प्रत्येक व्यक्ति यदि सुरक्षा को व्यवहार में लाएं तो किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सकता है आवश्यकता है स्वयं के मन से पहल करने की, यह बात हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने सुरक्षा यात्रा आरोहण की 6वीं वर्षगांठ के आयोजन के अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि हमें आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य एवं संरक्षित पर्यावरण देने के लिए इसे आदत में लाने के प्रयास करने होगें। हम सभी को समुदाय, संस्थान और स्वयं में सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाना आवश्यक है जिससे सतत् रूप से सुरक्षित परंपरा का निर्वाह हो सके। उन्होंने कहा कि उत्पादन से पूर्व सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में हो एवं हर कर्मचारी शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करने में भागीदार बने।
सुरक्षा यात्रा आरोहण की वर्षगांठ पर सभी अतिथियों ने केक काट कर सुरक्षा संकल्प को दोहराया। इस अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक की सुरक्षा की पालना को सुनिश्चित करने के लिए गठित उपसमितियों सेफ्टी इंटरेक्शन, स्टेण्डर्ड रूल्स एण्ड प्रोसिजर, इन्सिडेंट मैनेजमेन्ट, काॅन्ट्रेक्टर सेफ्टी मैनेजमेंट एवं प्रोसेस सेफ्टी मैनेजमेंट के चेयरमैन द्वारा विगत 6 वर्षों की आरोहण सुरक्षा यात्रा हेतु किये गये प्रयासों का विवरण एवं आने वाले समय में किये जाने वाली पहल एवं नवाचारों की जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सभी जोन के चयनित कर्मचारी, ठेकेदार, कामगारों को बेस्ट सेफ्टी लीडर्स, आरोहण यात्रा से कर्मचारियों के सुरक्षा के प्रति आए बदलाव के लिए बेस्ट सेफ्टी विडियों के विजेताओं, आरोहण प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को पुरस्कृत किया। समारोह में विजेताओं के परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे।
चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर इकाई को आरोहण यात्रा में सर्वश्रेष्ठ योगदान देने पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डायरेक्टर स्पेशल प्रोजेक्ट अमिताभ गुप्ता, डायरेक्टर ऑपरेशन्स लक्ष्मण सिहं शेखावत, डायरेक्टर प्रोजेक्ट अरूण विजय कुमार, हेड माइंस राजेन्द्र दशोरा, हेड स्मेल्टर विनोद वाघ सहित हिन्दुस्तान जिंक की समस्त इकाइयों के डायरेक्टर एसबीयू, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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