचायत मेले में दी ग
नगर विकास प्रन्यास उदयपुर के मास्टर प्लान के दायरे में गिर्वा के 60 गाँव आते हैं। इनसे सम्बन्धित सुझाव व आपत्तियाँ एक माह में दर्ज कराई जा सकती हैं। यह जानकारी आज गिर्वा पंचायत समिति सभागार में विद्या भवन स्थानीय स्वशासन एवं उत्तरदायी नागरिकता संस्थान की ओर से आयोजित पंचायत मेले में दी गई। मेले में पंचायत के संचालन, महानरेगा, शिक्षा, पेन्शन व राशन के सम्बन्ध में व्यापक चर्चा हुई।
प्रगति प्रसार अधिकारी जीवन सिंह बडाला ने बताया कि 4 पंचायत समितियों के 125 गाँव यू.आई.टी के मास्टर प्लान के दायरे में हैं, जिनमें गिर्वा के 60 गाँव शामिल हैं। उन्होंने गाँवों के नाम बताए तथा ड्राफ्ट मास्टर प्लान का अवलोकन कर एक माह में सुझाव देने का आग्रह किया। बडाला ने बताया कि टाडा के तहत आने वाली पंचायतों में राजस्व गाँववार ग्राम सभा होगी। ग्राम सभा एक शान्ति समिति का गठन करेगी, जिसे स्थानीय मामलात को निपटाने व 2 साल तक की सज़ा देने का अधिकार होगा।
ग्राम पंचायत सुबह 10 से शाम 5 बजे तक नियमित संचालित हो इसके लिए हर पंचायत पर दो एल.डी.सी. की नियुक्ती की जा रही है। अदालती प्रक्रिया पूर्ण होने पर सभी जगह नियुक्यिाँ हो जायेंगी। वृद्धावस्था, विधवा व विकलाँगों के लिए छह तरह की पेन्शनों के साथ ही तलाकशुदा महिलाओं के लिए पेन्शन के प्रावधानों में ढील दी गई है।
अब 5 वर्ष से तलाक का केस चलने अथवा 3 वर्ष से तलाकशुदा होने पर 75 वर्ष से कम आयु की महिला को रु. 500 व 75 वर्ष से अधिक आयु पर रु. 750 दिए जायेंगे।
सहायक अभियन्ता बी.एल. पुरोहित ने बताया कि महानरेगा में पहले 8 तरह के काम लिए जाते थे, जिन्हें बढ़ाकर अब 16 तरह के काम लिये जा सकते हैं। पंच अपने वॉर्ड में काम तथा सम्भावित मज़दूरी के हिसाब से प्रस्ताव 15 अगस्त तक ग्राम पंचायत में लिखवायें। इन्हें वार्षिक कार्ययोजना की ग्राम सभा में प्रस्तुत कर पंचायत समिति भेजा जायेगा, जहाँ से अनुमोदन पर दिसम्बर में ज़िला परिषद द्वारा अनुमोदन किया जाएगा। वर्ष 2014-15 में यही काम चलेंगे।
महानरेगा में काम नहीं मिलने पर, उन्होंने बताया कि यू.सी. व सी.सी. जारी नहीं होने पर नए काम शुरू नहीं हो पायेंगे। उन्होंने सोमाखेड़ा पंचायत का उदाहरण दिया जहाँ हर काम पूरा कर यू.सी. व सी.सी. समय पर दी गई है। पुरोहित ने बताया कि महानरेगा में 100 दिन काम पूरा करने वालों की संख्या बहुत कम है और मात्र 37 दिन का औसत प्राप्त हो रहा है।
सर्व शिक्षा अभियान के सन्दर्भ व्यक्ति दिलीप जैन ने शिक्षा सम्बन्धी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही बताया कि गुरूवार (1 अगस्त) से ही गिर्वा में ‘रीडिंग कैम्पेन’ शुरू किया गया है।
ज़िला परिषद सदस्य धूली देवी ने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे प्रशिक्षण से प्राप्त जानकारियों का जनहित में उपयोग करें।
खुली चर्चा में पंचायत समिति के नेता प्रतिपक्ष पूनमचन्द गमेती ने मटून में विद्यालय को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत कराने का उदाहरण देते हुए कहा कि पंचायती राज की सफलता के लिए दलगत राजनीति की बजाए दृढ़ इच्छाशक्ति से काम कराने होंगे।
उन्होंने आधा दर्जन से अधिक स्कूलों के अवलोकन में 150 से 400 बच्चों पर एक या दो शिक्षक पाये। इस पर बडाला ने बताया कि 29 जुलाई को शिक्षा स्थाई समिति की बैठक में आवश्यकता से अधिक शिक्षकों वाले स्कूलों से शिक्षकों को अन्य जगह पदस्थापित करने का निर्णय लिया गया तथा इसकी सूची ज़िला शिक्षा अधिकारी को भेज दी गई है।
कुराबड़ के पंच छोगालाल ने पेन्शन में आयु की अर्हता के तहत मतदाता पहचान पत्र व मतदाता सूची में आयु अलग छपी होना बताया, जिसपर बडाला ने कहा कि सही आयु वाले रिकॉर्ड की कॉपी अथवा डॉक्टर के सर्टिफिकेट से आयु तय की जा सकती है। पेन्शन का भुगतान करने वाले व्यक्ति द्वारा धन लेने तथा लाभार्थियों द्वारा शिकायत नहीं करने पर अधिकारियों ने कहा कि पोस्ट ऑफिस या बैंक में खाते खुलावायें तो और पंचायत समिति को सूचित करें तो राशि सीधे खाते में ही जमा होगी। पंच लक्ष्मी ने भी पेन्शन राशि पर प्रश्न किया।
कुराबड़ के पंच किशनदास ने राशन दुकानदार द्वारा पुरानी दर पर शक्कर देने तथा कम तोलने की शिकायत की, जिसपर पुरोहित ने कहा कि पंच दुकान के बाहर नोटिस बोर्ड पर स्टॉक व दर लिखवायें तथा अनियमितता होने पर वहीं पंचनामा बनायें।
पई की पंच कडुली बाई द्वारा बैठक भत्ते के प्रश्न पर बडाला ने ग्राम पंचायत, मिनी सचिवालय व स्थाई समितियों की बैठकों तथा बढ़े हुए भत्ते व मानदेय की जानकारी दी। बाराँपाल सरपंच संतोष मीणा ने स्कूल 12वीं तक क्रमोन्नत होने के बाद बैठने की व्यवस्था नहीं होना बताया, जिसपर पुरोहित ने रमसा को सूचित करने का आग्रह किया।
छोटी उन्दरी की पंच सविता मीणा ने सी.सी. रोड निर्माण में दूसरा मस्टरोल जारी नहीं होने की बात कही जिसपर सहायक अभियन्ता ने मालूमात का आश्वासन दिया।
संस्थान के अनिल शर्मा ने बड़गाँव व गोगुन्दा की 24 पंचायतों में निर्णय प्रक्रियाओं को वॉर्ड सभाओं से जोड़ने की जानकारी दी। मेले के तहत महिला सम्मेलन में संस्थान की स्मिता श्रीमाली व ममता मेहता ने नई योजनाओं की जानकारी दी।
प्रारम्भ में जनप्रतिनिधियों ने संस्थान की त्रैमासिक पत्रिकाओं ‘पंचायत परिवार’ व ‘महिला शक्ति’ में दी गई जानकारियों पर चर्चा की। संचालन सहायक प्रशिक्षण देवेन्द्र सिंह देवड़ा ने किया। संकाय सदस्य खेमराज शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
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