वेस्टर्न डांस के कारण जहां लोग भारतीय नृत्य कलाओं को भूलते जा रहे है वहीं उदयपुर के नन्हे नृत्य कलाकारों ने अखिल भारतीय सांस्कृतिक संघ पुणे के तत्वावधान मे आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता मे प्रथम बार भाग लेते हुए अपनी लोक नृत्य और लोक गायन प्रस्तुति से सात पुरस्कार प्राप्त किये है। इन सभी कलाकारो की उम्र 10 साल से भी कम है, जिन्होने अपनी मेहनत और लगन से इन सात राष्ट्रीय पुरस्कारो को प्राप्त कर उदयपुर का नाम रोशन किया है।
इन कलाकारों को सुर संगम म्युजिक एण्ड डांस एकेडमी की कोरियोग्राफर रेणु गोरेर द्वारा पिछले दो वर्ष से कथक नृत्य की शिक्षा दी जा रही है, और यह पहली बार था की इन बच्चो ने राष्ट्रीय स्तर के मंच पर उदयपुर का प्रतिनिधित्व करते हुए सात पुरस्कार अपने नाम किये है।
प्रतियोगिता मे अर्धशास्त्रीय नृत्य मे रिद्धि मेनारिया तथ हर्षाली भारद्वाज को प्रथम पुरस्कार, सोम्या को चेयरमैन पुरस्कार, लोकनृत्य मे संस्था के समुह कलाकारों ने द्वितीय तथा अनुष्का ने तृतीय स्थान, सितार वादन मे सौरभ दहलवी को द्वितीय पुरस्कार, अर्धशास्त्रीय गायन मे शिखा बावरा को चैयरमेन पुरस्कार मिला। इसके साथ ही सस्था की कोरियोग्राफर रेणु गोरेर को भी मंच से सम्मानित किया गया। यह सभी विजेता कलाकार इसी साल नवम्बर माह मे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्लोबल हॉरमनी 2018 मे दुबई में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।